– प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मन की बात के 100वें एपिसोड को एचएयू के शिक्षक, गैर शिक्षक कर्मचारी एवम विद्यार्थियों ने सुनकर ली प्रेरणा

30 अप्रैल, हिसार। चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के मौलिक विज्ञान एवं मानविकी महाविद्यालय के सभागार में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मन की बात के 100वें एपिसोड को सुनने के लिए शिक्षक, विद्यार्थी एवं कर्मचारीगण एकत्रित हुए और साथ ही प्रेरणा भी ली। विशेष बात है कि 100वें एपिसोड से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जिन भी लोगों को रोजगार लेने की बजाय रोजगार देने के स्लोग्न पर स्टार्टअप के तौर पर तैयार किया था, उनकी सफलता पर बधाई दी। साथ ही ऐसे लोगों को दूसरों के लिए रोजगार दिलाने में प्रेरणास्त्रोत बनने व प्रतिष्ठित स्टार्टअप के तौर पर उभरने के लिए दूसरों को जागरूक करने का भी संदेश दिया। पीएम ने कृषि, शिक्षा, उद्योग सहित अन्य क्षेत्रों में विभिन्न अवसरों व नए आयाम की मदद से प्रतिष्ठित स्टार्टअप बनने वाले लोगों को लोकल फॉर वोकल के तौर पर भी प्रमोट किया। इनमें किसान, शिक्षक, छोटे व्यापारी सहित अन्य व्यवसायों से जुड़े लोग भी शामिल हुए।

पीएम नरेंद्र मोदी ने बताया कि मन की बात कार्यक्रम जिस भी विषय से जुड़ा है वह जनआंदोलन बन गया है। मेरे लिए मन की बात कार्यक्रम नहीं है, मेरे लिए यह आस्था, पूजा व व्रत है जैसे लोग ईश्वर की पूजा करने जाते है और प्रसाद लाते है वैसे मेरे लिए मन की बात में आपके संदेश प्रसाद की तरह है। उन्होंने बताया कि मन की बात आध्यात्मिक यात्रा बन गया है। पीएम ने बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ, स्वच्छ भारत अभियान, खादी को लोकप्रिय बनाने व प्रकृति से जुड़े कार्यक्रमों का विस्तार से उल्लेख भी किया। साथ ही उन्होंने मन की बात को खुद के मन की आध्यात्मिक यात्रा बताई।  पीएम ने विभिन्न क्षेत्रों में बेहतरीन काम करने वाले लोगों को भी याद किया। सभी ने इसको बहुत पसंद किया।

विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. बी.आर. काम्बोज ने बताया कि कृषि के क्षेत्र में युवा किसान नए स्टार्टअप के तौर पर उभर सकते हैं। जरूरत है तो उन्हें सिर्फ सही दिशा देने व सुविधाएं मुहैया कराने की। जिसकी बदौलत ये युवा किसान कृषि की नवीनतम तकनीकों व नवाचारों के बल पर कृषि क्षेत्र में नए-नए आयाम स्थापित कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि ये युवा किसान जैसे ही प्रतिष्ठित स्टार्टअप के तौर पर उभरेंगे तो उन्हें देख दूसरे युवा भी कृषि सहित अन्य क्षेत्रों में कड़ी मेहनत कर देश की उन्नति व समृद्धि में अहम भागीदार बनेंगे। तभी हमारे देश का युवा आत्मनिर्भर बनेगा।

इस अवसर पर कुलसचिव डॉ. बलवान सिंह मंडल, ओएसडी डॉ. अतुल ढींगड़ा, मौलिक विज्ञान एवं मानविकी महाविद्यालय के अधिष्ठाता डॉ. नीरज कुमार, कृषि महाविद्यालय के अधिष्ठाता डॉ. एसके पाहुजा, मानव संसाधन प्रबंधन निदेशालय की निदेशक डॉ. मंजू मेहता सहित अन्य अधिकारीगण शिक्षक व कर्मचारी मौजूद रहे।

error: Content is protected !!