अरविंद किलोई ने गृहमंत्रालय को की थी छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा पावर प्लांट की राख के अरबों रुपये के घोटाले व उनकी जान को खतरे से संबंधित शिकायत
शिकायत पर संज्ञान लेने के लिए अरविंद किलोई ने गृहमंत्रलाय का जताया आभार, स्थानीय पुलिस प्रशासन द्वारा मामले में बयान तक दर्ज नहीं किए जाने पर जताया खेद –
जान का खतरा बताते हुए अरिवंद किलोई ने की सुरक्षा की मांग –

हिसार, 21 जुलाई : हिसार के सैक्टर 9-11 निवासी एवं मूल रूप से किलोई निवासी अरविंद किलोई ग्रिफिन सर्विसेज एंड ग्रिफिन इंफ्रास्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड के फाउंडर एवं सीईओ एवं पूर्व प्रदेश महासचिव हरियाणा युवा कांग्रेस द्वारा छत्तीसगढ़ सरकार पर सीमेंट कंपनियों के साथ मिलकर अरबों रुपये के घोटाले व उन्हें जान के खतरे संबंधी शिकायत पर गृह मंत्रालय ने संज्ञान लिया है।

अरविंद किलोई ने बताया कि बृहस्पतिवार को सुबह 11 बजे आई.बी. की टीम उनके सैक्टर 9-11 स्थित आवास पर पहुंची और मामले के संबंध में तीन घंटे तक उनसे सवाल-जवाब किए। अरविंद किलोई ने आईबी की टीम को घोटाले व उनके निवास के आस-पास घूम रहे व खड़े संदिग्ध वाहनों संबंधी सीसीटीवी फुटेज भी उन्हें दी। अरविंद किलोई ने घोटाले से संबंधित शिकायत प्रधानमंत्री, गृहमंत्रालय, राष्ट्रपति, हरियाणा के मुख्यमंत्री, गृहमंत्री, डीजीपी व एसपी हिसार को की थी। उनकी शिकायत पर गृहमंत्रालय ने संज्ञान लेेते हुए जांच टीम को यहां पर भेजा जिन्होंने उनके बयान लिए व शिकायत से संबंधित सबूत उनके सुपुर्द किए गए। अरिवंद किलोई ने बताया कि इस संबंध में स्थानीय पुलिस प्रशासन की ओर से शिकायत के बावजूद भी कोई कार्यवाही नहीं की गई और पुलिस उनके बयान तक दर्ज नहीं किए जिसका उन्हें खेद है। उन्होंने गृहमंत्रालय का आभार जताते हुए उम्मीद जताई कि सरकार इस संबंध में उचित कार्यवाही करेगी।

अरविंद किलोई ने बताया कि जबसे उन्होंने छत्तीसगढ़ सरकार का अरबों रुपये का घोटाला उजागर किया है तब से लगातार उनकी जान को खतरा बना हुआ है। सैक्टर 9-11 स्थित उनके आवास के आस-पास अनेक बार संदिग्ध लोगों व वाहनों को घूमते हुए देखा गया है जिसके फुटेज उनके सीसीटीवी कैमरे में दर्ज है। उन्होंने बताया कि अब तक जिन लोगों ने भी इतने बड़े घोटालों को उजागर किया है लगभग सभी की हत्या हुई है और उनकी जान को भी खतरा बना हुआ है। इसलिए वे सरकार से सुरक्षा की मांग करते हैं। ज्ञात रहे कि अरविंद किलोई ने छत्तीसगढ़ में थर्मल प्लांटों से की राख (राखड़ जो कि सीमेंट में रॉ मैटेरियल में इस्तेमाल होती है) से संबंधित अरबों रुपये के घोटाले में छत्तीसगढ़ सरकार की सीधे तौर पर संलिप्तता होने का सबूतों सहित आरोप लगाया है व इसकी शिकायत गृहमंत्रालय सहित अन्य स्थानों पर की थी।

इस संबंध में अरविंद किलोई ने जान का खतरा बताते हुए गृहमंत्रालय सहित प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति सहित हरियाणा प्रदेश के मुख्मयंत्री, गृहमंत्री व पुलिस अधिकारियों को पत्र लिखा था। गृहमंत्रालय ने शिकायत पर कार्यवाही करते हुए वीरवार को आई.बी. की टीम को हिसार के सैक्टर 9-11 स्थित उनके आवास पर भेजा।

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