डीसी निशांत कुमार यादव ने बरसात के दौरान जलभराव वाले क्षेत्रों में निकासी के इंतजामों का किया निरीक्षण जल निकासी से जुड़ी सिविक एजेंसी के अधिकारियों को दिए निकासी का कार्य तेज करने के निर्देश जिला प्रशासन ने कॉर्पोरेट को वर्क फ्रॉम होम के लिए जारी की एडवाइजरी गुरुग्राम, 09 जुलाई। गुरुग्राम में लगातार हो रही बरसात से हुए जलभराव की समस्या से निपटने के लिए जिला प्रशासन अलर्ट पर है। डीसी निशांत कुमार यादव ने रविवार को जलभराव वाले क्रिटिकल प्वाइंट्स का दौरा किया और जलनिकासी से जुड़े कार्यों का निरीक्षण किया। इस दौरान जलनिकासी से जुड़े विभागों जनस्वास्थ्य एवं अभियांत्रिकी, सिंचाई एवं जल संसाधन, हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण, नगर निगम गुरुग्राम व मानेसर, गुरुग्राम महानगर विकास प्राधिकरण (जीएमडीए) तथा राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) के अधिकारी भी साथ रहे। डीसी ने राजीव चौक, मेदांता रोड, ताऊ देवी लाल स्टेडियम, हीरो होंडा चौक, सुभाष चौक, बादशाहपुर ड्रेन, एनएच-48 पर नरसिंहपुर, सेक्टर-10 आदि स्थानों पर जलभराव की स्थिति का जायजा लिया। इस बार जलभराव की समस्या से निपटने के लिए जिला प्रशासन ने पहले से ही तैयारी की थी। जिसके चलते गुरुग्राम में जलभराव वाले 114 क्रिटिकल प्वाइंट्स की पहचान की गई थी। इन स्थानों पर जल निकासी के लिए एचसीएस स्तर के 16 अधिकारियों को जिम्मेदारी दी गई थी। हर अधिकारी को छ: से सात स्थानों की जिम्मेवारी मिली थी। प्रशासन की सक्रियता के चलते ही रविवार की दोपहर के उपरांत अधिकतर अंडरपास यातायात के लिए खोल दिए गए थे और एनएच 48 के मेन कैरिज वे पर पानी जमा नहीं होने दिया गया। जिन सडक़ों पर अधिक जलभराव हुआ वहां से ट्रैफिक को डायवर्ट भी किया गया। रविवार अल सुबह से जारी बरसात के बावजूद निकासी का कार्य दिन भर जारी रहा। डीसी ने निरीक्षण के उपरांत जानकारी देते हुए बताया कि मौसम विभाग ने पहले ही भारी बरसात के लिए अलर्ट जारी कर दिया था। जिसके चलते प्रशासन ने सभी सिविक एजेंसियों को भी अलर्ट पर रखा। गुरुग्राम में जितने भी जलभराव के संवेदनशील स्थान थे वहां पर निकासी के लिए अतिरिक्त इंतजाम किए थे लेकिन भारी बारिश के चलते जलभराव की स्थिति बनी रही। उन्होंने बताया कि बरसात के थमते ही निकासी का कार्य तेज कर दिया जाएगा। उन्होंने जिलावासियों से भी अपील करते हुए कहा कि बारिश लगातार जारी है ऐसे में घरों से बाहर न निकले केवल बेहद जरुरी कार्य हो तभी सडक़ पर निकले। उन्होंने गुरुग्राम में कार्यरत कॉर्पोरेट समूहों को भी परामर्श दिया कि सोमवार को अपने स्टाफ को वर्क फ्रॉम होम की सलाह दें ताकि सडक़ों पर वाहनों की संख्या कम रहें और निकासी व मरम्मत का कार्य सुचारू ढंग से हो पाए। इस अवसर पर गुरुग्राम के एसडीएम रविंद्र यादव, नगर निगम गुरुग्राम के संयुक्त आयुक्त सुमित कुमार, विजय यादव, जीएमडीए के एक्सईएन विक्रम सहित संबंधित विभागों के अधिकारी भी मौजूद रहें। Post navigation गुरुग्राम में आज हुई बारिश पर क्या कह रहे डीसी निशांत कुमार यादव…….. खुद सुनिए जलभराव से निपटने में प्रशासन फेल, कौन लेगा जिम्मेदारी : पंकज डावर