जयहिन्द के मुंडन के बाद पूरे हरियाणा में शुरू हुई मुंडन करवाने की मुहिम बंटी शर्मा पानीपत । जैसा कि आप सभी जाने है कि रविवार 23 अप्रैल को नवीन जयहिन्द सहित 21 सर्व समाज के लोगो ने भगवान परशुराम जन्मोत्सव न मनाने देने पर सरकार व मुख़्यमंत्री के इस तानाशाही रवैये के खिलाफ मुंडन करवाने की शुरुआत की थी। ओर प्रतिज्ञा ली के इस धनानंद व कंस राजा के खिलाफ एक बहुत बड़ा जनांदोलन किया जाएगा। इसी मामले को लेकर हरियाणा सरकार व मुख़्यमंत्री खट्टर के खिलाफ युवाओ में रोष देखने को मिला और आज पानीपत जिले में भी सर्व समाज के लोगो ने अपना मुंडन करवाकर व प्रदेश के अलग-अलग जिलों से सभी 36 बिरादरी के सैकड़ो युवाओ ने अपना मुंडन करवाकर रोष जताया, इसमें पानीपत ब्राह्मण समाज के प्रधान राम रतन शर्मा, हल्का प्रधान राधेश्याम सरपंच, पंडित मुकेश त्यागी, प्रधान रामचंद्र, रामनिवास, जयदेव कौशिक, सोनू शर्मा, करण शर्मा, महेंद्र शर्मा, जीत सिंह प्रजापति, रमाकांत तिवारी, बिल्लू शर्मा, सुधीर पांडे, योगेश शर्मा, अमित, अभिमन्यु, सतीश, नमन शर्मा, सतीश शर्मा, अजय गौतम, मदन मोहन शर्मा, व सैकड़ो अन्य बहुत से लोग ऐसे है जिन्होंने अपना मुंडन करवाया है। गौर करने योग्य बात हैं रोहतक के पहरावर में 23 अप्रैल को भगवान परशुराम का जन्मोत्सव मनाया जाने वाला था लेकिन कार्यक्रम से दो दिन पहले सरकार ने प्रशासन व निगम को मोहरा बना कोर्ट का सहारा लेकर इस कार्यक्रम पर रोक लगा दी है। इसके बाद शनिवार 22 अप्रैल को नवीन जयहिन्द ने सेक्टर-6 बाग में एक आपातकालीन मीटिंग बुलवाई जिसमे जयहिन्द ने बड़ा ऐलान करते हुए कहा कि आने वाली 21 मई 2023 रविवार को उसी पहरावर की जमीन पर भगवान परशुराम की अदालत भी लगेगी और जन्मोत्सव भी मनाया जाएगा। साथ ही जयहिन्द ने कहा कि इस बीच हम न्याय के लिए सेशन कोर्ट, हाईकोर्ट व सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाएंगे। नवीन जयहिन्द ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि सरकार के पास एक महीने का समय है आने वाली 21 मई 2023 तक हमे यह बता दे कि जो पहरावर की जमीन मुख़्यमंत्री ने करनाल में हुए ब्राह्मण महाकुम्भ में ब्राह्मण समाज को वापिस देने का वादा किया था वह जमीन कहा है? जयहिन्द समर्थकों ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर पर कटाक्ष करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री के अंदर कंस की आत्मा आई हुई है इसलिए वह भगवान परशुराम का जन्म उत्सव नहीं मनाने दे रहे हैं । आमने सामने की लड़ाई लड़ने की हिम्मत तो है नही इस सरकार व मुख्यमंत्री में इसलिए कोर्ट को ढाल बनाकर षड्यंत्र व साजिश के चलते मुख़्यमंत्री ने यह पाप का काम किया है। जयहिंद के समर्थकों का कहना हैं कि मुख़्यमंत्री समाज को बताए कि उन्होंने जो पहरावर की जमीन ब्राह्मणों को देने का वादा किया था वह जमीन कहाँ है? क्या पाकिस्तान में है वह जमीन ? भगवान परशुराम जन्मोत्सव 36 बिरादरी के भाईचारे के सहयोग से 36 बिरादरी के भाईचारे लिए बनाया जा रहा था। पहरावर जमीन पर स्कूल- अस्पताल- मंदिर बनेगा। सरकार को स्कूल अस्पताल मंदिर से भी आपत्ति है। लोगो ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार कायरों की तरह भगवान परशुराम के भक्तों पर वार कर रही है अगर सरकार में दम है तो वह सीधे लड़ाई लड़े। जयहिंद समर्थकों ने कहा कि हमने पहले भी फरसे के दम पर इस जमीन से निगम का कब्जा हटवाया था और अब भी 21 मई को वहां बिना डरे, बिना किसी प्रशासन के भय के भगवान परशुराम का जन्मोत्सव मनाएंगे। Post navigation अरविंद केजरीवाल को झूठे केस में पूछताछ के लिए बुलाया: डॉ. सुशील गुप्ता किसान मोर्चा के पूर्व ब्लॉक अध्यक्ष समेत दर्जनभर पदाधिकारी आम आदमी पार्टी में हुए शामिल