1 मई को प्रदेश की मंडियों में सरसों की खरीद को बंद कर चुकी है खट्टर सरकार
जल्द से जल्द सरसों की खरीद दोबारा शुरू करवाए सरकार : डॉ. सुशील गुप्ता
सुनवाई न होने से सड़कों पर उतरने को मजबूर किसान: डॉ. सुशील गुप्ता
एक एक दाने की खरीद सुनिश्चित करे सरकार : डॉ. सुशील गुप्ता

चंडीगढ़, 3 मई – आम आदमी पार्टी के प्रदेश प्रभारी और राज्यसभा सांसद डॉ. सुशील गुप्ता ने बुधवार को प्रदेश की मंडियों में सरसों की खरीद दोबारा शुरू करवाने को लेकर मुख्यमंत्री खट्टर को पत्र लिखा। उन्होंने पत्र के माध्यम से मांग करते हुए कहा कि सरसों के आखिरी दाने की खरीद होने तक मंडियों में खरीद जारी रखी जाए। गौरतलब है कि प्रदेश की मंडियों में एक मई से सरसों की खरीद बंद हो गई। इसको लेकर प्रदेश भर के किसानों में रोष है। किसान सड़कों पर संघर्षरत है।

उन्होंने मुख्यमंत्री खट्टर को लिखे पत्र में कहा कि प्रदेश में बेमौसमी बारिश व ओलावृष्टि से किसानों की गेहूं और सरसों की फसलों को काफी नुकसान हुआ है। किसानों की खराब फसलों की गिरदावरी में भी देरी हुई है और खराब मौसम की मार झेल रहे किसानों की परेशानियां कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। अब किसानों के सामने एक और परेशानी खड़ी हो गई है कि हरियाणा सरकार ने एक मई से अचानक सरसों की खरीद को बंद कर दिया है। जबकि अनाज मंडियों में सरसों की फसलों से लदी ट्रैक्टर ट्रॉली की कई किलोमीटर तक लाइनें लगी हुई थी।

उन्होंने कहा कि किसान परेशान होकर सरसों की फसल को खुले बाजार में कम दामों में बेचने को मजबूर हैं। इससे किसानों को भारी आर्थिक नुकसान पहुंच रहा है। सरसों की खरीद शुरू होने के बावजूद सरसों में नमी की अधिकता होने के कारण सरसों की खरीद पहले ही कम हो पाई है। अभी भी प्रदेश में किसानों की हजारों टन सरसों की बिक्री बाकी है।

उन्होंने कहा कि हरियाणा पूरे देश में सरसों की फसल उत्पादन में दूसरे स्थान पर है। प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर और उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला कई बार घोषणा कर चुके हैं कि प्रदेश के किसानों की फसलों का एक-एक दाना खरीदा जाएगा। ऐसे में किसानों की अनदेखी नहीं की जा सकती। उन्होंने खट्टर सरकार से मांग की है कि किसान हितों को देखते हुए राज्य सरकार सरसों की खरीद को फिर से शुरू करवाएं और सरसों की फसलों का एक-एक दाना खरीदने तक मंडियों में खरीद जारी रखे।

डॉ. सुशील गुप्ता ने कहा कि न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर खरीद बंद होने से किसानों को मजबूरन अपनी फसल कम दाम पर खुले बाजार में बेचनी पड़ रही है। इससे किसानों की लागत भी पूरी नहीं हो रही। उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी किसानों की बेकद्री स्वीकार नहीं करेगी। अगर खट्टर सरकार ने सरसों की सरकारी खरीद दोबारा शुरू नहीं की तो आम आदमी पार्टी किसानों के साथ मिलकर सड़कों पर उतरने से गुरेज नहीं करेगी।

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