निपुण हरियाणा कार्यक्रम के अंतर्गत शिक्षकों ने सीखा गतिविधि आधारित शिक्षण व बच्चों को बेहतर ढंग से पढ़ाने की विधियां
ग्रीष्मकालीन अवकाश में शिक्षकों का छह दिवसीय एफएलएन प्रशिक्षण संपन्न
जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी सरोज कुमारी दहिया ने सभी प्रतिभागियों को प्रमाणपत्र देकर किया सम्मान

गुरुग्राम – राजकीय स्कूलों में शिक्षा का स्तर सुधारने के लिए हरियाणा शिक्षा विभाग ने ग्रीष्मकालीन अवकाश में प्राथमिक शिक्षकों के लिए निपुण हरियाणा कार्यक्रम के अंतर्गत एफएलएन प्रशिक्षण शिविर लगाए । जिसमें बुनियादी साक्षरता एवं संख्या ज्ञान प्रशिक्षण शिविर में छह दिन की ट्रेनिंग करवाई गई । गुरुग्राम जिले के एफएलएन कार्यक्रम के नोडल अधिकारी मनोज कुमार लाकड़ा ने बताया कि निपुण हरियाणा मिशन के अंतर्गत पूरे जिले के प्राथमिक शिक्षको का छह दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम पूरा किया जा चुका है । इसी मिशन में सभी प्राथमिक शिक्षकों को छह दिवसीय प्रशिक्षण लेना अनिवार्य था । यह छह दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम जिले के सभी ब्लॉक में चलाया गया था, जिसमे गुरुग्राम ब्लॉक के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय बसई व राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय सेक्टर 4/7 में इसका समापन किया गया । इसमें 40 – 40 शिक्षकों के बैच को प्रशिक्षण हेतु बुलाया गया और दूसरे जिले के अध्यापको सहित 1546 शिक्षकों ने भाग लिया ।

राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत विद्यार्थियों का रुझान पढ़ाई की तरफ करने और उन्हें खेल-खेल में पढ़ाने के लिए अध्यापकों को नए तौर तरीके सिखाए जा रहे हैं । इसके लिए हरियाणा शिक्षा विभाग ने ग्रीष्मकालीन अवकाश में प्राथमिक शिक्षकों के लिए शिविर लगाकर टीचर गाइड, हिंदी, अंग्रेजी व गणित की वर्कबुक्स व पाठ्य पुस्तकें, संपर्क टीवी का प्रयोग, पाठ्यक्रम आधारित सामग्री का प्रयोग करना सिखाया गया । सारा प्रशिक्षण डेमो आधारित रहा, जिसमें सभी अध्यापकों ने सभी गतिविधियों को स्वयं प्रदर्शित किया ।

सरकारी विद्यालय बसई व सेक्टर 4/7 में विभिन्न विद्यालयो व विभिन्न जिलों से आए हुए अध्यापकों ने निपुण हरियाणा मिशन के अंतर्गत हर बच्चे को निपुण बनाने की शपथ भी ली ।

जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी सरोज कुमारी दहिया ने सभी प्रतिभागियों को प्रमाणपत्र देकर सम्मानित किया एवं सभी को शुभकामनाएँ दी । जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी सरोज कुमारी दहिया ने बताया कि इस प्रशिक्षण में सभी शिक्षको ने अच्छे तरीके से बच्चों को बेहतर ढंग से पढ़ाने के गुर सीखें हैं, अब सभी अध्यापक अपने अपने विद्यालयों में जाकर बच्चों को निपुण बनाएंगे । उन्होंने सभी अध्यापकों को अपनी प्रतिभा का भरपूर प्रयोग करने का भी आह्वान किया ।

इस प्रशिक्षण के दौरान खंड शिक्षा अधिकारी सुदेश राघव, खंड संसाधन समन्वयक दीप्ति बोकन, जिला समन्वयक एफएलएन मनोज कुमार लाकड़ा, एलएलएफ फाउंडेशन से प्रवीन कुमार, उषा सोलंकी, संपर्क फाउंडेशन से अंकित पाठक ने भी बीच बीच में प्रशिक्षण शिविर के हर बैच में जाकर अध्यापकों से बातचीत की व प्रशिक्षण के बारे में जानकारी प्राप्त की ।

जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी सरोज कुमारी दहिया ने सभी मुख्य प्रशिक्षक सोनम यादव, ज्योति रानी, हितेश मेहरा, योगिता यादव, सुरेंद्र, लक्ष्मी, मीनाक्षी, पवन, प्रेरणा, रूपिंदर कौर, जगमोहन, हरेल चतुर्वेदी, सरिता, कमल, संजीत, सरजीत व ज्योति की तारीफ़ की और इस प्रशिक्षण के तौर तरीकों की भी सराहना की । इस दौरान राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय सेक्टर 4/7 के प्रधानाचार्य दिनेश कुमार व ब्लॉक कॉर्डिनेटर राजीव ढुल भी मौजूद रहे ।

समापन दिवस पर प्राथमिक शिक्षकों को संबोधित करते हुए जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी सरोज कुमारी दहिया ने कहा कि हम सभी शिक्षक बहुत मेहनत करते हैं, हम राष्ट्र निर्माता हैं, हमें सभी बच्चों की नींव को मज़बूत करना है । हम गर्मी की छुट्टियों के दौरान प्रशिक्षण प्राप्त कर अपने अपने विद्यालय में शिक्षा ग्रहण कर रहे बच्चों के बुनियादी कौशल में वृद्धि करेगें । इस प्रशिक्षण का मुख्य उद्देश्य अपनी प्रतिभा, गतिविधि, बेहतरीन प्रयास को आपस में एक दूसरे के साथ साझा करना भी है ।
G 20 के अंतर्गत जनभागीदारी कार्यक्रम में सभी अभिभावकों को अच्छी शिक्षा का भरोसा भी दिलाना है और उनके सपनों को भी पूरा करना है, जो बहुत आशा से अपने नन्हे बच्चों को हमारे हाथों में सौंप रहे हैं । महामहिम राष्ट्रपति द्वारा सम्मानित राष्ट्रीय अवॉर्डी शिक्षक मनोज कुमार लाकड़ा ने बताया कि पिछले दिनों पुणे, महाराष्ट्र में G 20 के अंतर्गत आयोजित राष्ट्रीय स्तरीय प्रदर्शनी में हरियाणा राज्य का प्रतिनिधित्व करने गुरुग्राम जिले से तीन अध्यापकों को मौका मिला जोकि गर्व की बात है । वहां पर निपुण भारत मिशन के अंतर्गत सभी राज्यों की प्रदर्शनी में बहुत कुछ सीखने को मिला व अपने अनुभव भी सभी प्रतिभागियों के साथ साझा किए । अन्य राज्यों की शिक्षा प्रणाली को उन्हें नजदीक से जानने का अवसर भी मिला । हम सब भी अपने विद्यालय में उसी अनुरूप गतिविधि आधारित शिक्षण पर बल देंगे और आशा करेंगे कि जुलाई से ही हमारे स्कूलों का माहौल बदला हुआ नजर आए ।

जिला मौलिक शिक्षा अधिकारी सरोज कुमारी दहिया ने उपस्थित शिक्षकों को संबोधित करते हुए कहा कि इस प्रशिक्षण का लाभ बच्चों तक पहुंचाना ही हमारा पहला कर्तव्य बनता है । इसके साथ-साथ विद्यालयों में मेंटरिंग व मॉनिटरिंग का काम भी लगातार जारी रहेगा ।

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