नवभारत निर्माण में नवाचार एवं उद्यमिता को बढ़ावा देना जरूरी : प्रो. सोमनाथ

केयू के कुटिक और एडीआईएफ, नई दिल्ली के बीच हुआ समझौता।

वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक

कुरुक्षेत्र, 6 जुलाई : कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. सोमनाथ सचदेवा की अध्यक्षता में बुधवार को कुरुक्षेत्र यूनिवर्सिटी टैक्नालॉजी इंक्यूबेशन सेंटर (कुटिक) तथा अलाईंस ऑफ डिजीटल इंडिया फांउडेशन (एडीआईएफ), नई दिल्ली के बीच ऑनलाईन समझौता (एमओयू) हुआ। इस एमओयू पर कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय की ओर से कुलसचिव प्रो. संजीव शर्मा ने हस्ताक्षर किए। इस मौके पर एडीआईएफ के अधिकारी प्रतीक जैन, सौरभ जैन तथा भूपिन्दर जीत भी ऑनलाईन जुड़े रहे।

इस मौके पर कुलपति प्रो. सोमनाथ ने कुटिक तथा अलाईंस ऑफ डिजीटल इंडिया फांउडेशन को बधाई देते हुए कहा कि नवभारत निर्माण में नवाचार एवं उद्यमिता को बढ़ावा देना जरूरी है। यह एमओयू विद्यार्थियों को नए स्टार्टअप, इन्टरप्रेन्योर तथा आत्मनिर्भर बनने में सहायक सिद्ध होगा। कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय का इनक्यूबेशन सेंटर युवा उद्यमियों के लिए एक नया स्टार्टअप इकोसिस्टम प्रदान करता है। विश्वविद्यालय के छात्र एन्टरप्रेन्योर बनकर आत्मनिर्भर बने व विकसित राष्ट्र के निर्माण में अपना अहम योगदान दे, इसके लिए कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय में इंक्यूबेशन सेंटर की स्थापना की गई है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत शिक्षा, शोध, अनुसंधान, नवाचार, एन्टरप्रेन्योर, स्टार्टअप द्वारा युवाओं में कौशल विकसित कर उन्हें रोजगार युक्त करना व आत्मनिर्भर बनाना ही मुख्य लक्ष्य है।

कुलपति प्रो. सोमनाथ ने कहा कि कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के आईआईएचएस के यूजी प्रोग्राम्स में प्रदेश में सबसे पहले एनईपी को लागू किया गया था तथा अभी हाल ही में केयू के सम्बन्धित संस्थानों व कॉलेजों के यूजी प्रोग्राम्स में एनईपी-2020 को लागू किया गया है।

कुटिक की कोर्डिनेटर प्रो. अनुरेखा शर्मा ने इस समझौते के महत्व पर विस्तार से बताया व कुलपति प्रो. सोमनाथ सचदेवा तथा एडीआईएफ के अधिकारियों का धन्यवाद करते हुए कहा कि इस महत्वपूर्ण समझौते से विद्यार्थियों के लिए रोजगार, नवाचार व उद्यमिता के अवसर पैदा होंगे।

एडीआईएफ के प्रमुख अधिकारी सौरभ जैन ने इस समझौते के लिए कुलपति प्रो. सोमनाथ सचदेवा व कुटिक कोर्डिनेटर प्रो. अनुरेखा शर्मा का आभार प्रकट करते हुए कहा कि एडीआईएफ का उद्देश्य भारतीय स्टार्टअप इकोसिस्टम को वैश्विक स्तर पर 2030 तक शीर्ष पर ले जाना है। इसकी स्थापना प्रतिष्ठित स्टार्टअप्स पेटीएम, भारत मैट्रिमोनी, मैपमायइंडिया के साथ की गई थी। उन्होंने कहा कि इस एमओयू के माध्यम से युवा इंटप्रेन्योरशिप के द्वारा अपना कॅरियर बना सकते हैं।

इस मौके पर कुलसचिव प्रो. संजीव शर्मा, डीन एकेडमिक अफेयर्स प्रो. अनिल वशिष्ठ, कुटिक कोर्डिनेटर प्रो. अनुरेखा शर्मा, एडीआईएफ के अधिकारी प्रतीक जैन, सौरभ जैन, भूपिन्दर जीत, दूरवर्ती शिक्षा निदेशालय की निदेशक प्रो. मंजूला चौधरी, डीन रिसर्च एंड डेवलपमेंट प्रो. दिनेश कुमार, लोक सम्पर्क विभाग के निदेशक प्रो. ब्रजेश साहनी, प्रो. हरदीप आनंद, उप-निदेशक डॉ. दीपक राय बब्बर, परीक्षा नियंत्रक डॉ. हुकम सिंह, डॉ. रीटा, डॉ. अश्विनी मित्तल, मनोज शर्मा सहित अन्य लोग मौजूद रहे।

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