शनिवार व रविवार की वर्षा व ओलो ने दक्षिणी हरियाणा केे रेवाडी, महेन्द्रगढ़, गुरूग्राम, नूंह जिले सहित प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में किसान की पककर तैयार खडी सरसों व गेंहू की फसल पर जो कहर बरसाया है, उससे किसानों की आर्थिक कमर टूट गई है : विद्रोही
वर्षा व ओलो की मार से घबराये पवन कुमार की तो फसल काटते समय खेत में ही जान हार्ट अटैक से चली गई, वहीं अहीरवाल के अन्य किसान बेशक ऐसे हादसे में मरे नही लेकिन फसल बर्बादी से उनकी आर्थिक हालत और भी खराब हो गई : विद्रोही

20 मार्च 2023 – स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष एवं हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता वेदप्रकाश विद्रोही ने पश्चिमी विक्षोभ के चलते शनिवार व रविवार को रेवाडी, महेन्द्रगढ़, गुरूग्राम, दादरी, नूंह, फरीदबाद, सोनीपत, झज्जर, हिसार, पानीपत, नरवाना, अम्बाला जिले सहित प्रदेश के विभिन्न स्थानों पर तेज आंधी के साथ वर्षा, ओलो से पककर तैयार खडी गेंहू व सरसों की फसल को हुए भारी नुकसान की तत्काल गिरदावरी करवाके प्रभावित किसानों को 25 हजार रूपये प्रति एकड मुआवजा देने की मांग की।

विद्रोही ने कहा कि शनिवार व रविवार की वर्षा व ओलो ने दक्षिणी हरियाणा केे रेवाडी, महेन्द्रगढ़, गुरूग्राम, नूंह जिले सहित प्रदेश के विभिन्न क्षेत्रों में किसान की पककर तैयार खडी सरसों व गेंहू की फसल पर जो कहर बरसाया है, उससे किसानों की आर्थिक कमर टूट गई है। एक ओर किसान खेतों में अपनेे परिवार के साथ फसल कटाई कर रहा था तो दूसरी ओर पश्चिमी विक्षोभ के चलते तेज आंधी के साथ आई वर्षा व ओलो ने किसानों के अरमानों पर पानी फेर दिया। किसानों के सामने उनकी कमाई वर्षा व ओलो ने बर्बाद कर दी। रेवाडी जिले के एक गांव धनौरा-चिल्हड़ के 48 वर्षीय किसान पवन कुमार अपने परिवार के साथ सरसों की कटाई कर रहा था और कटाई करते समय आई वर्षा व ओलो की मार से खेत में हार्ट अटैक होने से मर गया। 

विद्रोही ने कहा कि वर्षा व ओलो की मार से घबराये पवन कुमार की तो फसल काटते समय खेत में ही जान हार्ट अटैक से चली गई, वहीं अहीरवाल के अन्य किसान बेशक ऐसे हादसे में मरे नही लेकिन फसल बर्बादी से उनकी आर्थिक हालत और भी खराब हो गई। किसानों की सालभर की मेहनत वर्षा व ओलो से यू बर्बाद हो जायेगी, यही अपने आप में उनके लिए मौत के समान है। कर्ज बोझ से दबे किसान की आर्थिक हालत इस मार से और भी बद से बदतर हो जायेगी। बहुत से किसानों ने सरसों की कटाई कर ली थी, लेकिन कटी फसल खेतों में ही पडी थी, जिसमें भी नुकसान होना तय है। आंधीे के चलते गेंहू व जौ की फसले बिछ गई जिससे उत्पादन कम होना तय है। किसानों को पकी फसल के समय आंधी, वर्षा व ओलो से चौतरफा मार पडी है। जिन किसानों की सरसों मंडियों में खुले में बिकने के लिए पडी थी, उसका भी भिगने से  भाव कम मिलेगा। ऐसी स्थिति में हरियाणा भाजपा सरकार किसानों की फसलों को खेतों व मंडियों में हुए नुकसान की भरपाईे के लिए तत्काल विशेष गिरदावरी करवाके किसानों को प्र्िरत एकड 25 हजार का मुआवजा दे ताकि कर्ज बोझ से दबा किसान आर्थिक रूप से और बर्बाद न हो। 

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