प्रदूषण, स्टोन क्रेशरों के खिलाफ क्षेत्र में लगातार होती महापंचायतों का दौर जारी और सरकार के खिलाफ बढ़ रहा भारी रोष

भारत सारथी/ कौशिक

नारनौल। नांगल चौधरी क्षेत्र के गांव मेंघोत बिंजा व बिगोपुर में इंजीनियर तेजपाल यादव की अध्यक्षता में रविवार सुबह महापंचायतों का आयोजन किया गया। इसमें लोगों ने काली पट्टी बांधकर सरकार का कड़ा विरोध किया। प्रशासन व भाजपा सरकार को चेताते हुए कहा कि ये आंदोलन अब रुकने वाला नहीं है यह आंदोलन बहुत बड़ा रूप लेगा। महापंचायत में स्थानीय जनप्रतिनिधि के खिलाफ संगीन आरोप लगाए।

गौरतलब है कि सामाजिक कार्यकर्ता एवं पर्यावरणविद् इंजीनियर तेजपाल यादव पिछले 6 साल से नांगल चौधरी क्षेत्र में अंधाधुंध लगते स्टोन क्रेशर और उनसे हो रहे भारी पर्यावरण प्रदूषण के खिलाफ लंबी सामाजिक व कानूनी लड़ाई लड़ रहे हैं। हाल ही में अभी जनवरी 2023 में उनकी याचिका “तेजपाल वर्सेस स्टेट ऑफ हरियाणा” पर महेंद्रगढ़ व चरखी दादरी जिले के सभी क्रेशरों पर न्यूनतम 20 लाख रुपए प्रति क्रेशर के हिसाब से 70 करोड का भारी-भरकम जुर्माने का आदेश भी हुआ था। इस आदेश के अमल न होने के चलते उन्होंने एक बार फिर से सामाजिक आंदोलन के सहारे नई लड़ाई छेड़ दी है। विगत में उनकी याचिका पर महेंद्रगढ़ जिले के 72 स्टोन क्रेशरों के बंद करने के ऐतिहासिक आदेश भी एनजीटी से हो चुके हैं।

हरियाणा में गठबंधन सरकार व प्रशासन के खिलाफ एक बड़ा आंदोलन जमीन पर तैयार करने हेतु व बड़े आंदोलन की रूपरेखा बनाने की जमीन तैयार कर रहे हैं । उसी के चलते एक चरणबद्ध तरीके से गांव-गांव में महापंचायते कर रहे हैं। हाल ही में कुछ दिन पहले स्टोन क्रेशरों व पर्यावरण प्रदूषण के खिलाफ में धोलेडा व खातोली जाट गांव में महापंचायते भी हुई थी।‌ जिसमें लोगों ने हरियाणा भाजपा जेजेपी सरकार के खिलाफ काली पट्टी बांधकर कड़ा विरोध जताया था।

क्या कहा इंजीनियर तेजपाल यादव ने

इंजीनियर तेजपाल यादव ने गांव मेघोत बिंजा में लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि आज हमारे क्षेत्र के प्राकृतिक संसाधनों को लूटा जा रहा है। हमारे क्षेत्र से बहुत सारा राजस्व कमाकर, सरकार उल्टा हम ही को बीमारियां बांट रही है। इसके खिलाफ में हमें समय रहते एकजुट होना होगा।

उन्होंने इस बात पर जोर देते हुए कहा कि कहीं न कहीं क्षेत्र में अंधाधुंध लगते क्रेशर व खुलेआम अवैध माइनिंग की जिम्मेवार यहां के जनप्रतिनिधि, प्रदेश सरकार और लचर प्रशासन है। उनकी मिलीभगत के बिना इतना बड़ा अंधाधुध क्रेशरों व माइनिंग का अवैध धंधा इस क्षेत्र में नहीं चल सकता।

उन्होंने सवालिया लहजे में स्थानीय जनप्रतिनिधि पर सवाल उठाते हुए कहा कि सभी लोगों ने अपनी मंथली बांधी हुई है और ऊपर से जनसेवक बनने का ढोंग करते हैं।

