9 जुलाई को अरविंद केजरीवाल व पंजाब के सीएम भगवंत मान पंचकूला से करेंगे आंदोलन की शुरुआत : डॉ. सुशील गुप्ता
अडानी को फायदा पहुंचाने के लिए हरियाणा के लोगों का नुकसान किया गया: अनुराग ढांडा
धान के सीजन में भी किसान 8 घंटे बिजली को तरसे : अनुराग ढांडा
खट्टर सरकार के नौ साल बीतने के बाद भी बिजली बिल फुल और बती गुल है : डॉ. अशोक तंवर
बिजली मंत्री के क्षेत्र के सिविल अस्पतालों में कई कई घंटे बिजली नहीं आती : डॉ. अशोक तंवर
प्रदेश में गलत बिजली के बिलों को लोगों को थमाया जा रहा: चौ. निर्मल सिंह
बिजली समस्याओं पर जनता की आवाज बनेगी आम आदमी पार्टी: चौ. निर्मल सिंह

चंडीगढ़, 6 जुलाई  – आम आदमी पार्टी की ओर से वीरवार को चंडीगढ़ में प्रेस वार्ता की। इस दौरान प्रदेश में गहराए बिजली संकट को लेकर खट्टर सरकार को घेरा। प्रेसवार्ता में आम आदमी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष एवं राज्यसभा सांसद डॉ. सुशील गुप्ता, सीनियर वाइस प्रेसिडेंट अनुराग ढांडा, प्रचार समिति के अध्यक्ष डॉ. अशोक तंवर और राष्ट्रीय संयुक्त सचिव चौधरी निर्मल सिंह शामिल रहे। 

डॉ. सुशील गुप्ता ने जानकारी दी कि आम आदमी पार्टी नौ जुलाई को बिजली आंदोलन शुरु कर रही है। आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल और पंजाब के सीएम भगवंत मान हरियाणा में पंचकूला के इंद्रधनुष ऑडिटोरियम से बिजली आंदोलन की शुरुआत करेंगे। पंजाब और दिल्ली में 24 घंट बिजली फ्री मिल रही है और हरियाणा में पैसे देकर भी बिजली नहीं मिल रही। इस व्यवस्था को बदलने के लिए आम आदमी पार्टी इस आंदोलन की शुरुआत कर रही है।

इससे पूर्व, उन्होंने कहा कि प्रदेश में बिजली संकट से गृहणी, किसान, दुकानदार और उद्योगपति सभी परेशान हैं। बिजली समस्या से दैनिक कार्य प्रभावित हो रहे हैं। आम आदमी पार्टी का नारा है नो कट नो बिल 24 घंटे फ्री बिजली। आम आदमी पार्टी इस व्यवस्था को बदलने के लिए हरियाणा में आंदोलन शुरू करेगी। प्रदेश में बिजली समस्या पर खट्टर सरकार का कोई ध्यान नहीं है और हुड्डा सरकार ने भी इस पर कोई ध्यान नहीं दिया था। 1963 में 3 लाख 11 हजार बिजली उपभोक्ता हरियाणा में होते थे,  आज 75 लाख से ज्यादा बिजली उपभोक्ता है। परंतु बिजली जनरेट करने के लिए कोई काम नहीं हुआ। 

उन्होंने कहा कि नौ साल में बिजली की खपत बढ़ते बढ़ते 2 करोड़ 63 लाख यूनिट प्रतिदिन पहुंच गई है। लेकिन हरियाणा सरकार लगातार मांग को पूरा करने में असमर्थ है। पिछले साल अप्रैल मई में 2570 मेगावाट और मई में 1786 मेगावाट बिजली हरियाणा में कम हुई थी। खट्टर सरकार ने अदाणी को फायदा पहुंचाने के लिए अप्रैल में 11.55 रुपये प्रति यूनिट, मई में 8.13 रुपये प्रति यूनिट और जून में 7.30 रुपये प्रति यूनिट की दर से महंगी बिजली खरीदी। जबकि सुप्रीम कोर्ट के फैसले के अनुसार 2008 के समझौते के हिसाब से बिजली खरीदनी चाहिए थी। जब अदाणी के ऊपर चारों तरफ से संकट गहराने लगा तो उसको फायदा पहुंचाने के लिए ये साजिश रची और पूरे हरियाणा के उपभोक्ता पर इसका भार पड़ा।

उन्होंने कहा कि प्रदेश में सात सात घंटे तक बिजली के कट लग रहे हैं। कई कई महीनों से खट्टर सरकार लोगों को ट्यूबवेल के कनेक्शन नहीं दे रही है। आज प्रदेश की इंडस्ट्री ज्यादातर जनरेटर पर आधारित हो चुकी है। धान की बुआई के सीजन में 9 से 10 घंटे तक पानी की जरुरत होती है, लेकिन दो तीन घंटे भी किसान को बिजली नहीं मिल पाती। जिससे फसल प्रभावित हो रही है। वहीं पंजाब सरकार 10 से 12 घंटे बिजली किसानों को दे रही है। पंजाब और दिल्ली में 87 प्रतिशत घरों को बिजली बिल जीरो आ रहा है और 24 घंटे बिजली मिल रही है। उन्होंने सीएम खट्टर से इस समस्या पर जवाब मांगा।

