करनाल के प्रेमनगर कम्युनिटी सेंटर में आयोजित लोहड़ी कार्यक्रम में शामिल हुए मुख्यमंत्री मनोहर लाल प्रदेशवासियों को मुख्यमंत्री ने दी मकर संक्रांति की हार्दिक शुभकामनाएं चंडीगढ़, 13 जनवरी – हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने शुक्रवार को हर्षोल्लास के साथ आमजन के बीच लोहड़ी का पावन त्योहार मनाया। करनाल के प्रेमनगर में स्थित कम्युनिटी सेंटर में आयोजित लोहड़ी कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने शिरकत की और बड़ी संख्या में पहुंचे लोगों को लोहड़ी की हार्दिक बधाई दी। उन्होंने प्रदेशवासियों की खुशहाली व तरक्की की प्रार्थना भी की। मुख्यमंत्री ने प्रदेशवासियों को 14 जनवरी को मनाए जाने वाले मकर संक्रांति पर्व की भी हार्दिक शुभकामनाएं दी। इस अवसर पर बोलते हुए मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने कहा कि यह उनके लिए बड़े हर्ष का विषय है कि लोहड़ी के दिन वे करनाल शहर में मौजूद हैं और लोगों के बीच इस पावन पर्व को मना रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह हमारी भारतीय संस्कृति की विशेषता है कि यहां अलग-अलग त्योहार मनाए जाते हैं। लोहड़ी खुशियां बांटने का त्योहार है। उन्होंने कहा कि इस पावन त्योहार पर वह भगवान से प्रार्थना करते हैं कि सभी के जीवन में सुख-समृद्धि आए। इस दौरान मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल व अन्य अतिथियों ने अग्नि को तिल, गुड़ व मूंगफली अर्पित की। मुख्यमंत्री ने लोहड़ी कार्यक्रम में आम जनता से सीधे किया संवादलोहड़ी कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने आम जनता के साथ सीधे संवाद किया। इस दौरान बड़ी संख्या में आम लोगों, कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री से मुलाकात की। उन्होंने एक-एक व्यक्ति से मिलकर लोहड़ी की बधाई ली और उनकी बातों को भी सुना। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार अंत्योदय के भाव से निरंतर कार्य कर रही है। आम लोगों से जुड़ी समस्याओं का समाधान करने के लिए हरियाणा सरकार प्रयासरत है। लोगों को किस तरह बेहतर सुविधाएं दी जाए और पंक्ति में खड़े अंतिम व्यक्ति को कैसे आगे बढ़ाया जाए, इसके लिए योजनाओं का क्रियान्वयन किया जा रहा है। इस अवसर पर करनाल के सांसद संजय भाटिया, करनाल की मेयर रेणुबाला गुप्ता व अन्य गणमान्य मौजूद रहे। Post navigation छात्रों से परीक्षा के तनाव को दूर करने के लिए पूरे प्रदेश में होंगी ‘‘परीक्षा पे चर्चा’’ विषय पर प्रतियोगिताएं: औम प्रकाश धनखड़ मुख्यमंत्री बताये शुक्रवार को सरपंच आंदोलन के कारण करनाल में सरकारी कार्यक्रम क्यों रद्द करना पडा? विद्रोही