·         वृद्धावस्था पेंशन पर 1.80 लाख की आय लिमिट को खत्म करेगी कांग्रेस सरकार- दीपेंद्र हुड्डा
·         अर्थव्यवस्था डगमगाई, कर्ज कई गुना बढ़ा, इसलिए कल्याणकारी योजनाओं को खत्म कर रही है सरकार- दीपेंद्र हुड्डा
·         प्रदेश को विकास की पटरी से उतारने व महामारी में भी घोटाले करने वाली बीजेपी-जेजेपी से नहीं की जा सकती कोई उम्मीद- दीपेंद्र हुड्डा
·         पंचायतों में ई-टेंडरिंग भ्रष्टाचार का केंद्रीकरण करने की नीति- दीपेंद्र हुड्डा
·         क्या बीजेपी से पूछकर यात्रा निकाल रहे हैं अभय चौटाला?- दीपेंद्र हुड्डा

15 जनवरी, चंडीगढ़ः हरियाणा को विकास व खुशहाली की पटरी से उतारने, भाईचारे पर प्रहार करने, महामारी के दौरान भी शराब व रजिस्ट्री जैसे घोटालों को अंजाम देने वाली बीजेपी-जेजेपी पर प्रदेश की जनता भरोसा नहीं कर सकती। ये कहना है राज्यसभा सांसद दीपेंद्र हुड्डा का। दीपेंद्र हुड्डा आज चंडीगढ़ में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे।

इस मौके पर उन्होंने राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा को सफल बनाने और उसमें ऐतिहासिक भागीदारी के लिए हरियाणा की जनता का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि प्रदेश नेतृत्व पर यात्रा को सफल बनाने की जिम्मेदारी थी, जिसे पूरी ईमानदारी के साथ निभाया गया। हरियाणा में यात्रा की एंट्री से लेकर अंबाला तक हर जगह लाखों की तादाद में लोगों की भागीदारी रही।

बीजेपी-जेजेपी सरकार की कार्यशैली पर टिप्पणी करते हुए दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि सरकार की नीतियों के चलते प्रदेश की अर्थव्यवस्था पूरी तरह डगमगा चुकी है और कर्ज कई गुना बढ़ गया है। इसीलिए सरकार कल्याणकारी योजनाओं को खत्म करने की नई-नई तरकीब निकाल रही है। परिवार पहचान पत्र इसी साजिश का एक हिस्सा है। पीपीपी में गरीब परिवारों की अनाप-शनाप आय दिखाकर उनके राशन कार्ड काटे जा रहे हैं। उन्हें सरकारी योजनाओं के लाभ से वंचित किया जा रहा है। रोज हजारों लोगों के पास सरकारी योजनाओं नाम काटे जाने के मैसेज आ रहे हैं।

इसी तरह 1,80,000 रुपये की सालाना आय लिमिट लगाकर सरकार ने करीब 5 लाख बुजुर्गों की वृद्धावस्था पेंशन बंद कर दी। जो गठबंधन बुजुर्गों को ₹5100 पेंशन देने का वादा करके सत्ता में आया था, वह अब बुजुर्गों की पेंशन को पूरी तरह खत्म करने में लगा है। कांग्रेस सरकार बनने पर बुढ़ापा पेंशन से ₹1,80,000 की लिमिट को खत्म किया जाएगा।

दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि चुनाव में अभी वक्त है लेकिन जनता का रुझान देखकर स्पष्ट हो गया है कि प्रदेश में आने वाली सरकार कांग्रेस की होगी। क्योंकि जनता आज भी हुड्डा कार्यकाल में हुए विकास कार्यों को याद कर रही है और फिर से प्रदेश को विकास की पटरी पर सरपट दौड़ता देखना चाहती है।

पंचायतों में ई-टेंडरिंग व्यवस्था पर बोलते हुए राज्यसभा सांसद ने इसकी आलोचना की। उन्होंने कहा कि चुने हुए सरपंचों से पावर छीनना लोकतंत्र विरोधी कदम है। ई-टेंडरिंग भ्रष्टाचार का केंद्रीकरण करने की नीति है।

अभय चौटाला की पदयात्रा पर पूछे गए सवाल पर का जवाब देते हुए दीपेंद्र हुड्डा ने कहा कि अभय चौटाला उपराष्ट्रपति के चुनाव से लेकर राज्यसभा चुनाव में बीजेपी से पूछकर वोट करते हैं। उन्हें स्पष्ट करना चाहिए कि वो यह यात्रा भी क्या बीजेपी से पूछ कर निकाल रहे हैं?

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