सीनियर वाइस प्रेसिडेंट अनुराग ढांडा ने कहा कि प्रदेश में बिजली संकट है, इस बात को जन जन तक पहुंचाने के लिए आम आदमी पार्टी एक मेगा कैंपेन लॉन्च करने जा रही है। पंचकूला में बहुत से ऐसे लोग जो बिजली अत्याचार का जीता जागता उदाहरण है वो लोग भी इस सम्मेलन में हिस्सा लेंगे और अपनी समस्या को सार्वजनिक रूप से सबके सामने रखेंगे। ये भी बताएंगे कि इस समस्या को रखने के बावजूद भी सरकार उनकी मदद नहीं की। 

उन्होंने कहा कि अदाणी ग्रुप को फायदा पहुंचाने के लिए खट्टर सरकार ने प्रदेश के लोगों पर आर्थिक भार डाला। दो तरीके से अदाणी की कंपनी को फायदा पहुंचाने के लिए जो ओरिजिनल एग्रीमेंट हरियाणा सरकार का अदाणी ग्रुप के साथ हो रखा है, उसके मुताबिक 2.94 रुपये के हिसाब से बिजली मिलनी चाहिए। सीएम खट्टर से अपनी पॉवर का इस्तेमाल करके उसको सुपरसीड किया और नौ प्रतिशत की वृद्धि करके 3.20 रुपये उसके मूल्य को कर दिया। उन्होंने सीएम खट्टर से जवाब मांगा कि हरियाणा की जनता के टैक्स के पैसे से तनख्वा लेने के बावजूद वो किसी कंपनी के लिए काम क्यों कर रहे हैं।

उन्होंने कहा कि 2008 के ओरिजिनल एग्रीमेंट के मुताबिक 1424 मेगावाट हरियाणा को सप्लाई किया जाना था, इसको रिड्यूज करके 1096 मेगावाट कर दिया गया। अब हमारे हिस्से की करीब 400 मेगावाट बिजली अदाणी ग्रुप दूसरे राज्यों को दे सकता है। हरियाणा के लोग महंगी बिजली लेने को मजबूर हैं क्योंकि एक निकम्मी सरकार हरियाणा में शासन चला रही है। उन्होंने कहा कि सीएम खट्टर से प्रदेश के लोग आठ घंटे की जगह 12 घंटे बिजली मांगते हैं और सीएम खट्टर कहते हैं नहीं आठ घंटे ही मिलेगी। 

उन्होंने कहा कि खट्टर सरकार किसानों को आठ घंटे बिजली भी दो घंटे के अंतराल में देती है। जिससे पानी का और बिजली का नुकसान होता है। गोहाना में एक व्यक्ति ने रिश्वत देने से मना किया तो घर पर छापा मारकर कई लाखों रुपये का 70 हजार यूनिट का बिल थमा दिया। इस तानाशाही के खिलाफ आम आदमी पार्टी आंदोलन शुरू कर रही है।

प्रदेश प्रचार समिति के अध्यक्ष डॉ. अशोक तंवर ने कहा कि आधुनिक जीवन बिजली पर आधारित है। खट्टर सरकार के नौ साल बीतने को है लेकिन बिजली के बिल फुल हैं और बती गुल है। उद्योग से लेकर किसान सब इससे प्रभावित हैं। बिजली मंत्री के क्षेत्र के हालात ऐसे हैं कि सिविल अस्पतालों में कई कई घंटे बिजली नहीं आती। अधिकारियों के कनेक्शन 24 घंटे की बिजली के साथ जुड़े हैं। उन्होंने खट्टर सरकार पर कटाक्ष करते हुए कहा कि नौ साल के बाद भी ढाणियों में बिजली नहीं पहुंची। 2013-14 में परमाणु संयंत्र का नींव पत्थर रखवाने के नौ साल बीतने के बाद भी उसकी कोई चर्चा नहीं है। आम आदमी पार्टी ने हमेशा फ्री बिजली की बात की है। प्रदेश में बिजली संकट को लेकर बड़े स्तर पर आंदोलन किया जाएगा। आम आदमी पार्टी लोगों की आवाज को मजबूती से उठाएगी।

राष्ट्रीय सह सचिव चौधरी निर्मल सिंह ने कहा कि हरियाणा बनने के बाद खपत बहुत तेजी से बढ़ी है। आज पूरे हरियाणा के लोग परेशानी झेल रहे हैं। प्रदेश में गलत बिलों को लोगों के हाथों में थमाया जा रहा है। छोटे छोटे घरों में लाखों के बिल आ रहे हैं। आम आदमी पार्टी जन आंदोलन से जनता की आवाज बनने का काम करेगी।

error: Content is protected !!