नहीं रहे बॉलीवुड एक्टर सतीश कौशिक, 66 साल की उम्र में दुनिया को कहा अलविदा

सतीश कौशिक के निधन से बॉलीवुड व जिले में शोक की लहर
महेंद्रगढ़ जन्मभूमि के साथ गुरुग्राम से भी रहा नाता
फिल्मी कलाकारों सहित राजनेताओं ने दी श्रद्धांजलि
दोस्त अनुपम खेर ने दी मौत की जानकारी
आखिरी ट्वीट हो रहा है वायरल

अशोक कुमार कौशिक 

नारनौल। अपनी शानदार एक्टिंग से सभी का दिल जीत चुके एक्टर सतीश कौशिक का 66 साल की उम्र में गुरुग्राम के फोर्टिस हॉस्पिटल में गुरुवार (9 मार्च) की सुबह अंतिम सांस ली। सतीश कौशिक के निधन की खबर सामने आने के बाद पूरा बॉलीवुड तथा जिला महेंद्रगढ़ गम में डूब गया है। उनके शव को गुरुग्राम से मुंबई ले जाया जाएगा। 

सतीश कौशिक हरियाणा के महेंद्रगढ़ से संबंध रखते थे। वे हरियाणा फ़िल्म प्रमोशन बोर्ड के चेयरमैन भी थे। सतीश कौशिक एक अभिनेता, कॉमेडियन, पटकथा लेखक, निर्देशक और निर्माता थे। 

उनका जन्म 13 अप्रैल 1956 को हरियाणा के महेंद्रगढ़ जिला कनीना उपमंडल के गांव धनौंदा में हुआ था। उनके परिवार में उनके दो भाई ओर तथा तीन बहने है। बाद में उनके पिता गुरुग्राम में आकर बसे। इनकी शादी साल 1985 में शशि कौशिक के साथ हुई। इनके एक बेटे का निधन साल 1996 में हो गया था जब उनकी उम्र सिर्फ दो वर्ष थी। साल 2012 में उनके एक बेटी का जन्म सरोगेसी के माध्यम से हुआ उनका नाम वंशिका है।

सतीश कौशिक ने अपनी शुरुआती शिक्षा तो महेंद्रगढ़ से ही पूरी हुई । इसके बाद ग्रेजुएशन की पढाई करने के लिए दिल्ली चले गए । जहां पर उन्होंने किरोड़ीमल कॉलेज में दाखिला लिया और साल 1972 में स्नातक की डिग्री हासिल की। बचपन से ही उनका मन एक्टिंग में करियर बनाने का था तो उसके बाद उन्होंने नेशनल स्कूल ऑफ़ ड्रामा में दाखिला ले लिया। उस समय वह दिल्ली पश्चिम विहार जेजे कॉलोनी में रहते थे । साल 1978 में वहां से पासआउट होने के बाद उन्होंने फिल्म एंड टेलीविजन इंस्टीयूट ऑफ़ इंडिया से पढ़ाई की।  पुणे के नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा से पढने के बाद साल 1983 में बॉलीवुड में कदम रखा.

सतीश कौशिक ने अपने करियर की शुरुआत बतौर सहायक निर्देशक शेखर कपूर के साथ फिल्म मासूम से की। इस फ़िल्म में सहायक निर्देशक होने के साथ-साथ उन्होंने इस फिल्म में अभिनय भी किया। उन्होंने बतौर निर्देशक अपने करियर के पारी की शुरुआत अनिल कपूर और श्री देवी स्टारर फिल्म रूप की रानी चोरो के राजा से की, लेकिन फिल्म कुछ खास नहीं चली। उसके बाद उन्होंने प्रेम फिल्म निर्देशित की, जो फिल्म अभिनेत्री तब्बू की पहली फिल्म थी। इसके बाद उन्होंने अनिल कपूर और ऐश्वर्या को लेकर फिल्म हम आपके दिल में रहते हैं निर्देशित की, जो की उस समय की हिट फिल्म साबित हुई थी।  

सिर्फ निर्देशन में ही नहीं बल्कि सतीश कौशिक अभिनय करने में काफी मंझे हुए हैं। उन्होंने कई सारी फिल्मों में सहायक कलाकार की भूमिका अदा की है। उनकी सबसे यादगार फिल्‍म मिस्टर इंडिया है जिसमें उन्‍होने कैलेंडर का किरदार निभाया है, जिसके बाद लोग उन्हें कैलेंडर नाम से भी सम्बोधित करने लगे थे। उन्हें उनके बेहतरीन कामों के लिए कई सरे अवार्ड्स से भी नवाजा जा चुका है। 

उन्होंने अब तक करीब 100 फिल्मों में काम किया। उन्होंने 1990 में ‘राम लखन’ के लिए और 1997 में ‘साजन चले ससुराल’ के लिए फिल्मफेयर पुरस्कार (सर्वश्रेष्ठ हास्य अभिनेता) जीता था। उन्होंने 1990 में ‘राम लखन’ के लिए और 1997 में ‘साजन चले ससुराल’ के लिए फिल्मफेयर पुरस्कार (सर्वश्रेष्ठ हास्य अभिनेता) जीता था। थिएटर अभिनेता के रूप में उनकी सबसे प्रसिद्ध भूमिका हिंदी के नाटक ‘सेल्समैन रामलाल’ में की थी। बतौर निर्देशक उनकी पहली फिल्म ‘रूप की रानी चोरों का राजा’ (1993) थी, जिसमें श्रीदेवी मुख्य भूमिका में थीं।

