भारत सारथी/ऋषि प्रकाश कौशिक

गुरुग्राम। 20 फरवरी सोमवार से हरियाणा विधानसभा का बजट सत्र आरंभ हो रहा है और इसके लिए मुख्यमंत्री ने कई बार मंत्रियों की मीटिंगें बुलाईं तथा कई बार अधिकारियों की मीटिंगें भी बुलाईं लेकिन दुर्भाग्य की बात है कि सबसे अधिक राजस्व देने वाले जिला गुरुग्राम में कोई भी मंत्री नहीं है, इसलिए बजट चर्चा में गुरुग्राम का कोई प्रतिनिधि शायद शामिल नहीं हुआ।

गुरुग्राम के राजस्व से ही हरियाणा सरकार चल रही है तो यह कहना अनुचित नहीं होगा। ऐसे में गुरुग्राम की मांग किसी ने नहीं रखी है, यदि रखी है तो प्रेस विज्ञप्ति जारी नहीं की, जबकि गुरुग्राम बहुत बड़ा इंडस्ट्रियल हब भी है। इंडस्ट्रियस्ट की बहुत सी समस्याएं हैं, जिनमें एक्सपोर्ट, जीएसटी, केंद्रीय सरकार का जीएसटी के कारण गुरुग्राम में क्या अंतर पड़ता है इसके बारे में भी कुछ नहीं कहा। ऐसे में लगता है कि हमारे अपने कार्य के प्रति सजग नहीं है। उनका कार्य केवल सरकार की विरदावली गाना है। जनता की समस्याओं से उनका कोई सरोकार नहीं लगता। 

हम गुरुग्राम विधानसभा के नागरिकों की ओर से विधायक सुधीर सिंगला से जानना चाहेंगे कि क्या उन्होंने गुरुग्राम के लिए कोई मांग रखी है या गुरुग्राम निवासी अनाथ हैं?