चंडीगढ़, 12 मई – कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री श्री जेपी दलाल ने कहा कि कृषि हमारी अर्थव्यवस्था का प्राथमिक एवं महत्वपूर्ण स्तम्भ है। हरियाणा एक कृषि प्रधान राज्य है जिसकी 60 प्रतिशत से भी अधिक जनसंख्या की आजीविका प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप में कृषि तथा कृषि से सम्बन्धित क्षेत्रों पर निर्भर करती है।

कृषि मंत्री आज नई दिल्ली में “कृषि में भविष्य की नई तकनीक, भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए गेम चेंजर साबित होगी” विषय पर आयोजित एक दिवसीय सम्मेलन को सम्बोधित कर रहे थे।

कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री ने कहा कि कृषि में भविष्य की नई तकनीक, भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए गेम चेंजर साबित होगी। हमें कृषि क्षेत्र में हर पहलू पर विशेष ध्यान देना होगा। कृषि को बढ़ावा देने तथा किसानों की आय को बढ़ाने के लिए हमें नवीनतम तकनीकों को अपनाना होगा तथा हमें इस क्षेत्र से जुड़े हुए प्रत्येक भागीदार को साथ जोड़ना होगा।

उन्होने कहा कि राज्य में फसलों के अधीन क्षेत्र तथा संसाधन सीमित है। इसलिए भविष्य में कृषि उत्पादकता बढ़ाने के लिए नवीनतम तकनीकों जैसे कि ड्रोन तकनीक, जी०पी०एस० तकनीक, स्मार्ट सिंचाई एवं प्रसिजन फार्मिंग आदि के उपयोग को बढ़ावा देना होगा। आने वाले समय में इन नवीनतम तकनीकों के माध्यम से अपने संसाधनों का समुचित उपयोग एवं प्रबंधन करते हुए टिकाऊ खेती की ओर अग्रसर होंगे।

उन्होने कहा कि हरियाणा का खाद्यान्न उत्पादन 1966-67 में लगभग 26 लाख मीट्रिक टन था जोकि 2021-22 में बढ़कर लगभग 172 मीट्रिक टन हो गया है। भारत के कुल क्षेत्रफल का 1.34 प्रतिशत क्षेत्र होते हुए भी हरियाणा केन्द्रीय खाद्यान्न भंडारण में 15 प्रतिशत का योगदान देता है। यह सब कृषि में नई तकनीक के द्वारा ही संभव हो पाया है। हरियाणा को कृषि में नवीनीकरण के लिए वर्ष 2021 के दौरान सर्वश्रेष्ठ राज्य कृषि नेतृत्व पुरस्कार से सम्मानित किया गया।

उन्होंने कहा कि पर्यावरण को बचाने एवं भूमि की उपजाऊ शक्ति को बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण योजनाएं व कार्यक्रम जैसे कि प्रधान मंत्री फसल बीमा योजना, राष्ट्रीय कृषि विकास योजना, राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा मिशन हर खेत स्वस्थ खेत, सेम एवं कल्लर भूमि सुधार योजना, फसल विविधीकरण, पानी को बचाने हेतु मेरा पानी मेरी विरासत, धान की सीधी बिजाई, फसल अवशेष प्रबंधन हेतु कृषि मशीनीकरण, प्राकृतिक खेती आदि अनेकों योजनाएं चलाई जा रही हैं। इन सभी योजनाओं एवं कार्यक्रमों का किसान भरपूर लाभ उठा रहे हैं।

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