नगर परिषद नारनौल में भ्रष्टाचार को लेकर आजाद चौक में चौथा मुंडन संस्कार

भारत सारथी/ कौशिक

नारनौल। वतन बचाओ मंच पिछले 4 महीने से भी अधिक समय से नगर परिषद में फैले भ्रष्टाचार को लेकर संघर्षरत हैं। मंच प्रैसनोट,व्हाट्सएप,पंपलेट के माध्यम से एस.डी.एम., उपायुक्त ,मंत्री ओमप्रकाश यादव व मंत्री रंजीत सिंह चौटाला इन सबके संज्ञान में भ्रष्टाचार की पूरी कहानी रख चुका है। जिसका परिणाम कल भी जीरो था और आज भी जीरो हैं। जबकि सरकार की भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति है। यह घोषणा एकमात्र दिखावा और ढकोसला है। नगर परिषद में फैले भ्रष्टाचार और जिला कष्ट निवारण समिति के चेयरमैन के आदेश के बावजूद कोई कार्रवाई न होने के विरोध में क्रांतिकारी नेता उमाकांत छक्कड़ ने रविवार को आजाद चौक में चौथा मुंडन संस्कार करवा कर अपना विरोध जताया।

विदित हो कि पहले कष्ट निवारण समिति के चेयरमैन ने नगर परिषद के कार्यकारी अधिकारी की तबादले की घोषणा कर दी थी, उसके बावजूद भी वह उसी सीट पर कार्यरत है। उससे अगली कष्ट निवारण समिति में 28 फरवरी को सरकार के दोनो मंत्रियों की मौजूदगी में दोनो की इच्छा अनुसार विकास बीआई की सेवाए निलंबित कर दी गई थी और अभियंता अंकित वशिष्ठ के बारे में कहा गया था कि जांच बैठा दी गई हैं। यदि यह दोषी पाया जाता हैं तो इसे भी बर्खास्त किया जाएगा। श्री चक्कर ने कहा कि एक महीने से भी अधिक का समय हो गया हैं,आज भी विकास शर्मा बीआई/जेई नगर परिषद नारनौल में और माननीय अदालत मे सरकारी फाइल ले जाता हुआ कार्य करता हुआ देखा गया हैं। अभियंता अंकित वशिष्ठ भी उसी रूप में नगर परिषद में कार्यरत है। यहां जिला कष्ट निवारण समिति के चेयरमैन के आदेश हवा हवाई हो रहे हैं।

मंच कहना हैं कि, ये पहले की तुलना में ये दोनो लूट को महालूट की संज्ञा दे चुके हैं। इनमे डर और खौफ की कोई बात नजर नही आती। ईओ काफ़ी समय से छुट्टी लेकर घर बैठी हैं। लोग अपने कार्यों के लिए आए दिन भटकते रहते हैं। इन्होंने असली मालिक की ज़मीन का मालिक किरायेदार,पड़ोसी, राह चलते व्यक्ति को बना रखा है। जायदाद की पैमाईश व स्थिति दोनो ही रिकॉर्ड में गलत हैं। जिसके नाम जायदाद दर्ज हैं,यदि उसकी मर्त्यु हो जाए तो उसका मृत्यु प्रमाण पत्र और तहसीलदार की वारिसाना रिपोर्ट के बाद भी वारिसो के नाम जायदाद नही चढ़ाई जाती। इन सब कार्यों के लिए रिश्वत बाहर के दुसरे व्यक्ति द्वारा ली जाती हैं, ताकि पकड़े जाने का कोई भय ही ना हो।

श्री छक्कड़ का आरोप है कि एक ही प्रॉपर्टी के दो हिस्से हो एक हिस्से को रूपये लेकर वैध दिखा दिया जाता है और दुसरे को अवैध। शहर में बड़ी-बड़ी ऊंची इमारतें जिनके नीचे बेसमेंट बना हुआ है। ये वर्षो में बनकर तैयार होती हैं और तैयार होने के बाद महाभ्रष्ट अधिकारी इन इमारतों को सील लगा देते है । बाद में रुपए लेकर सील हटा देते हैं। 2017 के अंदर जिला महेंद्रगढ़ के तत्कालीन उपायुक्त राज नारायण कौशिक ने विकास शर्मा बीआई और अभियंता अंकित वशिष्ठ के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई थी।

वर्तन बचाओ मंच का कहना है कि पुराने मोहल्लों में 25 वर्ष पुराना मकान,यदि कोई मजबूरीवश बेचना चाहता है तो,ये उससे भी डवलपमेंट चार्ज भरवाते है। यह प्रथा इसी सरकार में आरंभ हुई जो कि लूट का कारण बनी हुई है। हाउस टैक्स किस दर से लेते है,उसका कोई हिसाब किताब नहीं है। जब नगर परिषद के भ्रष्ट अधिकारियों के खिलाफ कोई आवाज उठाता है तो, ये उसकी आवाज को बंद करने के लिए,उसके खिलाफ झूठी एफ.आई.आर. थाने में दर्ज करा देते है। जिसकी वजह से मैं 5 दिन जेल काट कर आया हूं। इस एफआईआर के पीछे फर्जी चाचा जी का बड़ा हाथ था।

श्री छक्कड़ ने चेतावनी दी कि नगर परिषद में भ्रष्टाचार और वोट लेकर वोटर को मुर्ख समझने वाले नेताओं के खिलाफ़ मेरी मुहिम घर घर दुकान दुकान 2024 के चुनाव तक जारी रहेगी। जनता से प्रार्थना है वर्तमान सांसद को तीसरा मौका कभी मत देना, क्योंकि इसने इस क्षेत्र और जनता का ध्यान कभी नहीं दिया। इस अवसर पर चौथा मुंडन कराने के बाद पूर्व सैनिक सरदार प्रताप सिंह ने छक्कड़ को जनेऊ पहनाया। वरिष्ठ नागरिक मामन चंद गुप्ता, पूर्व सैनिक सरदार जोगा सिंह व राकेश चौहान मनोज छक्कड़, सुरेश शर्मा, हनुस कुमार, मनोज शर्मा, जोगेंद्र कुमार, नरेंद्र जांगिड़, अधिवक्ता हर्ष सैनी,विशाल सोनी,दुष्यंत, हबलु सैनी मौजूद थे।

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