शनिवार से आमरण अनशन पर बैठे किसानों की संख्या हो जाएगी 2 गुना      
 पीड़ित किसानों की मांग 5 से 7 करोड रुपए तक मिलना चाहिए मुआवजा       
 सरपंच सत्यदेव हवलदार मोतीलाल और पवन यादव बैठेंगे अनशन पर 

फतह सिंह उजाला                                         

मानेसर / पटौदी । मानेसर औद्योगिक क्षेत्र  और नगर निगम के गांव कासन की 1810  एकड़ जमीन का मामला अब और भी अधिक तूल पकड़ता दिखाई दे रहा है । 1 वर्ष का अनिश्चितकालीन अनशन धरना पूरा करने के बाद पीड़ित किसान अपनी मांगों के समर्थन में अनिश्चितकालीन आमरण अनशन शुरू कर चुके हैं ।  

इसी कड़ी में तीन और किसान कासन गांव के सरपंच सतदेव शर्मा, हवलदार मोतीलाल व बांस लांबी गांव के पवन यादव शनिवार से आमरण अनशन के लिए अपने बैठे किसानों का साथ देंगे । 24 जून 2023 से आमरण अनशन पर बैठे किसानों की संख्या 8 हो जाएगी । हरियाणा सरकार की विधानसभा में किसानों के पक्ष में जो पटौदी के विधायक एडवोकेट सत्य प्रकाश जरावता ने 9 अगस्त 2022 को किसानों की आवाज उठाई थी, कम से कम 5 से 7 करोड का मुआवजा किसानों को मिलना चाहिए । लेकिन सरकार किसानों को उचित मुआवजा नहीं दे रही है ।   

पीड़ित और प्रभावित किसानों के मुताबिक 28 दिसंबर 2022 को हरियाणा के मुख्यमंत्री  मनोहर लाल खट्टर के द्वारा की गई घोषणा को अभी तक पूरा नहीं किया गया । इसी बात को लेकर 1810 एकड़ के किसान मानेसर तहसील के ऑफिस के सामने 22 जून 2022 से धरना दे रहे हैं । बार-बार  सरकार से गुहार लगाने के बाद आज तक किसानों की समस्या का कोई समाधान नहीं हुआ है । कासन गांव के साथ लगती हुई रिहायशी कॉलोनी, ढाणी प्रेम नगर के साथ लगती है रिहायशी आबादी ,इस पर किसी प्रकार की सरकार ने घोषणा नहीं की है।   

अट्ठारह सौ 10 एकड़ जमीन गुरुग्राम जिले की सबसे बेशकीमती जमीन है । जोकि हरियाणा सरकार कौड़ियों के भाव खरीद रही है । एक साल से किसान धरना प्रदर्शन कर रहे हैं , लेकिन अभी तक कोई परिणाम नहीं आया है । आमरण अनशन पर बैठे किसान रोशन थानेदार गांव बांस लांबी, महेंद्र यादव गांव पखरपुर, राजेंद्र यादव गांव सहरावन मोनू यादव गांव से सहरावण, धर्मवीर यादव गांव मानेसर, सतदेव सरपंच गांव कासन हवलदार मोतीलाल गांव कासन ,पवन यादव ब़ांस लांबी सभी ने एक स्वर में कहा कि जब तक सरकार हमारी मांगे पूरी नहीं करेगी हम आमरण अनशन पर बैठे रहेंगे।