बीजेपी जेजेपी सरकार से जनता का हुआ मोह भंग : निर्मल सिंह
सरपंचों के खिलाफ दर्ज केस वापिस लेकर माफी मांगे सरकार : निर्मल सिंह

चंडीगढ़/पंचकूला, 4 मार्च – बर्बर लाठीचार्ज के खिलाफ धरने बैठे सरपंचों व महिला प्रतिनिधियों को शनिवार को पंचकूला में आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री निर्मल सिंह ने समर्थन दिया। उन्होंने पुलिस द्वारा लाठीचार्ज में घायल हुए अपने साथियों व अन्य सरपंचों से मुलाकात कर भाजपा जजपा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि सरकार लगातार जनता की आवाज को कुचलने और लोकतांत्रिक संस्थाओं को कमजोर करने का काम कर रही है। सरकार ने पहले किसानों, फिर नौजवानों, उसके बाद कर्मचारियों और अब चुने हुए पंचायत प्रतिनिधियों पर लाठीचार्ज करके अपनी तानाशाही का सुबूत दिया है।

निर्मल सिंह ने कहा की सरकार पंच व सरपंचों को शक्तिविहीन और गांव को विकास से वंचित रखना चाहती है। सरकार पंचायती राज को ठेकेदार व अधिकारियों के हवाले करके भ्रष्टाचार का नया अड्डा स्थापित करना चाहती है। इसीलिए सरपंच पंच व सरपंच इस फैसले का विरोध कर रहे हैं। क्योंकि वह चुने हुए प्रतिनिधि हैं और जनता के प्रति उनकी सीधी जवाबदेही होती है, इस नयी प्रणाली में सरपंचों से चर्चा करनी चाहिए थी, कोई मध्यस्थता का रास्ता बनाने की ओर काम करना चाहिए था I

निर्मल सिंह ने कहा कि अपनी संवैधानिक अधिकारों को समझते हुए सरपंच द्वारा आवाज उठाने पर पंचकूला में सरपंचों पर किया गया लाठीचार्ज बेहद निंदनीय है। लोकतंत्र में जनता की आवाज को लाठी व वाटर कैनन के दम पर नहीं दबाया जा सकता। उन्होंने कहा कि सरकार लगातार लोकतांत्रिक आवाजों को दबाने की कोशिश कर रही है I जनता से संवाद और उसका सहयोग जरूरी है। उन्होंने कहा कि यह इस सरकार की हताशा है कि पंचायत चुनावों में सरकारी तंत्र का दुरुपयोग करने के बावजूद जब उसके उम्मीदवार पंच सरपंच नहीं बन पाए तो इस तरह से जीते हुए प्रत्याशियों को तंग किया जा रहा है।

वरिष्ठ नेता निर्मल सिंह ने कहा कि सरकार ने हरियाणा सरपंच एसोसिएशन के प्रधान समेत 4000 सरपंचों पर 10 अन्य लोगों पर संगीन धाराओं में केस भी दर्ज कर दिया है,जोकि सरकार का निंदनीय व कायराना कदम है। सरकार इन मुकदमों को वापिस ले, सरपंचों से माफी मांगे।

उन्होंने कहा की आज प्रदेश का हर वर्ग बीजेपी- जेजेपी के खिलाफ आंदोलनरत है। हर महीने किसी ना किसी वर्ग पर लाठीचार्ज की खबरें आती रहती हैं। इससे स्पष्ट है कि इस सरकार से जनता का मोहभंग हो चुका है और यह सरकार उनकी समस्याओं का समाधान करने में पूरी तरह नाकाम है। दूसरी तरफ इस गठबंधन राज में कानून व्यवस्था पूरी तरह चौपट हो चुकी है, और आम आदमी अपने घर में भी सुरक्षित नहीं है। उन्होंने सरकार से पंचायत प्रतिनिधियों की मांगों को जल्द पूरा करने के साथ उनपर दर्ज सभी मुकदमों को रद्द करने की भी मांग की। उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी पूरी तरह पंचायत सरपंचों की इस आंदोलन में उनके साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ी है तथा उनके हर संघर्ष में उनका साथ देने के लिए हमेशा तैयार है।

error: Content is protected !!