साईबर अपराधो को लेकर पुलिस ने की एडवाईजरी जारी

वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक

कुरुक्षेत्र : जानकारी देते हुए पुलिस अधीक्षक सुरेन्द्र सिहं भोरिया ने बताया कि आज के आधुनिक युग में साईबर ठग ठगी के नए-नए तरीके अपना रहे हैं। हाल के दिनो में डाक, शिक्षा, स्वास्थ्य, पुलिस तथा अन्य विभागो से सेवानिवृत होने वाले लोगों के साथ साईबर फ्राड व ठगी के प्रयास के मामले तेजी से बढ़े हैं । आमजन सतर्कता और सावधानी से इन साईबर ठगो से बच सकते हैं ।

क्या है पेंशन स्कीम ट्रांसफर स्कैम
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि इस स्कैम मे एक स्कैमर किसी व्यक्ति से संपर्क करेगा और उसकी पेंशन बचत को एक नई, नकली पेंशन योजना में स्थानांतरित करने की पेशकश करेगा जो उच्च रिटर्न या कम शुल्क का वादा करती है। स्कैमर यह दावा कर सकता है कि व्यक्ति की वर्तमान पेंशन योजना अच्छा प्रदर्शन नहीं कर रही है या नई योजना अधिक सुरक्षित है । वास्तव में व्यक्ति का पैसा एक कपटपूर्ण योजना में स्थानांतरित किया जा रहा है । पुलिस अधीक्षक ने आमजन को सतर्क करते हुऐ बताया कि ट्रेजरी कभी भी किसी पेंशन धारक की लाइफ सर्टिफिकेट ऑनलाइन अपडेट करने व पेंशन योजना को स्थानांतरित करने लिए कॉल नहीं करता है और न ही ऑनलाइन लाइफ सर्टिफिकेट अपडेट करता है । पेंशन धारक व्यक्तिगत रूप से पेंशन एक्ट अपडेट करें । किसी के बहकावे मे न आए । उन्होंने बताया की कई प्रकार के पेंशन घोटाले हैं और वे कई अलग-अलग रूप ले सकते हैं । उन्होने कहा कि यदि आपको मुफ्त पेंशन समीक्षा या अन्य सेवा का प्रस्ताव प्राप्त होता है, तो सतर्क रहें बडी संख्या में स्कैमर संभावित पीडित तक पहुंचने के लिए बडे पैमाने पर मार्केटिंग अभियान या कोल्ड कॉल का उपयोग करते हैं।
निर्णय लेने में जल्दबाजी ना करें।

स्कैमर आप पर निर्णय लेने के लिए दबाव डालने का प्रयास कर सकते हैं। अपनी पेंशन बचत के बारे में निर्णय लेने में जल्दबाजी ना करें। शोध के लिए समय निकाले और अपने विकल्पों पर ध्यान से विचार करें। यदि आप अपनी पैंशन बचत को स्थानांतरित करने या निवेश करने पर विचार कर रहे हैं, तो योग्य पेशेवर से स्ववित्तीय सलाह लेना एक अच्छा विचार है। इसके बावजूद भी यदि साइबर क्राइम के शिकार होते हैं तो तुरंत भारत सरकार द्वारा जारी साईबर क्राइम हैल्प लाईन नंबर 1930 पर काल करें। इसके साथ-साथ साईबर धोखाधड़ी के मामलों में अपनी शिकायत नेशनल साईबर क्राइम रिपोर्टिंग पोर्टल https//www.cybercrime.gov.in पर या नजदीकी थाना/चौंकी में शिकाय़त दर्ज करवा सकते हैं। 1930 पर तुरन्त शिकायत करनें पर आपका पैसा सुरक्षित वापिस आ सकता है ।

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