चंडीगढ़, 28 फरवरी- हरियाणा के राज्यपाल श्री बंडारू दत्तात्रेय ने गत सांय हरियाणा भवन, नई दिल्ली में ‘‘एक भारत-श्रेष्ठ भारत‘‘ कार्यक्रम के तहत एनआईटी, मिजोरम और गवर्नमेंट आइजोल नॉर्थ कॉलेज के छात्रों और फैकल्टी सदस्यों के साथ बातचीत की। इस पहल के लिए हरियाणा राज्य से नोडल संस्थान के तौर पर प्रयुक्त आईआईएम रोहतक द्वारा उत्तर पूर्व से आए इन छात्रों का स्वागत किया गया।

श्री बंडारू दत्तात्रेय ने आपसी तालमेल के लिए शुरू की गई इस पारस्परिक पहल के दौरान छात्रों को हरियाणा व उनके राज्यों के बीच की विविध संस्कृति, इतिहास और भावना को सीखने और खोजने के अवसर के रूप में जानने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने कहा कि यह अवसर उत्तर पूर्व और शेष भारत के युवाओं के बीच सांस्कृतिक जागरूकता और राष्ट्रवाद की भावना पैदा करेगा।

श्री दत्तात्रेय ने कहा कि छात्र अपने प्रवास के दौरान विभिन्न सांस्कृतिक, सामाजिक और शैक्षणिक कार्यक्रमों के माध्यम से एक-दूसरे की सर्वोत्तम प्रथाओं और अनुभवों को ग्रहण कर सकते हैं।

राज्यपाल ने बताया कि भारत सरकार के ‘‘एक भारत-श्रेष्ठ भारत‘‘ कार्यक्रम का उद्देश्य विभिन्न प्रदेशों व केंद्र शासित प्रदेशों के लोगों के बीच आपसी समझ को बढ़ावा देना है। उन्होंने कहा कि आईआईएम रोहतक मिजोरम के छात्रों के साथ हरियाणा प्रदेश और मिजोरम राज्यों के बीच में सांस्कृतिक-पारंपरिक, रहन-सहन, पर्यटन और खानपान के क्षेत्रों में आपसी आदान-प्रदान को बढ़ावा देने के लिए और सर्वोत्तम प्रथाओं को साझा करने के लिए गतिविधियां आयोजित करेगा।

कार्यक्रम के दौरान आईआईएम रोहतक द्वारा जम्मू-कश्मीर और उत्तर पूर्व के छात्रों को आईआईएम का अनुभव प्रदान करने के लिए अनेकों कार्यक्रमों का आयोजन किये जा रहे हैं। हर साल की तरह जम्मू-कश्मीर की लगभग 70 छात्राओं को समर इंटर्न के रूप में छह सप्ताह के लिए अपने कैंपस में प्रशिक्षित करते हैं। इस बार फिर से ‘‘एक भारत-श्रेष्ठ भारत‘‘ के हिस्से के रूप में हम मिजोरम से 24 छात्रों की मेजबानी कर रहे हैं और उन्हें एक समृद्ध अनुभव प्रदान करने का प्रयास करेंगे जो वे अपने साथ रखेंगे।

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