मुख्यमंत्री ने टीबी रोग से ग्रस्त 5 मरीजों को लिया गोद, उन्हें टीबी किट भी मुहैया करवाई

टीबी मुक्त हरियाणा बनाने में सहयोग करें सामाजिक संस्थाएं

चंडीगढ़, 2 फरवरी – हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने आज प्रधानमंत्री टीबी मुक्त भारत अभियान के अंतर्गत टीबी रोग से ग्रस्त 5 मरीजों को गोद लिया और उन्हें टीबी किट प्रदान की। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के वर्ष 2025 तक भारत को टीबी मुक्त करने के संकल्प के तहत हरियाणा को टीबी मुक्त बनाने के लिए कारगर कदम उठाए जा रहे हैं। इन सार्थक प्रयासों से हरियाणा-टीबी मुक्त लक्ष्य को वर्ष 2025 तक ही पूरा कर लिया जाएगा।

श्री मनोहर लाल ने प्रदेश के उद्योगपतियों, प्रशासनिक अधिकारियों, शैक्षिक संस्थानों, सामाजिक संस्थाओं, गैर-सरकारी संगठनों और निर्वाचित प्रतिनिधियों से अनुरोध किया है कि वे इस पुनीत कार्य से जुड़ें और टीबी रोगियो को गोद लेकर उन्हें पोषाहार एवं उनके परिजनों को भावनात्मक एवं सामाजिक सहायता उपलब्ध करवाने के लिए आगे आएं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2022 में ‘प्रधानमंत्री टीबी मुक्त भारत अभियान की शुरूआत की गई। इस पहल के तहत निक्षय 2.0 प्लेटफॉर्म के माध्यम से टीबी रोगियों को पोषण संबंधी सहायता, जांच सहायता और व्यावसायिक सहायता प्रदान की जा रही है।

उन्होंने कहा कि कोई भी व्यक्ति या संस्था निक्षय 2.0 वेब पोर्टल www.communitysupport.nikshay.in के माध्यम से अपना पंजीकरण करके निक्षय मित्र के रूप मे शामिल होकर टी बी रोगियों की सहायता कर सकती है। पंजीकरण के बाद भोगोलिक स्थितियों के अनुसार टीबी मरीज का चयन भी कर सकती हैं। उसके बाद गोद लेकर मरीज के इलाज पर लगभग 1 वर्ष तक मासिक स्पोर्टिव डाइट के रूप में  400 से 500 रुपये की राशि से रोगी का इलाज करने में सहायता प्रदान कर सकता है।

उन्होंने कहा कि इस प्रकार राष्ट्रीय टीबी उन्मूलन कार्यक्रम में संगठनों की भागीदारी बढ़ेगी और टीबी की जानकारी और इलाज जन-जन तक पहुंचेगा। इससे रोगियों का बेहतर पोषण होगा और सही इलाज होने पर परिणाम भी बेहतर मिलेंगे। इसके साथ ही मरीजों व परिवारों का भार भी कम होगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि किसी भी लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए हर स्तर पर जन सहयोग की आवश्यकता होती है। इसलिए सभी नागरिक टीबी रोग उन्मूलन कार्यक्रम में अपनी सहभागिता से टीबी मुक्त हरियाणा बनाने में अपेक्षित सहयोग करें। उन्होंने इस अभियान को जन आंदोलन का रूप देने की अपील करते हुए कहा कि इस प्रकार टीबी हारेगा और प्रदेश जीतेगा।

मुख्यमंत्री ने आशा जताई की हरियाणा प्रधानमंत्री के टीबी मुक्त भारत अभियान के लक्ष्य को 2025 तक प्राप्त करने की प्रतिबद्धता में सक्षम होगा। हम सब मिलकर हरियाणा प्रदेश को टीबी मुक्त प्रदेश बनाने के लिए कार्य करें।

इस अवसर पर राज्य क्षयरोग अधिकारी डॉ राजेश राज, डीटीओ डॉक्टर परविंदरजीत, डीपीसी ललिता, डीपीपीएम विरेन्दर भी मोजूद रहे।

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