हरियाणा सरकार के इस फैसले से होगा उच्च स्तर पर व्यवसायिक शिक्षा का विस्तार : श्री राज नेहरू।
सरकार के मानव संसाधन विभाग ने हरियाणा उच्चतर शिक्षा परिषद और विश्वविद्यालय अनुदान आयोग की संस्तुति पर जारी किए निर्देश।
श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय चला रहा है सर्वाधिक 10 बी. वॉक कोर्स।

वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक

चंडीगढ़ : हरियाणा सरकार ने बैचलर ऑफ वोकेशनल (बी. वॉक) को सरकारी नौकरियों के लिए अन्य तीन वर्षीय ग्रेजुएट डिग्री के बराबर मान्यता देने की घोषणा की है। व्यवसायिक शिक्षा के लिए यह नए साल की बड़ी सौगात है। सरकार के मानव संसाधन विभाग ने इस संबंध में हरियाणा लोक सेवा आयोग व हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग सहित सभी विभागों को पत्र जारी कर दिया है। श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय के कुलपति श्री राज नेहरू ने प्रदेश सरकार के इस फैसले का स्वागत किया है। उन्होंने कहा कि यह उच्च स्तर पर व्यवसायिक शिक्षा को बढ़ावा देने की दिशा में एतिहासिक कदम साबित होगा। कुलपति श्री राज नेहरू ने कहा कि बी. वॉक को यह दर्जा दिलाने के लिए श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय कई वर्षों से पुरजोर प्रयास कर रहा था। इसी का परिणाम है कि अब बी. वॉक को यह दर्जा प्राप्त हुआ है। हरियाणा सरकार की यह नीति व्यवसायिक शिक्षा के क्षेत्र में शानदार कदम साबित होगी।

इससे बी. वॉक कर रहे विद्यार्थियों के लिए नया मार्ग प्रशस्त होगा। श्री राज नेहरू ने कहा कि इससे हरियाणा में वोकेशनल एजुकेशन के प्रति अच्छा वातावरण बनेगा। इस पहल के लिए उन्होंने हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल का आभार जताया।

बी. वॉक को अन्य ग्रेजुएट कोर्स के समकक्ष बनाए जाने पर उद्योग जगत में भी उत्साह है। इन कोर्स को चलाने में श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय के साथ भागीदार औद्योगिक संस्थानों ने भी हरियाणा सरकार और विश्वविद्यालय के प्रति आभार ज्ञापित किया है। इससे बी. वॉक करने वालों को इंडस्ट्री में भी अधिक वरीयता मिलेगी।

श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय प्रदेश में व्यवसायिक शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए बी. वॉक और एम. वॉक कोर्स चला रहा है। श्री राज नेहरू ने कहा कि वोकेशनल डिग्रियों को सरकारी नौकरियों में अन्य डिग्रियों के समान मान्यता दिलाने के लिए निरंतर प्रयास किए जा रहे थे। हरियाणा उच्चतर शिक्षा परिषद व विश्वविद्यालय अनुदान आयोग की संस्तुति पर हरियाणा सरकार ने बी. वॉक को अन्य स्नातकीय कोर्स के बराबर मान्यता दे दी है। सरकार के मानव संसाधन विभाग द्वारा जारी पत्र के अनुसार सरकारी नौकरियों में आवेदन के लिए अब बी. वॉक अन्य स्नातकीय डिग्री के समकक्ष होगी।

श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय ने उद्योग की जरूरतों के अनुसार बी.वॉक में कई अनूठे प्रयोग किए हैं। इस समय विश्वविद्यालय 10 विषयों में बी. वॉक कोर्स करवा रहा है। कुलपति श्री राज नेहरू ने बताया कि श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय ने बी. वॉक कोर्सों को स्किल के साथ जोड़ा है। मेकेनिकल मैन्युफैक्चरिंग, मेडिकल लेबोरेट्री टेक्नोलोजी, प्रोडक्शन टूल एंड डाई मैन्युफैक्चरिंग, मेकेट्रोनिक्स, सोलर टेक्नोलोजी, रोबोटिक्स एंड ऑटोमेशन जैसे तकनीकी क्षेत्रों के साथ- साथ प्रबंधन, पब्लिक सर्विसेज व एग्रीकल्चर सरीखे विषयों पर बी. वॉक कोर्स करवाए जा रहे हैं। श्री राज नेहरू ने कहा कि बी. वॉक कोर्स इंडस्ट्री के साथ-साथ फील्ड की जरूरतों के अनुसार डिजाइन किए गए हैं। श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय ने बी. वॉक कोर्स को इस ढंग से तैयार किया है, ताकि स्नातकीय स्तर की यह डिग्री लेकर विद्यार्थी अपने कौशल से इंडस्ट्री और फील्ड की जरूरतों को पूरा कर सकें।

हरियाणा सरकार के नए फैसले के अनुसार अब बी. वॉक के विद्यार्थी हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग और हरियाणा लोक सेवा आयोग द्वारा सरकारी भर्तियों में भी बी. वॉक डिग्री को स्नातकीय अर्हता के रूप में उपयोग कर पाएंगे। इससे हरियाणा में बी. वॉक डिग्री के प्रति विद्यार्थियों का रुझान बढ़ेगा और विशेष तौर पर हरियाणा में व्यवसायिक शिक्षा का और तेजी से विस्तार होगा।

श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय के कुलपति श्री राज नेहरू ने कहा कि बी. वॉक कोर्स समय की मांग हैं। उद्योग और अन्य व्यवसायों की कौशल आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए यह बेहद उपयोगी है। श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय की बी. वॉक कोर्स शुरू करने की पहल का अब हरियाणा के अतिरिक्त देश के अन्य संस्थान भी अनुसरण एक रहे हैं। यह सभी कोर्स न केवल रोजगारपरक हैं, बल्कि इनसे व्यक्तित्व में कौशल का विकास भी होता है। अब सरकार ने अन्य बैचलर डिग्री की तरह ही बी. वॉक को सरकारी नौकरियों के लिए मान्यता देकर सरहनीय पहल की है। सरकार का यह निर्णय व्यवसायिक शिक्षा के प्रोत्साहन में मील का पत्थर साबित होगा।

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