-कमलेश भारतीय चंडीगढ़ राजधानी जरूर है लेकिन दूरदर्शन हमारे नहीं है । अकेला हरियाणा ऐसा राज्य है जिसका अपना दूरदर्शन नहीं रहा । इसे यह कहकर बंद कर दिया कि कमर्शियल चैनल आ गये हैं तो क्या सारे देश में कमर्शियल चैनल नहीं चल रहे ? फिर सिर्फ हरियाणा के दूरदर्शन को बंद क्यों किया गया ? इस सवाल को मैं संसद में उठाऊंगा । यह वादा किया राज्यसभा सांसद दीपेंद्र हुड्डा ने हिसार में दूरदर्शन केंद्र के गेट पर धरना दे रहे कर्मचारियों और संघर्ष समिति को । उल्लेखनीय है कि दूरदर्शन संघर्ष समिति पिछले एक माह से धरने देकर दूरदर्शन बचाने की अपील कर रही है । दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि हिसार दूरदर्शन का न केवल कृषि बल्कि हरियाणवी संस्कृति में योगदान था । हरियाणा जैसे कृषि प्रधान राज्य में यह केंद्र कृषि के प्रति किसानों को जागरूक करने में योगदान दे रहा था । इसी प्रकार सांस्कृतिक कार्यक्रम भी महत्त्वपूर्ण थे । अब सरकार अचानक इस केंद्र पर हमलावर क्यों हो गयी ? दुष्यंत पर साधा निशाना : दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि यह सरकार की बेशर्मी है कि इस सरकार में शामिल नुमाइंदों के पूर्वजों के नाम पर यह केंद्र स्थापित किया गया और वे इसे चुपचाप बंद होते देख रहे हैं । बाद में मीडिया से बात करते दीपेंद्र हुड्डा ने सरपंचों के ई टेंडरिंग के विरोध को समर्थन देते कहा कि दो लाख रुपये से कुछ विकास कार्य नहीं हो सकता । नवनिर्वाचित सरपंचों की मागें जायज हैं । यह जनता के साथ भी धोखा है । पंचायती राज संस्था को काम नहीं करने दिया जा रहा अंर ऊपर से सरपंचों के रिकाॅल की बात कही जा रही है । यदि रिकाॅल ही करना हो तो शुरूआत विधायकों व सांसदों से करनी चाहिए । यदि रिकाॅल ही करनी हो तो राज्य के अनेक विधानसभा क्षेत्रों से कीजिए । पंचायती राज को कमजोर करने की कोशिश की जा रही है । श्री हुड्डा ने आरोप लगाया कि सयक्र ने कोई विकास कार्य नहीं करवाया । न कोई औद्योगिक क्षेत्र , न कोई बिजली प्लांट और न ही कोई विश्वविद्यालय बनाया । उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि हिसार में एयरपोर्ट के नाम पर प्रापर्टी डीलिंग का धंधा हुआ । यह जांच का विषय है । बिना किसी उड़ान के प्रापर्टी ने उड़ान भरी ! अडानी पर पूछे सवाल पर कहा कि आरबीआई को इसका संज्ञान लेना चाहिए । सरकार आने पर पुरानी पेंशन बहाल की जायेगी । मुख्यमंत्री पर चुटकी : दीपेंद्र हुड्डा ने मुख्यमंत्री पर चुटकी लेते कहा कि वे वाट्स अप पर ही विश्वास कर फैसले ले रहे हैं । ये रहे मौजूद : दीपेंद्र हुड्डा की मीडिया से बातचीत के समय प्रो सम्पत सिंह , चंद्रप्रकाश , रामनिवास घोड़ेला, नरेश सेलवाल , रामभगत शर्मा , कर्ण सिंह रानौलिया , जगदीश जिंदल , योगेश सिहाग , राजेंद्र सूरा , धर्मवीर गोयत, छत्रपाल सोनी, अनिल जालंधरा,अमित ग्रोवर , अनिल मान और बजरंग दास गर्ग आदि मौजूद रहे । Post navigation कैंसर उन्मूलन के लिए जागरूकता का होना आवश्यक : निकाय मंत्री डॉ कमल गुप्ता सपना का सपना बस एक क्रेटा ?