सावन में है महामृत्युंजय जाप का विशेष महत्व, अकाल मृत्यु से बचाता है महामृत्युंजय मंत्र का जाप : ब्रह्मस्वरूप ब्रह्मचारी

जयराम विद्यापीठ में सावन महामृत्युंजय जाप का आयोजन

वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक

कुरुक्षेत्र, 6 जुलाई : देश के विभिन्न राज्यों में संचालित श्री जयराम संस्थाओं के परमाध्यक्ष ब्रह्मस्वरूप ब्रह्मचारी के सान्निध्य एवं प्रेरणा से ब्रह्मसरोवर के तट पर जयराम विद्यापीठ के श्री रामेश्वर महादेव मंदिर में सर्वकल्याण एवं विश्व शांति की भावना से निरंतर सावन पूजन किया जा रहा है।

विद्यापीठ में महामृत्युंजय मंत्र जाप विद्यार्थियों एवं ब्रह्मचारियों द्वारा आचार्य प. राजेश प्रसाद लेखवार शास्त्री के मार्गदर्शन में किया जा रहा है। परमाध्यक्ष ब्रह्मस्वरूप ब्रह्मचारी ने बताया कि सावन महीने में भगवान शिव की आराधना में जिन मंत्रों का जाप किया जाता है, उनमें महामृत्युंजय मंत्र प्रमुख है। इस मंत्र के जाप से भगवान शिव को प्रसन्न करने के साथ ही अकाल मृत्यु भी बचा जा सकता है। उन्होंने बताया कि इस बात का उल्लेख शास्त्रों और पुराणों में किया गया है। पौराणिक कथाओं में कहा गया है कि मनुष्य इस मंत्र के जाप के प्रभाव से मौत के मुंह में जाते-जाते बच जाता है। इस मंत्र से महाकाल शिव की असीम कृपा मिलती है और मनुष्य की आयु बढ़ती है। इस अवसर पर सुरेंद्र गुप्ता, के.के. कौशिक, टेक सिंह, राजेश सिंगला, सतबीर कौशिक एवं रोहित कौशिक इत्यादि भी मौजूद रहे।

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