– समिति को मिला 25 मार्च को हिसार पहुंच रहे मुख्यमंत्री से मिलने का समय –
वन विभाग सहित अन्य विभागों से जल्द से जल्द अपू्रव करवाकर ग्रामीणों को जल्द स्थायी सडक़ मार्ग देने की उठाएंगे मांग : ओ.पी. कोहली

हिसार 23 मार्च : रोड बचाओ संघर्ष समिति के तलवंडी राणा बाईपास पर दिए जा रहे धरने के 45वें दिन शहीदी दिवस पर शहीद भगत सिंह, राजगुरु व सुखदेव के चित्रों पर माल्यार्पण व नमन करके धरने की शुरूआत की गई। धरने की अध्यक्षता कर रहे समिति अध्यक्ष एडवोकेट ओ.पी. कोहली ने बताया कि 25 मार्च शनिवार को मुख्यमंत्री हिसार आ रहे हैं। ग्रामीणों की मांग के संबंध में अनेक विधायक, मंत्रियों ने मुख्यमंत्री से बात की है जिस पर उन्होंने समिति को हिसार में मिलने का समय दिया है। समिति का प्रतिनिधिमंडल मुख्यमंत्री के हिसार पहुंचने पर 25 तारीख को सुबह 10 बजे उनसे मिलेगा और ग्रामीणों की परेशानियों को उनके सामने रखने के साथ-साथ स्थायी रोड को जल्द बनवाने की मांग करेगा।

एडवोकेट ओ.पी. कोहली ने बताया कि गत दिनों स्थायी रोड को लेकर बरवाला विधायक जोगीराम सिहाग के साथ समिति डिप्टी सी.एम. दुष्यंत चौटाला से भी चंडीगढ़ में मिली थी उन्होंने कहा था कि ग्रामीणों को कोई दिक्कत नहीं आने देंगे और उन्होंने रोड को लेकर तुरंत एक कमेटी का गठन किया था। कमेटी में शामिल अधिकारियों ने पॉजिटिव रिपोर्ट देते हुए रोड की कार्यवाही को आगे बढ़ाया था लेकिन रोड की प्रक्रिया बहुत धीमी चल रही है। इस प्रक्रिया में तेजी लाने के लिए अब वे मुख्यमंत्री से मिलेंगे। डिप्टी सीएम ने विधानसभा में भी डीयर पार्क के साथ-साथ ग्रामीणों को रोड दिए जाने की बात कही थी।

कोहली ने बताया कि नारनौंद विधायक रामकुमार गौतम अन्य विधायकों के साथ ग्रामीणों की मांग को लेकर मुख्यमंत्री से मिले थे जिस पर मुख्यमंत्री ने 25 मार्च को हिसार में मिलने का समय दिया है। पक्ष व विपक्ष के अनेक विधायकों ने धरने पर आकर अपना समर्थन दिया है और हमारी मांग को भी विधानसभा में प्रमुखता से उठाया है जिस पर समिति उन सभी का धन्यवाद व्यक्त करती है। उन्होंने बताया कि बरवाला विधायक जोगीराम सिहाग भी ग्रामीणों को रोड दिलवाने में सक्रिय भूमिका अदा कर रहे हैं वे इस मामले से अच्छी तरह वाकिफ हैं अब समिति उन्हीं के साथ सी.एम. से मुलाकात करेगी।  

कोहली ने बताया कि पीडब्ल्यूडी बी एंड आर विभाग द्वारा स्थायी रोड को मंजूरी दे दी गई है। अब फाइल वन विभाग में अटकी हुई है। बरवाला सडक़ मार्ग बंद होने से ग्रामीणों के लिए एक-एक दिन भारी हो चुका है और उन्हें भारी परेशानियों के दौर से गुजरना पड़ रहा है। एक तरफ तो सरकार ने स्थायी रोड या वैकल्पिक सडक़ मार्ग का कोई इंतजाम किए बिना ही वर्तमान रोड को बंद कर दिया दूसरी ओर स्थायी सडक़ मार्ग को बनाने में भी सरकार जरूरत से ज्यादा देरी कर रही है। हम मुख्यमंत्री से मांग करेंगे कि स्थायी रोड से संबंधी कार्यवाही में तेजी लाई जाए और ग्रामीणों को शीघ्र अति शीघ्र यह रोड बनाकर दिया जाए।

ओ.पी. कोहली ने बताया कि ग्रामीणों की परेशानियों को देखते हुए विभागीय अधिकारियों को भी तत्परता दिखानी चाहिए और तेज गति से सडक़ संबंधी कार्यवाही को आगे बढ़ाना चाहिए। उन्होंने कहा कि जब तक हमें स्थायी सडक़ मार्ग बनकर तैयार होकर नहीं मिल जाता। हम धरने पर डटे रहेंगे चाहे इसमें कितना ही समय क्यों न लग जाए। अब निर्णय सरकार को करना है।
धरने पर मुख्य रूप से दयाल सरपंच, राधेश्याम नंबरदार, तुलसी राम खटाणा, साहब गोदारा, सतबीर रावत, धर्मपाल बागड़ी, रामस्वरूप लोहमरोड़, महाबीर बटार, पूर्ण भगत, बीरा पंच, सुभाष पंच, सतबीर सैन, राजू भाई, मंगतू खटाणा, पूर्ण पखाला, मान सिंह दूधिया, रणधीर दूधिया, रामसिंह बोकण, ईश्वर पूर्व पंच, बिन्दर मणकस, कृष्ण पहलवान, सतबीर फौजी, जग्गा राम, प्रेम भाटिया, त्रिलोक पंच, जयपाल गुरी, लूणाराम जांगड़ा, ठंडूराम दूधिया, गोपाल बावता, हजारी लाल शर्मा, केला देवी, अंजू देवी, मंजू रहेजा, संतोष गुरी, मां भाटण, राजबाला, डॉ. अमर सिंह, गोपाल ग्रोवर, दिलबाग चौपड़ा सहित भारी संख्या में महिलाएं, बुजुर्ग, ग्रामीण व आस-पास के क्षेत्र से आए हुए ग्रामीण उपस्थित रहे।