पुलिस ने 1 अप्रैल से 30 अप्रैल की अवधि के दौरान गुम हुए 880 बालक व 819 वयस्कों को किया ट्रेस – अनिल विज

पुलिस ने इस अवधि के दौरान 489 शैल्टर व बाल गृहों को किया निरीक्षण – विज

चण्डीगढ़, 3 मई- हरियाणा के गृह मंत्री श्री अनिल विज ने कहा कि हरियाणा पुलिस द्वारा एक अप्रैल से 30 अप्रैल, 2023 तक ‘‘आपरेशन स्माईल’’ चलाया गया जिसके तहत 722 बाल श्रमिक और 405 भिक्षुओं का रेसक्यू किया गया। इसके अलावा, पुलिस द्वारा इस अवधि के दौरान 880 गुम हुए बालक तथा 819 गुम हुए वयस्कों को ट्रेस किया गया। ऐसे ही, पुलिस ने इस अवधि के दौरान 489 शैल्टर व बाल गृहों को निरीक्षण किया।

इस संबंध मे अधिक जानकारी देते हुए गृह मंत्री श्री अनिल विज ने कहा कि संबंधित जिला पुलिस तथा एंटी ह्यूमन ट्रेफिकिंग यूनिट द्वारा गुरुग्राम में 178 गुम हुए बालक और 63 वयस्कों को ट्रेस किया जबकि 19 शैल्टर व बाल गृहों का निरीक्षण करके 11 भिक्षुओं तथा 71 बाल श्रमिकों को रेस्क्यू किया गया। उन्होंने बताया कि फरीदाबाद में 153 गुम हुए बालक और 83 वयस्कों को ट्रेस किया जबकि 87 शैल्टर व बाल गृहों का निरीक्षण करके 80 भिक्षुओं तथा 63 बाल श्रमिकों को रेस्क्यू किया गया।

उन्होंने बताया कि कुरूक्षेत्र में 71 गुम हुए बालक और 16 वयस्कों को ट्रेस किया जबकि 21 शैल्टर व बाल गृहों का निरीक्षण करके 39 भिक्षुओं तथा 57 बाल श्रमिकों को रेस्क्यू किया गया। उन्होंने बताया कि जीआरपी ने 53 गुम हुए बालक को ट्रेस किया जबकि 17 शैल्टर व बाल गृहों का निरीक्षण करके 1 भिक्षु को रेस्क्यू किया गया। इसी प्रकार, भिवानी में 50 गुम हुए बालक और 51 वयस्कों को ट्रेस किया जबकि 10 शैल्टर व बाल गृहों का निरीक्षण करके 32 भिक्षुओं तथा 7 बाल श्रमिकों को रेस्क्यू किया गया। ऐसे ही,  पानीपत में 44 गुम हुए बालक और 81 वयस्कों को ट्रेस किया जबकि 11 शैल्टर व बाल गृहों का निरीक्षण करके 7 भिक्षुओं तथा 56 बाल श्रमिकों को रेस्क्यू किया गया।

श्री विज ने बताया कि रेवाड़ी में 39 गुम हुए बालक और 38 वयस्कों को ट्रेस किया जबकि 19 शैल्टर व बाल गृहों का निरीक्षण करके 6 भिक्षुओं तथा 25 बाल श्रमिकों को रेस्क्यू किया गया। झज्जर में 26 गुम हुए बालक और 27 वयस्कों को ट्रेस किया जबकि 17 शैल्टर व बाल गृहों का निरीक्षण करके 6 भिक्षुओं तथा 8 बाल श्रमिकों को रेस्क्यू किया गया। महेंद्रगढ़ में 21 गुम हुए बालक और 28 वयस्कों को ट्रेस किया जबकि 6 शैल्टर व बाल गृहों का निरीक्षण करके 3 भिक्षुओं तथा 13 बाल श्रमिकों को रेस्क्यू किया गया। करनाल में 23 गुम हुए बालक और 70 वयस्कों को ट्रेस किया जबकि 7 शैल्टर व बाल गृहों का निरीक्षण करके 8 भिक्षुओं तथा 30 बाल श्रमिकों को रेस्क्यू किया गया।

गृह मंत्री ने कहा कि अंबाला में 21 गुम हुए बालक और 23 वयस्कों को ट्रेस किया जबकि 65 शैल्टर व बाल गृहों का निरीक्षण करके 23 भिक्षुओं तथा 34 बाल श्रमिकों को रेस्क्यू किया गया। फतेहाबाद में 25 गुम हुए बालक और 18 वयस्कों को ट्रेस किया जबकि 37 शैल्टर व बाल गृहों का निरीक्षण 24 बाल श्रमिकों को रेस्क्यू किया गया। यमुनानगर में 28 गुम हुए बालक और 42 वयस्कों को ट्रेस किया जबकि 10 शैल्टर व बाल गृहों का निरीक्षण करके 29 भिक्षुओं तथा 28 बाल श्रमिकों को रेस्क्यू किया गया। हिसार में 21 गुम हुए बालक और 28 वयस्कों को ट्रेस किया जबकि 26 शैल्टर व बाल गृहों का निरीक्षण करके 15 भिक्षुओं तथा 18 बाल श्रमिकों को रेस्क्यू किया गया। हांसी में 15 गुम हुए बालक और 14 वयस्कों को ट्रेस किया जबकि 6 शैल्टर व बाल गृहों का निरीक्षण करके 5 भिक्षुओं तथा 8 बाल श्रमिकों को रेस्क्यू किया गया।

उन्होंने बताया कि पंचकूला में 24 गुम हुए बालक और 32 वयस्कों को ट्रेस किया जबकि 30 शैल्टर व बाल गृहों का निरीक्षण करके 25 भिक्षुओं तथा 23 बाल श्रमिकों को रेस्क्यू किया गया। रोहतक में 14 गुम हुए बालक और 59 वयस्कों को ट्रेस किया जबकि 13 शैल्टर व बाल गृहों का निरीक्षण करके 11 भिक्षुओं तथा 15 बाल श्रमिकों को रेस्क्यू किया गया। सोनीपत में 15 गुम हुए बालक और 25 वयस्कों को ट्रेस किया जबकि 7 शैल्टर व बाल गृहों का निरीक्षण करके 7 भिक्षुओं तथा 14 बाल श्रमिकों को रेस्क्यू किया गया। चरखी-दादरी में 9 गुम हुए बालक और 19 वयस्कों को ट्रेस किया जबकि 29 शैल्टर व बाल गृहों का निरीक्षण करके 30 भिक्षुओं तथा 12 बाल श्रमिकों को रेस्क्यू किया गया।

श्री विज ने बताया कि सिरसा में 10 गुम हुए बालक और 36 वयस्कों को ट्रेस किया जबकि 11 शैल्टर व बाल गृहों का निरीक्षण करके 23 भिक्षुओं तथा 23 बाल श्रमिकों को रेस्क्यू किया गया। मेवात में 9 गुम हुए बालक और 7 वयस्कों को ट्रेस किया जबकि 13 शैल्टर व बाल गृहों का निरीक्षण करके 4 भिक्षुओं तथा 33 बाल श्रमिकों को रेस्क्यू किया गया। जींद में 10 गुम हुए बालक और 22 वयस्कों को ट्रेस किया जबकि 6 शैल्टर व बाल गृहों का निरीक्षण करके 24 भिक्षुओं तथा 18 बाल श्रमिकों को रेस्क्यू किया गया। पलवल में 14 गुम हुए बालक और 19 वयस्कों को ट्रेस किया जबकि 14 शैल्टर व बाल गृहों का निरीक्षण करके 4 भिक्षुओं तथा 92 बाल श्रमिकों को रेस्क्यू किया गया। कैथल में 7 गुम हुए बालक और 18 वयस्कों को ट्रेस किया जबकि 8 शैल्टर व बाल गृहों का निरीक्षण करके 12 भिक्षुओं तथा 50 बाल श्रमिकों को रेस्क्यू किया गया।

उन्होंने कहा कि ‘‘आपरेशन स्माईल’’ के तहत बिछडों को अपनों से मिलाने का काम किया जा रहा है। इसके अलावा, उन्होंने राज्य की जनता से अपील करते हुए कहा कि वे इस प्रकार से बाल श्रमिकों से श्रम कार्य न लें और देश व प्रदेश के विकास में ऐसे बाल श्रमिकों व भिक्षुओं इत्यादि की जानकारी पुलिस को दें ताकि उन्हें आश्रय गृहों में आसरा दिया जा सके और समाज की मुख्य धारा के साथ जोड़ा जा सकें।

error: Content is protected !!