चुनाव से एक साल पूर्व नेता व कार्यकर्ता उसी दल का दामन थामने का प्रयास करते है, जिसके पक्ष में जन माहौल हो और उसकी सरकार बनने की पूरी संभावना हो : विद्रोही अहीरवाल में भी विभिन्न दलों के नेता व कायकर्ता और मजबूत सामाजिक पृष्ठभूमि के लोग कांग्रेस का दामन थाम रहे है, जो बताता है कि अहीरवाल की राजनीति नई कवरट ले रही है : विद्रोही 27 मार्च 2023 – स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष एवं प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता वेदप्रकाश विद्रोही ने दावा किया कि जिस तरह से विभिन्न दलों के नेता आये दिन कांग्रेस में शामिल हो रहे है, वह ना केवल हरियाणा में कांग्रेस को मजबूती दे रहा है अपितु उससे यह भी साफ दिख रहा है कि हरियाणा में कांग्रेस की हवा जमीन पर चल पडी है। विद्रोही ने कहा कि राजनीतिक नेता व कार्यकर्ता राजनीतिक हवा का रूख भांपने में माहिर होते है और चुनाव से एक साल पूर्व नेता व कार्यकर्ता उसी दल का दामन थामने का प्रयास करते है, जिसके पक्ष में जन माहौल हो और उसकी सरकार बनने की पूरी संभावना हो। हरियाणा में जिस तरह से हर रोज विभिन्न दलोंं को छोडकर नेता व कार्यकर्ता कांग्रेस का दामन थाम रहे है, वह साफ संकेत दे रहा है कि जनता बदलाव चाहती है। जनविरोधी भाजपा-जजपा सरकार को चलता करके प्रदेश में फिर से कांग्रेस की सरकार बनाने का हरियााणवी मन बना चुके है। विद्रोही ने कहा कि जमीनी धरातल पर अहरीवाल क्षेत्र में कांग्रेस हरियाणा में अन्य क्षेत्रों की तुलना में कुछ कमजोर स्थिति में है, इस कटु सत्य को मानकर प्रदेश कांग्रेस नेताओं को अहीरवाल क्षेत्र में कांग्रेस संगठन को मजबूत करने को प्राथमिकता देने की जरूरत है। अहीरवाल में भी विभिन्न दलों के नेता व कायकर्ता और मजबूत सामाजिक पृष्ठभूमि के लोग कांग्रेस का दामन थाम रहे है, जो बताता है कि अहीरवाल की राजनीति नई कवरट ले रही है। कांग्रेस नेतृत्व को अहीरवाल में उन नेताओं व कार्यकर्ताओं को फिर से कांग्रेस से जोडने की जरूरत है जो किन्ही कारणों से कांग्रेस छोडकर अन्य दलों में चले गए थे। विद्रोही ने कहा कि विगत 7-8 वर्षो से अहीरवाल क्षेत्र के जिन नेताओं ने कांग्रेस छोडकर भाजपा में गए थे, भाजपा वे आज तक अपने आपको राजनीतिक रूप से ढाल नही पा रहे है। यदि कांग्रेस प्रयास करे तो बहुत से नेताओं व कार्यकर्ताओं की कांग्रेस में वापसी हो सकती है। ऐसी स्थिति में प्रदेश कांग्रेस नेतृत्व को अहीरवाल में कांग्रेस के बिछडे नेताओं व कार्यकर्ताओं को फिर से कांग्रेस के साथ जोडने का विशेष अभियान चलाना चाहिए। विद्रोही ने कहा कि यदि कांग्रेस अहीरवाल क्षेत्र में बिछडे कांग्रेसियों को जोड लेती है तो हरियाणा में भाजपा की लोकसभा व विधानसभा चुनाव 2024 में वही गत बनेगी जो 2014 से पहले हरियाणा में भाजपा की राजनीतिक हैसियत होती थी। अहीरवाल को जोडते ही कांग्रेस अपने पुराने गौरव पर पहुंच जायेगी और प्रदेश में भाजपा का राजनीतिक सफाया हो जायेगा। Post navigation किसानों को फसल नुकसान का मई माह तक मिल जाएगा पूरा मुआवजा- मुख्यमंत्री डॉ सुशील इंदौरा बने हरियाणा कांग्रेस एससी विभाग के अध्यक्ष