·       कुरुक्षेत्र में जिस बर्बरता से किसानों पर लाठीचार्ज हुआ उसने ब्रिटिश साम्राज्य की क्रूरता की याद दिला दी – दीपेंद्र हुड्डा

·       हरियाणा समेत पूरे उत्तर भारत में MSP पर सूरजमुखी की खरीद की जाए – दीपेंद्र हुड्डा

·       कल जिन किसानों को हिरासत में लिया गया है उनको तुरंत रिहा किया जाए – दीपेंद्र हुड्डा

·       घायल किसानों को सरकार की ओर से आर्थिक सहायता दी जाए – दीपेंद्र हुड्डा

·       अगर मौजूदा सरकार MSP की कानूनी गारंटी नहीं देगी तो 2024 में कांग्रेस सरकार बनते ही इस मांग को पूरा करेंगे- दीपेंद्र हुड्डा

·       किसान की हाय सरकार को बहुत महंगी पड़ेगी एक एक लाठी का जवाब देना होगा- दीपेंद्र हुड्डा

·       दुर्भाग्य की बात है कि सरकार बेटियों के प्रति सौतेले व्यवहार के नये नये कीर्तिमान बना रही है – दीपेंद्र हुड्डा

·       हमारा स्टैंड अडिग है जब तक बेटियों को न्याय नहीं मिलेगा, हम उनका साथ देंगे – दीपेंद्र हुड्डा

चंडीगढ़, 7 जून। सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने आज अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की ओर से पत्रकार वार्ता करते हुए कहा कि मध्य प्रदेश के मंदसौर गोलीकांड की छठवीं बरसी पर कल हरियाणा में कुरुक्षेत्र के शाहाबाद में भाजपा सरकार ने एक बार फिर अपना किसान विरोधी चेहरा दिखाया है। जिस बर्बरता के साथ किसानों पर लाठीचार्ज किया गया उससे ब्रिटिश साम्राज्य की क्रूरता की याद आ गयी। इससे स्पष्ट हो चुका है कि ये सरकार न किसान की है, न जवान की है, न पहलवान की है। ये सरकार सिर्फ धनवान की है। मंडी में किसान की फसल पिट रही है और सड़क पर किसान पिट रहा है, इसको पूरा देश देख रहा है।

देश के गांव गांव में मशहूर लाल बहादुर शास्त्री जी द्वारा दिये गये जय जवान, जय किसान के नारे को इस सरकार ने बदल दिया है। अब इस सरकार का नारा है पिटे किसान, जय धनवान। सरकार पूरी तरह से तानाशाही पर उतर गई है हरियाणा में तो किसानों पर लाठीचार्ज की घटनाएं आम हो गयी हैं। दीपेंद्र हुड्डा ने सरकार को चेतावनी दी कि किसान की हाय इस सरकार को बहुत महंगी पड़ेगी एक-एक लाठी का जवाब देना होगा। क्या सरकार ये चाहती है कि किसान फिर से आंदोलन के रास्ते पर आयें। उन्होंने किसानों से अपील करी कि वे धैर्य रखें अगर ये सरकार MSP की कानूनी गारंटी नहीं देगी तो 2024 में बदलाव आयेगा और कांग्रेस सरकार बनते ही MSP की कानूनी गारंटी की मांग को पूरा करेंगे। उन्होंने कांग्रेस पार्टी की तरफ से मांग करी कि हरियाणा समेत पूरे उत्तर भारत में MSP पर सूरजमुखी की खरीद की जाए। कल जिन किसानों को सरकार ने हिरासत में लिया है उनको तुरंत रिहा किया जाए। लाठीचार्ज में घायल हुए किसानों को सरकार की ओर से आर्थिक सहायता दी जाए और किसान आंदोलन के समय स्वयं प्रधानमंत्री ने किसानों से एमएसपी कमेटी का वादा किया था उसका ठीक ढंग से क्रियान्वयन करके MSP की कानूनी गारंटी दी जाए। दीपेंद्र हुड्डा ने यह भी कहा कि सरकारी वादाखिलाफी के मुद्दे को संसद में भी पुरजोर ढंग से उठायेंगे।

