सीएम खट्टर की सख्त हिदायत : जनता की सुनवाई न करने वाले अधिकारियों को बख्शा नहीं जाएगा

भारत सारथी

हिसार। गुरु जंभेश्वर विज्ञान विश्वविद्यालय में आयोजित भाजपा के शक्ति केंद्र प्रमुख कार्यक्रम में सीएम को पदाधिकारियों के गुस्से का शिकार होना पड़ा।कार्यकर्ताओं की सुनवाई न होने पर पदाधिकारियों ने हाथ हिलाते हुए हूटिंग कर विरोध जताया और मंच पर जाकर पदाधिकारी का काटा गया दो हजार रुपये का चालान सीएम को दिखाया। सीएम ने मंच से ही कहा कि 2 हजार रुपये मेरे से ले लो। जिस पर पदाधिकारियों ने इनकार कर दिया। मंच संचालकों ने भारत माता की जय के नारे लगवा कर विरोध को शांत करने का प्रयास किया, लेकिन कुछ पदाधिकारी बैठक को बीच में ही छोड़कर चले गए।

करीब 15 मिनट तक हंगामा चलता रहा। सूत्र बताते हैं कि सीएम को अपना भाषण भी बीच में रोकना पड़ा। इसी बीच स्थानीय निकाय मंत्री डॉ कमल गुप्ता को भी सफाई देते हुए बताना पड़ा कि आज सुबह ही अधिकारियों की बैठक ली है और उन्हें आदेश दिए हैं कि पार्टी कार्यकर्ताओं की अनदेखी न की जाए।

एक कार्यकर्ता ने सीएम को बताया कि मीटिंग में आ रहे थे और 2000 का चालान काट दिया। यह हालत हो गई है हमारी अपनी सरकार में। इस पर मंच से कहा गया कि आप मुझसे चालान की राशि ले जाओ।

इससे पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कार्यकर्ताओं से आह्वान किया कि लोकसभा तथा विधानसभा चुनाव की तैयारियों में जुट जाएं केंद्र और प्रदेश सरकार की कल्याणकारी नीतियों को जन-जन तक पहुंचाएं। यहां बता दें कि हिसार में हिसार, भिवानी, सिरसा व कुरूक्षेत्र लोकसभा के शक्ति केन्द्र प्रमुख, मंडल प्रमुखों की बैठक चल रही है।

भाजपा की हिसार, सिरसा, भिवानी, कुरुक्षेत्र लोकसभा क्षेत्र की 36 विधानसभा क्षेत्र के शक्ति केंद्र प्रमुखों की बैठक जीजेयू के सभागार में आयोजित की गई।जिसमें 2068 कार्यकर्ताओं को पहचान पत्र बने बार कोड से जांच के बाद प्रवेश दिया गया। सीएम मनोहरलाल ने कार्यकर्ताओं को संबोधित किया।

सीएम के संबोधन में करीब 30 मिनट बाद हूटिंग शुरू हो गई। कुछ पदाधिकारियों ने हाथ हिलाकर कार्यकर्ताओं की सुनवाई न होने की बात कही। कुछ देर तक सीएम को अपना भाषण रोकना पड़ा। इस दौरान चार से पांच पदाधिकारी मंच पर पहुंच गए। इन पदाधिकारियों ने बताया जब उन्होंने पुलिस को भाजपा का कार्ड दिखाया तो उनका दो हजार रुपये का चालान काट दिया। सीएम ने मंच पर ही कहा कि दो हजार रुपये मेरे से ले लो। सीएम ने कहा कि अधिकारियों को कार्यकर्ताओं की सुनवाई के निर्देश दिए गए हैं। आज ही शहरी निकाय मंत्री डॉ. कमल गुप्ता ने इस बारे निर्देश दिए हैं। शहरी निकाय मंत्री डॉ. कमल गुप्ता ने मंच पर आकर बताया कि आज हिसार के 12-13 विभागों के उच्च अधिकारियों की बैठक ली गई थी। जिसमें मंत्री, विधायक, मेयर, भाजपा जिला अध्यक्ष, कार्यकर्ताओं की सुनवाई करनी होगी। जिला अध्यक्षों की ओर से कार्यकर्ताओं की एक सूची अधिकारियों को सौंपी जाएगी। इन कार्यकर्ताओं की सुनवाई नहीं की तो ठीक नहीं होगा।

सीएम ने कहानी सुनाकर दिलाया विश्वास

हूटिंग के बाद सीएम मनोहरलाल ने कार्यकर्ताओं को एक कहानी के जरिए अपना संदेश दिया। सीएम ने कहा कि पहले नलके पानी छोड़ देते थे। उनमें थोड़ा पानी डालकर चलाएं तो दोबारा से पानी आ जाता था। एक व्यक्ति नलके पर पहुंचा तो उसने देखा कि नलका पानी छोड़ चुका था, जग में पानी रखा हुआ था। उसे संदेह हुआ कि अगर नलके ने पानी नहीं उठाया तो मैं प्यास से मर जाऊंगा। उसने विश्वास कर नलके में पानी डाला। पानी भरकर अपनी प्यास बुझाई। इसके बाद नलके के पास रखे जग पर लिखा कि पानी निकलेगा कृपया इस पर विश्वास जरूर करना। आप विश्वास करेंगे तो हर समस्या का समाधान निकलेगा। विश्वास डगमगा गया तो समाधान कठिन हो जाएगा।

हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने अधिकारियों को सख्त हिदायत देते हुए कहा कि आम जनता की सुनवाई के लिए रोजाना सुबह 11 बजे से दोपहर 1 बजे तक अपने कार्यालयों में उपस्थित रहकर जनता की शिकायतों व समस्याओं का निदान करें। जनता की सुनवाई न करने वाले अधिकारियों को बख्शा नहीं जाएगा।

उन्होंने कहा कि केंद्र व प्रदेश सरकार ने अंत्योदय दर्शन पर चलते हुए हर जरूरतमंद परिवार के उत्थान के लिए अनेक महत्वाकांक्षी योजनाओं को धरातल पर उतारा है। उन्होंने कार्यकर्ताओं का आह्वान किया कि वे हर पात्र व्यक्ति तक योजनाओं का लाभ पहुंचाना सुनिश्चित करें। कार्यकर्ता केंद्र और राज्य सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं को लेकर घर-घर जाएं और लोगों को उनका लाभ लेने के लिए जागरूक करें।

हर वर्ग के कल्याण के लिए कार्य कर रही सरकार

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार सबका साथ – सबका विकास – सबका प्रयास और सबका विश्वास के मूलमंत्र पर चलते हुए गरीब से गरीब व्यक्ति, किसानों और पिछड़े वर्ग की आर्थिक स्थिति को सुदृढ़ करने के लिए कार्य कर रही है। हर व्यक्ति के स्वास्थ्य की देखभाल की चिंता करते हुए राज्य सरकार ने निरोगी हरियाणा योजना चलाई है, जिसके तहत सवा करोड़ लोगों का फुल बॉडी चैकअप करके उन्हें समय पर इलाज दिया जाएगा। बीपीएल की आय सीमा बढ़ाकर अधिक से अधिक लोगों को इसका लाभ दिया है। परिवार पहचान पत्र के जरिए लोगों की जरूरतों को समझकर उनके अनुरूप योजनाओं का निर्माण करते हुए जनता का जीवन स्तर सुधार करना ही हरियाणा सरकार का लक्ष्य है।

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