कहा : मुख्यमंत्री खट्टर व उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला की कथनी व करनी में है अंतर

चंडीगढ़, 05 जुलाई 2023 – भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस महासचिव व सांसद रणदीप सिंह सुरजेवाला ने भाजपा जजपा सरकार पर हमला बोलते हुए कहा को हमने चंडीगढ़ से प्रेसवार्ता कर बताया कि कैसे खट्टर सरकार ने CET को “Common Exploitation Test” बना दिया है। लेकिन आज ही CET की मानी हुई ख़ामियाँ भी दूर किए बग़ैर युवाओं के भविष्य की “भ्रूण हत्या” शुरू कर दी।

उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री खट्टर ने ख़ुद कल प्रेस वार्ता में माना कि सोशियो इकोनॉमिक केटेगरी (SEC) के नम्बर जोड़ने या हटवाने का समय देंगे, ग़लत केटेगरी ठीक करेंगे और BJP के चिरपरिचित तरीक़े से व आधे अधूरे मन से बग़ैर आश्वासन दिये ये भी माना कि चार गुना की बजाय पंद्रह या बीस गुना CET पास युवाओं को बुलाने की बात पर विचार होगा। बावजूद इसके 24 घंटे में ही खट्टर सरकार का “दोगला चरित्र” उजागर हो गया। इनकी कथनी कुछ और है, करनी और !

सुरजेवाला ने कहा कि HSSC ने आज ही अलग अलग पदों के लिए लिखित एग्जाम से पहले ‘फिजिकल मेजरमेंट टेस्ट’ (PMT) का नोटिस जारी कर दिया। PMT के लिए चार गुना से दुगने लगभग आठ गुना CET पास युवा बुलाये गए हैं, पर जान बूझ कर की रही ज़्यादतियों का सिलसिलेवार आलम देखिए👇

  1. कांग्रेस ने कल ही CET का प्रश्न पत्र जारी कर बताया था कि CET की ‘आंसर की’ ग़लत है क्योंकि सवालों के जबाब ही ग़लत थे। युवाओं ने ₹100 प्रति प्रश्न भर कर HSSC से दुरस्ती की मांग भी की थी।

फिर CET के प्रश्नों के सही जबाबों के आधार पर रिवाइज़्ड रिजल्ट जारी किए बग़ैर भर्ती प्रक्रिया कैसे शुरू हो सकती है? क्या CM व HSSC बताएगा कि ‘रिवाइज़्ड की’ कहाँ है?

  1. CM खट्टर जी ने भी माना और HSSC ने भी नोटिस जारी कर माना कि युवा ‘सोशियो इकोनॉमिक केटेगरी’ (SEC) के नंबर जुड़वा या हटवा सकते हैं।

तो फिर इसे ठीक किए बग़ैर भर्ती प्रक्रिया कैसे शुरू हो सकती है? SEC के ग़लत नंबर लेने वाले उम्मीदवारों को क्यों नहीं हटाया जबकि उन्हें HSSC को अप्लाई कर नंबर डिलीट करने को कहा है? क्या यह अपने आप में ग़लत नहीं? क्या यह युवाओं से धोखा नहीं? क्या अब CM खट्टर जी की 12 घंटे पहले दी ज़ुबान की भी कोई क़ीमत नहीं?

  1. Ex सर्विसमेन केटेगरी व EWS केटेगरी के अनेकों लोगों को CET के घोषित परिणाम में इन केटेगरी का लाभ न देकर ग़लत तरीक़े से जनरल केटेगरी में रख दिया गया। उन सबने दुरस्ती की मांग भी रखी और CM व HSSC ने माना की वह इसे ठीक करेंगे।

फिर इसे ठीक किए बग़ैर भर्ती प्रक्रिया शुरू करने का क्या औचित्य है? क्या CM खट्टर जी अपने कहे से 12 घंटे में ही मुकर गए?

  1. CET के ‘क्वालिफ़ाइंग मार्क’ जनरल केटेगरी में 47.5 हैं। अगर आनन फ़ानन में जारी किया नीचे दर्शाया HSSC से जारी हुआ नोटिस देखें तो पाएँगे कि आठ गुना बुलाकर भी एक पोस्ट के अलावा ‘कट ऑफ’ मार्क्स बहुत ज़्यादा हैं। बीसी-बी और EWS भी जनरल केटेगरी के बराबर हैं और एक या दो श्रेणियों में ज़्जनरल से भी ज़्यादा हैं। तो जब 4 गुना युवाओं को बुलायेंगे तो कट ऑफ और भी ज़्यादा होगी।

इसीलिए चार साल धक्के खाकर CET पास करने का भी क्या फ़ायदा हुआ?

यही एतराज़ CET के 3,59,000 युवाओं को है और यही माँग हमने उठायी थी कि 15 से 20 गुणा युवाओं को बुलाया जाए।

तो फिर खट्टर सरकार CET पास लाखों युवाओं के भविष्य को ताक पर रखकर अड़ियल रुख़ क्यों अपनाए है?

सुरजेवाला ने भाजपा जजपा सरकार को चेताते हुए कहा कि खट्टर-दुष्यंत की जोड़ी इसे हरियाणा के युवाओं की चेतावनी माने और CET का जंजाल ठीक करें वरना वो दिन दूर नहीं जब उन्हें ‘अर्श से फ़र्श’ का रास्ता देखना होगा।

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