जब लोगों ने महापंचायत के बाद मेघोत बिंजा में अपने घर लें जाकर अवैध माइनिँग से घरों में आ रही दरारों को दिखाया तो उन्होंने हैवी ब्लास्टिंग, उन ब्लास्टिंग से मकानों में आ रही दरारों, भारी ब्लास्टिंग के चलते ग्रामीणो के घरो पर उछलकर आते पत्थरों की समस्या पर गहरी चिंता व्यक्त करते हुए लोगों को इसके खिलाफ लड़ने के लिए प्रोत्साहित किया और कहा कि माइनिंग माफिया के खिलाफ आप को डरने की जरूरत नहीं है। अगर आप के घरों में पत्थर आते हैं, आपके यहां क्रेशरों व माइनिंग से इतना ज्यादा वायु प्रदूषण और ध्वनि प्रदूषण होता है। आपके मकानों में दरारे आती हैं तो तुरंत आप पुलिस स्टेशन में प्राथमिकी कराएं और इसकी सूचना व शिकायत एनजीटी और सभी विभागों को भेजें और जरूरत पड़े तो आपको सड़क जाम करने से भी पीछे नहीं हटना चाहिए।

वहीं दूसरी महापंचायत में गांव बीगोपुर में बोलते हुए उन्होंने कहा कि आज भी बीगोपुर की पंचायती जमीन पर अवैध माइनिंग माफियाओं व क्रेशर माफियाओं का कब्जा हो रखा है। इसके खिलाफ में हमें खड़ा होना होगा, आवाज उठानी होगी। उन्होंने लोगों से कहा कि सीधा इस समस्या का एक ही समाधान है कि हमें जल्द रूप से यहां के नेताओं, मंत्रियों, सरकार और प्रशासन का पूर्ण रूप से बहिष्कार करना होगा। गांव में उनके आने पर पाबंदी लगानी होगी और अपने हक व हकूक की आवाज सड़क पर लड़कर बुलंद करनी होगी, तभी यहां कुछ समाधान हो सकता है।

इंजीनियर यादव ने कहा कि अब हमें अपने अधिकार छीनकर व लड़ कर लेना होगा। स्टोन क्रेशर, प्रदूषण फैलाने वाली इकाईयों व अवैध माइनिंग को यहां से जड़ से उखाड़ना होगा और वह तभी संभव होगा जब हम सत्ताधीश नेताओं, विधायकों, सांसदों व मंत्रियों का बहिष्कार करेंगे और पूर्ण रूप से क्रांतिकारी रास्ता अपनाएंगे।

प्रदूषण की लड़ाई में वर्तमान में क्या आया है बदलाव

इंजीनियर तेजपाल यादव भी इस बार और ज्यादा आक्रामक मूड में नजर आ रहे हैं और उसी तरह उनको जनता का समर्थन मिलता जा रहा। मेघोत बिंजा व बीगोपुर में हुई शानदार बड़ी महापंचायतों ने आज यह साबित कर दिया कि प्रदूषण से तिल तिल कर मर रही नांगल चौधरी की जनता अब इसे और बर्दाश्त नहीं करेगी।

नांगल चौधरी के विधायक, हरियाणा भाजपा सरकार व जिला प्रशासन की मिलीभगत के चलते नांगल चौधरी क्षेत्र के काफी गाँवों के लोगों की जिंदगियां बर्बाद हो रही है। नांगल चौधरी क्षेत्र के काफी गांवों के लोग स्टोन क्रेशर से हो रहे भारी पर्यावरण प्रदूषण व माइनिंग से इस कदर परेशान है कि माइनिंग व हैवी ब्लास्टिंग की वजह से काफी बार भारी पत्थर मकानों में उछलकर आते हैं जिनसे की घर से बाहर निकलना भी एक खौफ के साए की तरह होता है। नौनिहालों की जिंदगी और जवान होने से पहले बीमारियों के चलते खत्म हो रही हैं।

इस मौके मेघोत बिंजा से सूबे सिंह, राजपाल, बीरेंद्र, सुभाष, हरी सिंह, धर्मपाल, सत्यनारायण, शुभराम, दयानंद, सतीश, शेर सिंह, संतोष देवी, सावित्री, केला देवी, बनारसी, बिमला देवी, गाँव खातोली अहीर से रामबिलास, प्रताप कंडेकटर, गाँव बीगोपुर से जगमाल पूर्व सरपंच, बनवारी नंबरदार, विक्रम जागेदार, परमिंदर जागेदार, रामानंद पंच, गजानंद पंच उत्तम , सुभाष, मानिँद्र, सुनील यादव, हवा सिंह, विजय सिंह, राधेश्याम, बिन्टु सोनी, संजय यादव, विकास, छाजूराम स्नेक, मुकेश और गाँव खतोली जाट से विकास सरपंच, अमीलाल हवलदार, रोहताश, हरचंद, कृष्ण सूबेदार, लालाराम सूबेदार, अज़हर खान, कृष्ण आदि गणमान्य लोग उपस्थित थे!

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