मुख्यमंत्री बताये शुक्रवार को सरपंच आंदोलन के कारण करनाल में सरकारी कार्यक्रम क्यों रद्द करना पडा? विद्रोही

विद्रोही ने खट्टर जी को चुनौती दी कि वे सत्ता व प्रशासन का दुरूपयोग करके भी राहुल गांधी के स्वागत में उमडी जितनी भी भीड जुटाकर दिखाये तब उन्हे पता चलेगा कि राहुल गांधी के स्वागत में जुटी आपार भीड़ ड्रामा थी या जनता का प्यार।
प्रदेश में विगत 8 सालों में दो दर्जन से ज्यादा अरबो रूपये के घोटाले हुए, पर एक भी घोटालेबाज को सजा दिलवाना तो दूर, इन्हे बेनकाब तक नही किया । विद्रोही

14 जनवरी 2023 – राहुल गांधी नेतृत्व की भारत जोडो यात्रा के समर्थन, स्वागत व सहयोग में हरियाणा में जुटी भीड़ पर सत्ता अहंकार से ग्रस्त हरियाणा मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर का यह तंज कसना कि भारी भीड़ तो तमाशा करने वाले भी जुटा लेते है पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष एवं हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता वेदप्रकाश विद्रोही ने खट्टर जी को चुनौती दी कि वे सत्ता व प्रशासन का दुरूपयोग करके भी राहुल गांधी के स्वागत में उमडी जितनी भी भीड जुटाकर दिखाये तब उन्हे पता चलेगा कि राहुल गांधी के स्वागत में जुटी आपार भीड़ ड्रामा थी या जनता का प्यार। विद्रोही नेे कहा कि कटु सत्य यह है कि हरियाणा में राहुल गांधी-भारत जोडो यात्रा को मिले अपार जनसमर्थन से मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर सहित सभी भाजपाई-संघी बुरी तरह से बौखला गए है। संघीयों को साफ दिख रहा है कि राहुल गांधी को हरियाणावासियों का खुले हदय से मिला जनसमर्थन प्रदेश से भाजपा का सत्ता का बिस्तर गोल करने का साफ संकेत है। इसी हताशा व बौखलाहट में खट्टर जी व उनके सहयोगी सत्ता मद में चूर होकर अनाप-शनाप बोलकर अपनी भडास निकाल रहे है।

विद्रोही ने कहा कि जो मुख्यमंत्री भारी पुलिस बल के साथ भी सत्ता व प्रशासन के खुले दुरूपयोग के बाद भी किसान आंदोलन दौरान प्रदेश में कहीं भी राजनीतिक कार्यक्रम, जनसभा करने में असफल रहा हो, वह राहुल गांधी को मिले अपार जनसमर्थन के प्रति ऐस शब्दों का प्रयोग करे, यही अपने आप में अनैतिकता व सत्ता अहंकार की पराकाष्ठा है। संघीयों को राहुल गांधी व कांग्रेस पर तंज कसने से पहले सत्ता में आने से पूर्व अपनी राजनीतिक स्थिति पर थी आत्मविश्लेषण कर लेना चाहिए। राजनीति में सत्ता न तो कभी किसी के बाप की बपौती रही है और न ही भविष्य में होगी। सत्ता अहंकारी बोल खुद ही बता रहे है कि ऐसे अहंकारियों के सत्ता में रहने के दिन अब खत्म होने वाले है। हरियाणा में भी भाजपाई-संघीयों को विपक्ष में रहने को अभी से मानसिक रूप से तैयार हो जाना चाहिए। यदि मुख्यमंत्री इतने ही लोकप्रिय है तो वे बताये कि शुक्रवार को सरपंच आंदोलन कारण उन्हे खुद के निर्वाचन क्षेत्र करनाल में सरकारी कार्यक्रम क्यों रद्द करना पडा?

वहीं विद्रोही ने हरियाणा में भाजपा के तीन हजार दिन पूरे होने पर मुख्यमंत्री खट्टर व भाजपा के प्रदेश में भ्रष्टाचार कम करने, शुचिता, पारदर्शिता से सरकार चलाने, बिना पर्ची-खर्ची सरकारी नौकरियां देने, असफरशाही पर नकेल कसने, बेरोजगारी पर अंकुश लगानेे व बिना भेदभाव प्रदेश के हर क्षेत्र का विकास करने व पिछडे, दलितों का उत्थान करने के दावों को हवा-हवाई जुुमले और झूठ का पुलिंदा बताया कटु सत्य यह है कि भाजपा खट्टर राज में भ्रष्टाचार बढ़ा है। प्रदेश में विगत 8 सालों में दो दर्जन से ज्यादा अरबो रूपये के घोटाले हुए, पर एक भी घोटालेबाज को सजा दिलवाना तो दूर, इन्हे बेनकाब तक नही किया।

हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग व हरियाणा लोकसेवा आयोग में मोटा माल लेकर नौकरियां बेची जिसके अनेक प्रमाण सबके सामने है। अरबो रूपये का खनन घोटाला सरकार के संरक्षण में हुआ। अवैध खनन से अरबो रूपये की लुट हुई। बडे अफसरों की ट्रांसफर व पोस्टिंग में भारी लेन-देन हो रहा है। विकास कार्यो में भेदभाव का खुला प्रमाण अहीरवाल के विकास प्रोजेक्ट है। अपराध बढ़े है, महिलाएं असुरक्षित है, पिछडे, दलितों की सामाजिक सरोकरों की योजनाओं पर कैंची चल रही है। किसान, मजदूरों पर लाठिया बरसाई जा रही है और बेरोजगारी चरम पर है। विद्रोही ने कहा कि भाजपा के तीन हजार दिन का राज हरियाणा के इतिहास में सबसे लुटेरे, भ्रष्टाचारी व जनविरोधी रहे है।

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