उन्होंने कहा कि कल का लाठीचार्ज MSP के मुद्दे पर हुआ। खुद सरकार ने सूरजमुखी का एमएसपी 6400 तय किया गया है। सरकारी खरीद शुरू न होने से निजी खरीददार बाजार में 3500-3800 प्रति क्विंटल के भाव में सूरजमुखी खरीद रहे। सरकारी खरीद शुरु करने के लिए किसानों ने लगातार 5 बार सरकार से बात की फिर भी खरीद शुरु नहीं हुई और सरकार तारीख पर तारीख देती रही। इसके बाद सरकार ने कहा कि इसको भावान्तर योजना में ले लिया जायेगा। यदि ये मान भी लिया जाये कि भावान्तर में किसान को 1000 मिल जायेगा तो भी किसान को 1900-2200 रुपये तक का प्रति क्विंटल घाटा होगा। किसान सूरजमुखी को MSP पर खरीदने की मांग को लेकर शांतिपूर्ण तरीके से धरना प्रदर्शन कर रहे थे लेकिन हरियाणा सरकार ने जिस प्रकार लट्ठ तंत्र का प्रयोग किया है उसे देखकर पूरा देश शर्मसार हुआ है। इसे भाजपा के अन्याय के अध्याय के रूप में देखा जा सकता है। उन्होंने बताया कि कांग्रेस एकमात्र ऐसी पार्टी है जिसने पार्टी के उदयपुर एवं रायपुर अधिवेशन में कृषि क्षेत्र पर बनी हुड्डा कमेटी की घोषणा पर लगभग सारी फसलों की खरीद MSP पर करने और MSP को कानूनी गारंटी का वादा राष्ट्रीय स्तर पर किया है।

सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि कुरुक्षेत्र में हुआ लाठीचार्ज सरकार के किसान विरोधी चेहरे का प्रतीक है। हरियाणा सरकार के लट्ठ तंत्र का प्रतीक है। ये सरकार हरियाणा में हर वर्ग को अपमानित करने का काम कर रही है। इस सरकार ने किसान से किये हर वादे को तोड़ने का काम किया है। पहले सरकार ने 2022 तक किसान की आमदनी दोगुनी करने का वादा किया था लेकिन उसको भी तोड़ने का काम किया आमदनी दोगुनी हुई नहीं खर्चा और कर्जा दोगुना हो गया। ये सरकार इस कदर किसान विरोधी निकली कि वो 3 कृषि कानून लेकर आयी, जिसमें MSP की अवधारणा ही धूमिल कर दी गई थी। किसान आंदोलन आजाद भारत के इतिहास में पहला ऐसा आंदोलन था जो इतना लंबा चला, इतना व्यापक रहा और 750 किसानों को जान की कुर्बानी देनी पड़ी। MSP की गारंटी पर कमेटी का गठन करने के वादे के बावजूद न कमेटी बनी न MSP की गारंटी मिली। किसान आंदोलन के समय यही सरकार कहती थी कि MSP थी है और रहेगी। सरकार MSP पर खरीद करेगी। दीपेंद्र हुड्डा ने सवाल किया कि यदि MSP पर खरीद हो रही थी तो फिर कल कुरुक्षेत्र में क्या हुआ?

एक सवाल के जवाब में दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि इंसाफ की मांग कर रही महिला खिलाड़ियों के मुद्दे पर कांग्रेस पार्टी का स्टैंड अडिग है। उन्होंने कहा कि हमारी बेटियों को न्याय मिले और जब तक न्याय नहीं मिलेगा, हम अपनी बेटियों का साथ देंगे। दुर्भाग्य की बात है कि सरकार बेटियों के प्रति सौतेले व्यवहार के नये नये आयाम स्थापित कर रही है। ये पहला उदाहरण होगा जब बेटियां अपनी शिकायत लेकर सामने आईं तो पुलिस ने एफआईआर तक दर्ज नहीं की, इसके लिये उन्हें सुप्रीम कोर्ट जाना पड़ा। इसके बाद सरकार ने आरोपी भाजपा सांसद की गिरफ्तारी नहीं की जो देश में इस प्रकार का शायद पहला उदाहरण होगा। उन्होंने सरकार से सीधा सवाल किया कि अपने एक सांसद को बचाने के लिये देश भर में बेटियों के लिये कैसा वातावरण बना रहे हैं। जब बेटियां अपने मेडल विसर्जित करने के लिये हरिद्वार गयीं तो सरकार के किसी प्रतिनिधि ने उनको रोकने की कोशिश तक नहीं की। ऐसा लगता है कि ये सरकार सिर्फ बेटियों के साथ ही नहीं उनके मेडल से भी घृणा करती थी। अब सरकारी तंत्र को बेटियों की आवाज़ को कुचलने के लिये खुला छोड़ दिया गया है। न्याय के लिये लड़ रही बेटियों के लिये क्या ये उचित वातावरण है?

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