• संत रविदास जी ने समानता का सच प्रस्तुत कर सृष्टि के सामने रखने का काम किया – उदयभान• गुरु रविदास जी ने जात-पात के खिलाफ जो संदेश दिया वो आज भी प्रासंगिक हैं – दीपेन्द्र हुड्डा• बीजेपी सरकार संत रविदास जी की सोच के विपरीत काम कर रही है– दीपेन्द्र हुड्डा• गहन आध्यात्मिक विषयों को भी संत रविदास जी ने सरल भाषा में समझा कर कर्म पर जोर दिया – दीपेंद्र हुड्डा पलवल, 5 फरवरी। सांसद दीपेंद्र हुड्डा आज संत शिरोमणि गुरु रविदास जी की जयंती के अवसर पर होडल के अंबेडकर भवन में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष चौधरी उदयभान द्वारा आयोजित कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि शिरकत करने पहुंचे। इस दौरान सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने बिना दहेज सर्वजातीय 51 जोड़ों के सामूहिक विवाह समारोह में सभी नवविवाहित जोड़ों को बधाई और सुखमय वैवाहिक जीवन के लिये शुभकामनाएं दी। इस अवसर पर दीपेन्द्र हुड्डा ने कहा कि हर इंसान जन्म से एक बराबर होता है। गुरु रविदास जी ने जात-पात के खिलाफ जो संदेश दिया वो आज भी प्रासंगिक हैं। लेकिन, बीजेपी सरकार संत रविदास जी की सोच के विपरीत काम कर रही है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष चौ. उदयभान ने कहा कि भक्तिकाल में संत रविदास जी ने समानता का सच प्रस्तुत कर सृष्टि के सामने रखने का काम किया। उन्होंने संत रविदास जी का स्मरण करते हुए उन्हें नमन किया और कहा कि इंसान में फर्क नहीं किया जा सकता, क्योंकि जब भगवान् ने फर्क नहीं किया तो इंसान कौन होता है आपस में फर्क करने वाला। संत रविदास जी के दर्शन और विचार सदैव प्रासंगिक रहेंगे। उन्होंने ऐसे समाज की कल्पना की, जहां किसी भी प्रकार का भेदभाव ना हो। सामाजिक सुधार और समरसता के लिए वह आजीवन प्रयत्नशील रहे। बतौर मुख्य अतिथि समारोह को संबोधित करते हुए सांसद दीपेंद्र ने सभी को संत रविदास जयंती की बधाई दी और कहा कि संत रविदास जी ने हमेशा एकता, शांति और भाईचारे का संदेश दिया। उनके प्रेरक विचार, उपदेश और शिक्षा हम सभी का मार्गदर्शन करते रहेंगे। संत रविदास जी द्वारा दी गई सीख समाज के लिए अनमोल धरोहर है। संत रविदास जी ने लोगों को कर्म की उपासना करना सिखाया। उन्होंने बताया कि कोई भी काम छोटा या बड़ा नहीं होता। ईमानदारी से अपना कर्म करना ही भगवान की सच्ची भक्ति है और भगवान के बनाए इंसान की बिना भेदभाव के सेवा करना ही सच्ची उपासना है। संत रविदास जी कर्म को प्रधान मानते थे। उन्होंने गहरे आध्यात्मिक विषयों को भी बड़ी सरल भाषा में समझाया और गीता की तरह कर्म पर जोर देते थे। संत रविदास जी ने ‘मन चंगा तो कठौती में गंगा’ कह के समाज को कर्म करने का महत्वपूर्ण संदेश दिया। उन्होंने गहन अध्यात्म को भी सरल और सहज भाषा में समाज को समझाया और लोगों को उसे अपने जीवन में उतारने का रास्ता दिखाया। कार्यक्रम का आयोजन प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष चौ. उदयभान ने किया था। इस अवसर पर प्रमुख रूप से पूर्व मंत्री करण सिंह दलाल, विधायक नीरज शर्मा, प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष जितेंद्र भारद्वाज, पूर्व विधायक रघुबीर सिंह तेवतिया, पूर्व सीपीएस शारदा राठौर, पूर्व विधायक ललित नागर, विजय प्रताप, चौ. इसराइल, लखन सिंगला आदि मौजूद रहे। Post navigation जापानी प्रतिनिधिमंडल ने किया श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय का दौरा एंटरप्रेन्योरशिप, स्टार्ट अप और कौशल विकास का पाठ पढ़ाएंगे कुलपति राज नेहरू