कंवारी गांव में लगाया दरबार, युवाओ को नशे से दूर रहने के लिए किया प्रेरित

हिसार – नशा समाज को खोखला कर रहा है। युवा नशे का शिकार हो रहा है और अपने मार्ग से भटक रहा है। इसलिए हमें युवाओं को भटकने से रोकना होगा और उन्हें सही रास्ते पर लाना होगा। ये विचार हांसी के उप-पुलिस अधीक्षक विनोद शंकर ने कहे। वे हांसी की पुलिस अधीक्षक नितिका गहलोत के दिशा निर्देश के तहत गांव कंवारी में नशा मुक्ति के प्रति युवाओं को जागरूक करने के लिए गांव की चौपाल में आयोजित कार्यक्रम में ग्रामीणों के साथ रूबरू हो रहे थे।

उन्होंने कहा कि मौजूदा समय में युवा चिटा, स्मैक, गांजा जैसे खतरनाक नशों के शिकार हो रहे हैं, जो बहुत ही घातक हैं। इसलिए इनसे जितना जल्दी हो सके छुटकारा दिलाना और युवाओं को जागरूक करने की जरूरत है। अगर इस गर्त से युवा बाहर नहीं आए तो वे पथ से भटक जाएंगे और उनकी जिंदगी बर्बाद हो जाएगी जो न केवल परिवार बल्कि पूरे समाज के लिए खतरनाक होगा। इसलिए समय रहते इसके प्रति जागरूक होने व करने की जरूरत है। उन्होंने ग्रामीणों से अपील की कि उन्हें अगर गांव में कोई इस प्रकार का नशा बेचता या करता मिले तो उसकी सूचना तुरंत पुलिस को दें ताकि समय रहते उस पर काबू पाया जा सके और इसे फैलने से रोका जा सके।

उन्होंने कहा कि जानकारी देने वाले का नाम गुप्त रखा जाएगा। इसके अलावा अगर गांव में कोई असामाजिक तत्व गांव की शांति और भाइचारे को भंग करने की कोशिश करता है तो उसके बारे में भी पुलिस को अवगत करवाएं ताकि उसके खिलाफ भी कार्रवाई की जा सके। सदर थाना हांसी के बीट प्रभारी उपनिरीक्षक सुरेंद्र कुमार ने ग्रामीणों से अपील की कि वे किसी प्रकार की नशा संबंधी गतिविधि, असामाजिक तत्वों आदि की जानकारी संबंधित थाना प्रभारी, बीट प्रभारी, डीएसपी या फिर पुलिस अधीक्षक को व्यक्तिगत रूप् से या फोन के माध्यम से दे सकते हैं, सूचना देने वाले का नाम गुप्त रखा जाएगा और अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।

इसी प्रकार आपकी सुविधा के लिए पुलिस की ओर से मौजूद सुविधा इवीआर के 112 नंबर को डायल कर सूचना दे सकते है। संबंधित क्षेत्र में उपलब्ध नजदीकी ईवीआर करीब 15 मिनट के अंदर आपके पास पहुंचकर आपकी मदद करेगी। इस अवसर पर बलवंत नंबरदार, पूर्व सरपंच भूप सिंह, रामस्नेही, राजकुमार दूहन, उमेद, रमेश भारद्वाज, धर्मपाल गढ़वाल, सतपाल, सतबीर जाखड़, राजसिंह गढ़वाल, कोहरसिंह सांगवान, महेंद्र बैनीवाल, बनवारी दूहन, महेंद्र श्योराण, सूबे ढांडा सहित अनेक ग्रामीण मौजूद थे।

error: Content is protected !!