चंडीगढ़ 26 दिसंबर – हरियाणा के गृह मंत्री श्री अनिल विज ने कहा कि जहरीली एवं नकली शराब पीने के कारण 22 नवंबर, 2022 को जिला सोनीपत में 3 व्यक्तियों की एवं जिला पानीपत में 1 व्यक्ति की मौत हुई थी। इसके अतिरिक्त राज्य में वर्ष 2016 में कुल 2 व्यक्तियों तथा वर्ष 2020 में कुल 30 व्यक्तियों की मौतें हुई। इस प्रकार राज्य में वर्ष 2016 से 2022 ( अब तक) विभिन्न जिलों में कुल 36 मौतें दर्ज की गई है।

श्री विज आज यहां हरियाणा विधानसभा में शीतकालीन सत्र के दौरान लगाए गए ध्यानाकर्षण प्रस्ताव का उत्तर दे रहे थे।

उन्होंने बताया कि वर्ष 2016 में कुल 2 मौत हुई थी। इसी प्रकार, वर्ष 2020 में कुल 30 मौतें जहरीली शराब पीने से हुई थी और 2022 में कुल 4 मौतें जहरीली शराब पीने से हुई है। राज्य में अवैध एवं नकली शराब के कारोबार की रोकथाम हेतू पुलिस विभाग द्वारा विभिन्न स्तरों पर सघन एवं तत्परता से कार्यवाही की जाती रही है जिसके वर्ष 2016 में 18136 लोगों को गिरफ्तार किया गया। इसके अलावा 363323 वैध शराब की बोतलें, 14455 अवैध शराब की बोतलें और 21 शराब की भट्ठियां, 549884 अंग्रेजी शराब की बोतलें और 94968 बीयर की बोतलें बरामद की गई।

ऐसे ही, वर्ष 2017 में 16233 लोगों को गिरफ्तार किया गया। इसके अलावा, 884256 वैध शराब की बोतलें, 38702 अवैध शराब की बोतलें और 22 शराब की भट्ठियां, 761047 अंग्रेजी शराब की बोतलें और 73910 बीयर की बोतलें बरामद की गई। वर्ष 2018 में 15265 लोगों को गिरफ्तार किया गया। इसके अलावा, 839051 वैध शराब की बोतलें, 23863 अवैध शराब की बोतलें और 8 शराब की भट्ठियां, 702540 अंग्रेजी शराब की बोतलें और 36592 बीयर की बोतलें बरामद की गई।

वर्ष 2019 में 10670 लोगों को गिरफ्तार किया गया। इसके अलावा, 827880 वैध शराब की बोतलें, 79695 अवैध शराब की बोतलें और 10 शराब की भट्ठियां, 923972 अंग्रेजी शराब की बोतलें और 48104 बीयर की बोतलें बरामद की गई। वर्ष 2020 में 12341 लोगों को गिरफ्तार किया गया। इसके अलावा, 591834 वैध शराब की बोतलें, 84712 अवैध शराब की बोतलें और 172 शराब की भट्ठियां, 567734 अंग्रेजी शराब की बोतलें और 57918 बीयर की बोतलें बरामद की गई।

वर्ष 2021 में 10753 लोगों को गिरफ्तार किया गया। इसके अलावा, 333251 वैध शराब की बोतलें, 64695 अवैध शराब की बोतलें और 108 शराब की भट्ठियां, 355340 अंग्रेजी शराब की बोतलें और 31939 बीयर की बोतलें बरामद की गई। वर्ष 2022 में 15 दिसंबर तक 13387 लोगों को गिरफ्तार किया गया। इसके अलावा, 401522 वैध शराब की बोतलें, 35462 अवैध शराब की बोतलें और 54 शराब की भट्ठियां, 282872 अंग्रेजी शराब की बोतलें और 54132 बीयर की बोतलें बरामद की गई।

उन्होंने बताया कि आबकारी एवं कराधान विभाग द्वारा शराब की अवैध बिक्री न हो इसके लिए विभाग द्वारा नियमित रूप से शराब की दुकानों की चेकिंग की जा रही है शराब की अवैध बिक्री पर और अंकुश लगाने के लिए, जिला अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिये गए हैं कि जिले के सभी थोक लाईसेंस वाले परिसरों में सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हों और डीईटीसी (आबकारी) को लाइव फीड उपलब्ध हो। अवैध और नकली शराब का मुकाबला करने के लिए हरियाणा आबकारी अधिनियम,1914 के प्रावधानों में संशोधन किया गया है। धारा 61 के प्रावधानों को और सख्त किया गया है।

