भारत सारथी प्रियंका गांधी ने बीजेपी पर नया अटैक किया है। प्रियंका ने ट्विटर पर लिखा है कि अडानी पर सवालों की वजह से राहुल पर हमला हुआ है। अडानी सेवक ने जनसेवक की आवाज दबाने की साजिश की है। प्रियंका ने ट्विटर पर लिखा है कि अब सवाल देशभर में गूंजेंगे और जवाब देना होगा। प्रियंका गांधी ने अपने ट्वीट में लिखा, “नरेंद्र मोदी जी आपके चमचों ने एक शहीद प्रधानमंत्री के बेटे को देशद्रोही, मीर जाफ़र कहा। आपके एक मुख्यमंत्री ने सवाल उठाया कि राहुल गांधी का पिता कौन है?” “आपको किसी जज ने दो साल की सज़ा नहीं दी” प्रियंका गांधी ने लिखा, “कश्मीरी पंडितों के रिवाज निभाते हुए एक बेटा पिता की मृत्यु के बाद पगड़ी पहनता है, अपने परिवार की परंपरा क़ायम रखता है। भरी संसद में आपने पूरे परिवार और कश्मीरी पंडित समाज का अपमान करते हुए पूछा कि वह नेहरू नाम क्यों नहीं रखते, लेकिन आपको किसी जज ने दो साल की सज़ा नहीं दी। आपको संसद से डिस्क्वालिफाई नहीं किया।” “मेरे परिवार ने भारत के लोकतंत्र को अपने खून से सींचा” कांग्रेस महासचिव ने अपने अगले ट्वीट में लिखा, “राहुल जी ने एक सच्चे देशभक्त की तरह अडानी की लूट पर सवाल उठाया। नीरव मोदी और मेहूल चौकसी पे सवाल उठाया। क्या आपका मित्र गौतम अडानी देश की संसद और भारत की महान जनता से बड़ा हो गया है कि उसकी लूट पर सवाल उठा तो आप बौखला गए? आप मेरे परिवार को परिवारवादी कहते हैं, जान लीजिए, इस परिवार ने भारत के लोकतंत्र को अपने खून से सींचा है। जिसे आप ख़त्म करने में लगे हैं।” “हमारी रगों के खून में एक खासियत है” प्रियंका गांधी ने ट्वीट में लिखा, “इस परिवार ने भारत की जनता की आवाज़ बुलंद की और पुश्तों से सच्चाई की लड़ाई लड़ी। हमारी रगों में जो खून दौड़ता है उसकी एक खासियत है। आप जैसे कायर, सत्तालोभी तानाशाह के सामने कभी नहीं झुका और कभी नहीं झुकेगा। आप कुछ भी कर लीजिए।” “अडानी-सेवक ने जनसेवक की आवाज दबाई” प्रियंका ने राहुल गांधी के लोकसभा में दिए एक भाषण का वीडियो ट्वीट करके लिखा, “इन्हीं सवालों के लिए राहुल गांधी जी पर हमला किया जा रहा है। जनता द्वारा चुने हुए जनसेवक ने जनता की तरफ से सवाल पूछे तो अडानी-सेवक ने जनसेवक की आवाज दबाने की साजिशें रच डालीं। लेकिन जनता की आवाज दबाई नहीं जा सकती। ये सवाल अब देश भर में गूंजेंगे और जवाब देना होगा।” Post navigation राहुल गांधी की सजा को ओबीसी अपमान से जोड़ना भाजपा की सियासी मजबूरी ? पिछले 75 वर्षों में भारत एक मजबूत लोकतंत्र के रूप में उभरा है- हरियाणा राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय