केंद्रीय सडक़ परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी व मुख्यमंत्री मनोहर लाल करेंगे सोहना के समीप कंट्रोल सेंटर व हिलालपुर टोल प्लाजा (नूंह) का दौरा, वीडियो कांफ्रेंस से मुख्यमंत्री होंगे लोकार्पण समारोह में शामिल डीसी निशांत कुमार यादव ने लिया केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी व मुख्यमंत्री मनोहर लाल के आगमन की तैयारियों का जायजा गुरुग्राम, 11 फरवरी। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस वे के पहले चरण में दिल्ली-दौसा-लालसोत सेक्शन का रविवार को लोकार्पण करेंगे। इसी कड़ी में केंद्रीय सडक़ परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री श्री नितिन गडकरी तथा हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल रविवार को दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस वे पर सोहना के समीप ट्रैफिक मैनेजमेंट कंट्रोल (टीएमसी) बिल्डिंग स्थित कंट्रोल सेंटर का अवलोकन करेंगे तथा नूंह जिला में स्थित हिलालपुर टोल प्लाजा (नूंह) पर आयोजित कार्यक्रम में पहुंचेंगे। मुख्यमंत्री इसके उपरांत हिलालपुर टोल प्लाजा से वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस वे के लोकार्पण समारोह में शामिल होंगे। केंद्रीय राज्य मंत्री एवं सांसद राव इंद्रजीत सिंह भी इस अवसर पर उपस्थित रहेंगे। डीसी निशांत कुमार यादव ने केंद्रीय सडक़ परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री तथा मुख्यमंत्री के रविवार को प्रस्तावित आगमन को लेकर सोहना व दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस वे पर कंट्रोल टावर, हिलालपुर टोल प्लाजा का दौरा किया। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल रविवार को प्रात: 11.30 बजे सोहना पहुंचेंगे। इसके उपरांत वे 12 बजे केंद्रीय सडक़ परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री श्री नितिन गडकरी के साथ सोहना के समीप एक्सप्रेस वे पर टीएमसी बिल्डिंग में बने कंट्रोल सेंटर का अवलोकन करेंगे। उन्होंने केंद्रीय मंत्री व मुख्यमंत्री के प्रस्तावित आगमन को लेकर अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए। उनके साथ सोहना के एसडीएम प्रदीप सिंह भी साथ रहे। नई दिल्ली से जयपुर वाया गुरुग्राम के बीच कम होगा सफर का समयउल्लेखनीय है कि हरियाणा के गुरुग्राम, पलवल व नूंह जिला से होकर गुजरने वाले एक्सप्रेस वे से नई दिल्ली से जयपुर के बीच यात्रा का समय पांच घण्टे से घटकर साढ़े तीन घण्टे रह जाएगा। इस सेक्शन के खुल जाने से पूरे क्षेत्र में आर्थिक विकास को भी शक्ति मिलेगी। देश का सबसे लंबा एक्सप्रेस व पर आटोमेटेड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम के तहत हर एक किलोमीटर पर सीसीटीवी कैमरे लगाए गए जिनके माध्यम से कंट्रोल सेंटर से निगरानी होगी। इस एक्सप्रेस व जल संरक्षण को प्रोत्साहन देने के लिए 500-500 मीटर पर वाटर रिचार्ज प्वाइंट्स भी बनाए गए हैं। आठ लेन चौड़े एक्सप्रेस वे को 12 लेन तक बढ़ाया जा सकता है। देश के लंबे इस एक्सप्रेस वे से नई दिल्ली से जयपुर वाया गुरुग्राम पुराने राष्ट्रीय राजमार्ग पर यातायात का दबाव कम होगा साथ ही नागरिकों को भी नए एक्सप्रेस वे का विकल्प मिलेगा। Post navigation करुणाश्रय के तहत सुशांत यूनिवर्सिटी के छात्रों ने सीखे सामाजिक मूल्य दिल्ली-वडोदरा-मुम्बई एक्सप्रेस वे की सौगात