श्री विज ने बताया कि आदेश संख्या 6/2/2020-2HC दिनांक 11.5.2020 के तहत, गृह विभाग, हरियाणा ने खरखौदा- मटिंडू रोड, सोनीपत, हरियाणा में अस्थायी गोदाम में बरामद शराब के स्टॉक से चोरी के मामले की जांच करने के लिए श्री टी.सी. गुप्ता, आईएएस, अतिरिक्त मुख्य सचिव, हरियाणा सरकार, विद्युत, अधिकारिता, नवीकरणीय ऊर्जा एवं आवास विभाग की अध्यक्षता मंा एक विशेष जांच दल (एस.ई.टी.) का गठन किया। दिनांक 30.7.2020 को, विशेष जांच दल (एस.ई.टी.) ने अपनी रिपोर्ट सरकार को सौंपी जिसमें रिपोर्ट में उल्लिखित चूक के लिए व्यक्तिगत अधिकारियों/कर्मचारियों के खिलाफ उचित कार्रवाई करने की सिफारिशें और आबकारी विभाग के कामकाज में व्यवस्थित सुधार के लिए सुझाव / अनुशंसित उपाय भी शामिल हैं।

उन्होंने बताया कि पत्र क्रमांक 20/64/2020-3S(I) दिनांक 25.8.2020 के माध्यम से मुख्य सचिव, हरियाणा सरकार (कार्मिक विभाग) ने अतिरिक्त मुख्य सचिव, हरियाणा सरकार, गृह विभाग और प्रधान सचिव, हरियाणा सरकार, आबकारी और कराधान विभाग को विशेष जांच दल की रिपोर्ट की प्रति सहित एस.ई.टी की सिफारिशों पर आवश्यक कार्रवाई करने हेतु भेजने के साथ-साथ सरकार द्वारा यह भी निर्णय लिया गया कि पूरे मामले की जांच राज्य सतर्कता ब्यूरो द्वारा की जाए तदनुसार, मुख्य सचिव हरियाणा सरकार (कार्मिक विभाग) ने सतर्कता विभाग को राज्य सतर्कता ब्यूरो द्वारा उपरोक्त मामले की जांच करने का निर्देश दिया।

इसके अतिरिक्त, श्री संजीव कौशल, मुख्य सचिव हरियाणा सरकार की एक सदस्यीय समिति बनाई गई जो कि निम्नलिखित टीमों / समितियों की रिपोर्ट और सिफारिशों का अध्ययन करेगा और विभिन्न विभागों द्वारा किए जाने वाले आवश्यक सुधारात्मक उपायों की पहचान करेगा और चूककर्ताओं के खिलाफ उपयुक्त कार्रवाई शुरू करेगा।जिसमे  श्री टी. सी. गुप्ता, आईएएस के नेतृत्व में गठित एस.ई.टी, सुश्री कलारामचंद्रन, आईपीएस की अध्यक्षता वाली समिति की रिपोर्ट, श्री श्रीकांत जाधव, आईपीएस की अध्यक्षता में गठित एस.आई.टी,  राज्य सतर्कता ब्यूरो द्वारा की जा रही जांच होगी तथा मामला अभी विचाराधीन है।

उन्होंने कहा कि लॉकडाउन के दौरान शराब की सूचना मिली थी जिसके लिए एक एसआईटी टीसी गुप्ता की अध्यक्षता में तैयार की गई थी और उन्होंने अपनी रिपोर्ट अधिकारियों के खिलाफ और विशेष जांच के लिए दी थी। उन्होंने कहा कि अधिकारियों के खिलाफ जो रिपोर्ट आई थी उसकी जांच आईपीएस कला रामचंद्रन ने की और विजिलेंस की जांच के लिए अभी हाल ही में डीजीपी विजिलेंस ने मुझे बताया कि इस मामले में 209 लिकर कॉन्ट्रैक्टर के स्टेटमेंट लिए गए हैं, 111 अधिकारियों/कर्मचारियों के स्टेटमेंट लिए गए हैं, 869 राजपत्रित और गैर राजपत्रित एक्साइज विभाग के अधिकारियों के स्टेटमेंट लिए गए हैं और 23 डिस्टलरी से संबंधित लोगों के स्टेटमेंट रिकॉर्ड किए गए हैं।

 उन्होंने बताया कि इन रिकॉर्ड को एनालाइज किया जा रहा है और विजिलेंस ने एफआइआर भी दर्ज की है जिसके तहत 63 करोड़ 15 लाख 17 हजार 600 रुपए का जुर्माना लगाया गया है और 7 करोड रुपये से अधिक  रिकवर भी किए जा चुके हैं। कुछ मामले अभी कोर्ट में जारी है और इंक्वायरी यह चल रही है।

उन्होंने एक विधायक द्वारा उठाए गए आंकड़ों के संबंध में कहा कि मैं इन आंकड़ों की जांच कराऊंगा अगर यह गलत पाए गए तो इसकी जांच होगी और इस संबंध में सभी विधायकों को अवगत भी कराऊगा। उन्होंने कहा कि जहां तक एफआईआर दर्ज होने की बात है तो लोगों को गिरफ्तार भी किया गया है। सोनीपत के तीन व्यक्ति जिनकी मौत हुई थी उनमें अजय, सुनील और सुरेंद्र हैं और उन्होंने मिथाइल जानलेवा लिया था और इथाइल शराब के लिए यूज होता है। इसी प्रकार, पानीपत के अनिल ने भी जहरीली शराब पी थी। उन्होंने कहा कि जिनका भी नाम इस मामले में आया उन्हें गिरफ्तार किया जा चुका है और कार्रवाई जारी है।