यदि अहीरवाल को उसके हक का नहरी पानी मिल गया तो फिर इस क्षेत्र के लोगों को पीने का पर्याप्त पानी भी जनस्वास्थ्य विभाग नलों के माध्यम से क्यों नही सप्लाई कर पा रहा? विद्रोही
अहीरवाल के रेवाडी सहित अन्य शहरों, कस्बों में पीने के पानी की हर माह राशनिंग क्यों होती है? विद्रोही

29 जुलाई 2023 – स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष एवं हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता वेदप्रकाश विद्रोही ने एक बयान में कहा कि अहीरवाल-दक्षिणी हरियाणा से सम्बन्धित भाजपा विधायक व सांसद मीडिया बयान बहादुर बनकर बडी बेशर्मी से दावा ठोक रहे है कि भाजपा खट्टर सरकार ने इस क्षेत्र के हक का नहरी पानी दे दिया है। विद्रोही ने सवाल किया कि यदि भाजपा सरकार ने अहीरवाल को उसके हक का नहरी पानी दे दिया है तो विगत 8 सालों से इस क्षेत्र का नहरी पानी से सिंचित कृषि रकबा क्यों नही बढ़ा? दक्षिणी हरियाणा में कांग्रेस राज के दौरान भी लगभग 3 प्रतिशत जमीन ही नहरी पानी से सिंचित होती थी और बाकी बची 97 प्रतिशत जमीन सिंचाई के लिए बिजली व डीजल आधारित नलकूपों से सिंचाई होती थी। हरियाणा से कांग्रेस राज जाने के 9 साल बाद भी यही स्थिति है। आज भी अहीरवाल की लगभग 3 प्रतिशत खेती वाली जमीन ही नहरी पानी से सिंचिते होती है। सवाल उठता है कि यदि भाजपा सरकार ने अहीरवाल को उसके हक का पानी दे दिया तो नहरी पानी सिंचित जमीन का रकबा ज्यों का त्यों क्यों है? 

वहीं विद्रोही ने पूछा कि यदि अहीरवाल को उसके हक का नहरी पानी मिल गया तो फिर इस क्षेत्र के लोगों को पीने का पर्याप्त पानी भी जनस्वास्थ्य विभाग नलों के माध्यम से क्यों नही सप्लाई कर पा रहा? अहीरवाल के रेवाडी सहित अन्य शहरों, कस्बों में पीने के पानी की हर माह राशनिंग क्यों होती है? यदि अहीरवाल को उसके हिस्से का नहरी पानी भाजपा सरकार ने दिया तो वह पानी क्या आसमान के रास्ते से आ रहा है या किसी जादू सेे अपने आप खेतों में पहुंच जाता है? अहीरवाल में यमुना नदी से आने वाला पानी जवाहरलाल नेहरू कैनाल व इंदिरा गांधी महेन्द्रगढ़ कैनाल के माध्यम से आता है और इन दोनो नहरों में इतनी क्षमता नही कि वे अहीरवाल को शेष हरियााणा की तुलना में मिल रहे नहरी पानी को इस क्षेत्र में ला सके। वहीं ये दोनो नहरे कभी भी लगातार नही चलती अपितु एक माह में 16 दिन चलती है और उसके बाद 24 से 30 दिन तक बंद रहती है।

विद्रोही ने कहा कि भाजपा विधायक व सांसद निजी स्वार्थो व हितों की राजनीति करते-करते इतने बेशर्म हो गए कि उन्हे ऐसो महाझूठ बोलते जरा भी शर्म नही आती। भाजपा के जो विधायक, सांसद वोट हडपने के लिए इस तरह सफेद झूठ बोलकर जनता के साथ ऐसा क्रूर मजाक करते है, वे चुने हुए प्रतिनिधि और उनका दल भाजपा किस चाल-चरित्र का है, बताना भी बेमानी है। 

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