निर्देशक के रूप में उनकी पहली हिट फिल्म ‘हम आपके दिल में रहते हैं’ थी, जो 1999 में रिलीज हुई थी। 2005 में, कौशिक ने अर्जुन रामपाल, अमीषा पटेल और जायद खान अभिनीत फिल्म वादा का निर्देशन किया था। 2007 में कौशिक ने अनुपम खेर के साथ मिलकर करोल बाग प्रोडक्शंस नामक एक नई फिल्म कंपनी शुरू की। इस बैनर तले उनकी पहली फिल्म तेरे संग थी, जिसका निर्देशन सतीश कौशिक ने किया था।

सतीश कौशिक के निधन की जानकारी उनके करीबी दोस्त अनुपम खेर ने सोशल मीडिया पर पोस्ट शेयर करके दी थी। उन्होंने लिखा- जानता हूं ‘मृत्यु ही इस दुनिया का अंतिम सच है!’ पर ये बात मैं जीते जी कभी अपने जिगरी दोस्त सतीश कौशिक के बारे में लिखूंगा, ये मैंने सपने में भी नहीं सोचा था. 45 साल की दोस्ती पर ऐसे अचानक पूर्णविराम !!

अनुपम खेर और सतीश कौशिक ने एक साथ राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय में अभिनय सीखा। दोनों ने कई फिल्मों में साथ काम किया। जमाई राजा, राम-लखन जैसी फिल्मों में इन दोनों अभिनेताओं की कॉमिक टाइमिंग ने लोगों को खूब हंसाया। मिस्टर इंडिया में ‘कैलेंडर’ और दीवाना मस्ताना में ‘पप्पू पेजर’ का रोल निभाने के लिए उन्हें आज भी याद किया जाता है। अभिनेता गोविंदा के साथ भी उनकी जोड़ी काफी मशहूर रही। ‘राम लखन’ और ‘साजन चले ससुराल’ के लिए उन्हें फिल्मफेयर अवॉर्ड भी मिला। 2016 में आई ‘उड़ता पंजाब’ में ‘तायाजी’ का रोल सतीश कौशिक ने ही निभाया।

अभिनय के साथ सतीश कौशिक ने फिल्म निर्देशन, स्क्रिप्ट और डायलॉग राइटिंग भी की। फिल्म ‘रूप की रानी चोरों का राजा’, ‘प्रेम’, ‘हम आपके दिल में रहते हैं’, ‘वादा’, ‘तेरे नाम’ और ‘तेरे संग’ का उन्होंने निर्देशन किया। इनमें ‘रूप की रानी चोरों का राजा’ और ‘तेरे नाम’ काफी चर्चित रहीं। 1983 में आई यादगार फिल्म ‘जाने भी दो यारो’ के डायलॉग सतीश कौशिक ने ही लिखे थे।

सतीश ने अपने करियर की शुरुआत साल 1983 में जाने भी दो यारो फिल्म से की। फिल्मे से पहले काफी कई थिएटर भी किये है लेकिन पहचान नही मिली। साल 1987 में फिल्म मिस्टर इंडिया में इन्होने “कैलेंडर” का किरदार करने का मौका मिला। इस फिल्म में इनके साथ अनिल कपूर, श्रीदेवी और अमरीश पूरी जैसे दिग्गज कलाकार भी मौजूद थे। इस फिल्म के बाद सतीश को पहचान मिलना शुरू हो गया था।

फिल्म राम लखन में काशीराम का, साजन चले ससुराल में मुथु स्वामी का, मिस्टर एंड मिसेज खिलाड़ी में चंदा मामा का, दीवाना मस्ताना में पप्पू पेजर का, बड़े मियां छोटे मियां में शराफत अली का और हसीना मान जाएगी में कुंजबिहारी लाल का किरदार निभाया था। इन फिल्मों में इनके कॉमेडी की वजह से इन्हें लोग जानने और पहचानने लग गये। इन सभी फिल्मो में अपनी कॉमेडी का तड़का इस कदर लगते कि फिल्मों में अपनी छाप छोड़ गए। आप भी लोग इनके डायलॉग बोलते है।

जिनमे से अब तक कई फिल्में जबरदस्त हिट रही हैं और ये फिल्में उन्होंने बॉलीवुड के तमाम बड़े अभिनेताओं के साथ की हैं।

तेरे नाम, बधाई हो बधाई, क्यों की, ढोल और कागज जैसी फिल्मों के अलावा, सतीश ने निर्देशक के रूप में कई अन्य फिल्मों का निर्देशन किया। इन्हें दो बार फिल्मफेयर बेस्ट कॉमेडियन का अवार्ड मिल चूका है। इसके साथ ही स्क्रीन वीडियोकॉन अवार्ड भी अपने नाम किया है।  

साल 2007 में सतीश ने अपने एनएसडी बैचमेट के साथ मिलकर करोल बाग प्रोडक्शंस की शुरुआत की। इसमें उनके बैचमेट अनुपम खेर भी रहे थे। और इस प्रोडक्शंस की पहली फिल्म तेरे संग जिसे सतीश ने निर्देशित की थी।

सतीश कौशिक ने देर रात अपने ट्विटर और इंस्टाग्राम पर तस्वीरें पोस्ट की थी और कैप्शन के जरिए बताया था कि उन्होंने होली की पार्टी जुहू स्थित जानकी कुटीर में मनाई थी। जिसमें जावेद अख्तर, शबाना आजमी, बाबा आजमी, तन्वी आजमी, अली फजल, ऋचा चड्ढा शामिल हुए थे। उन्होंने अली और ऋचा को एक खूबसूरत कपल कहा था। इसके साथ साथ उन्होंने सभी को होली की बधाई दी थी। सतीश कौशिक की हंसते हुए तस्वीरें देखकर कोई नहीं कह सकता कि वो अगली सुबह हमारे साथ नहीं होंगे।

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