— गीता जयंती महोत्सव में आयोजित सेमिनार में हुई गीता ज्ञान की वर्षा
— वक्ताओं ने महाभारत और रामायण से जुड़े प्रसंगों का किया मनोहारी उल्लेख

झज्जर :- सोनू धनखड़

भगवद गीता और रामायण जीवन के मूल्यों की रक्षा करने की सीख देते हुए ज्ञान और आस्था की परपंरा को समृद्ध बनाती है। युवा पीढ़ी को अर्जुन की भांति धैर्य के साथ ज्ञान और आस्था की परंपरा से जुड़ना चाहिए। हरियाणा भाजपा अध्यक्ष औमप्रकाश धनखड़ ने शनिवार को महर्षि दयानंद सरस्वती स्टेडियम में आयोजित तीन दिवसीय गीता महोत्सव में गीता सार पर आधारित सेमिनार में अपना उदबोद्घन देते हुए यह बात कही। धनखड़ ने कहा कि हरियाणा सरकार बधाई की पात्र है कि पिछले आठ वर्षों से गीता के अनंत ज्ञान को जन-जन पहुंचाने के लिए जिला स्तर पर इस तरह के कार्यक्रम आयोजित कर रही है। सेमिनार में उपायुक्त कैप्टन शक्ति सिंह, प्रारंभ स्कूल के निदेशक डॉ ऋषि गोयल, नेहरू कॉलेज के रिटायर्ड प्रिंसिपल डॉ एचएस यादव, इस्कॉन से परमदास प्रभु, औम शांति से बहिन संतोष ने विचार रखे। सेमिनार का संचालन कृष्ण कुमार शास्त्री ने किया।

— अर्जुन की तरह धैर्यवान श्रोता होना जरूरी
धनखड़ ने कहा कि ज्ञान लेने के लिए अर्जुन की तरह धैर्यवान श्रोता भी होना जरूरी है। कृष्ण -अर्जुन का संवाद उत्कृष्ट उदाहरण है,हमें गौरवान्वित होना चाहिए कि हम ऐसी संस्कृति का हिस्सा हैंं। कृष्ण ने अर्जुन को युद्ध के लिए इसलिए तैयार किया कि यह सभी की भलाई के लिए जरूरी था, जीवन के मूल्यों की रक्षा करने के लिए जरूरी था। युवा पीढ़ी को भी जीवन में सफल होने के लिए एक ऋषि की तरह सभी की भलाई की सोच रखनी चाहिए।

– भारतीय दृष्टिकोण से जी-20 का नेतृत्व करेगा भारत
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दुनिया को साफ संदेश दे दिया है कि हम भारतीय दृष्टिकोण से जी-20 का नेतृत्व करेंगे। भारत का दृष्टिकोण संपूर्ण मानवता की भलाई का दृष्टिकोण हैै। गीता का संदेश भले ही युद्ध के मैदान में दिया गया हो,यह संदेश मानवता की भलाई के लिए दिया गया था। रामायण में राम और भरत की राज सिंहासन हथियाने के लिए नहीं बल्कि सिंहासन एक -दूसरे को सौंपने की सीख देता है। यह दूसरे के लिए त्याग का भारतीय दृष्टिकोण है।

डी सी कैप्टन शक्ति सिंह ने सेमिनार के वक्ताओं का स्वागत करते हुए कहा कि गीता एक ग्रंथ ही नहीं बल्कि बेहतर जीवन जीने का सिद्धांत है। श्रीमद्भागवत गीता का भारतीय संस्कृति, धर्म एवं दर्शन पर गहरा प्रभाव रहा है। ऐसे में प्रत्येक व्यक्ति को आज गीता के संदेशों को अपने जीवन में अपनाकर बेहतर समाज का निर्माण करना होगा। डीसी ने कहा कि गीता हमें कर्म करने की शिक्षा देती है। गीता का सार हर वर्ग, आयु के लोगों के लिए प्रासंगिक हैै।

प्रदेश अध्यक्ष धनखड़ ने गीता महोत्सव मेंं आयोजित प्रदर्शनी का अवलोकन किया। कार्यक्रम में जिप सीईओ प्रदीप कौशिक, नगराधीश परवेश कादियान, डीडीपीओ ललिता वर्मा, डीआईपीआरओ बिजेंद्र कुमार, डीएसओ ललिता मलिक, विजेंद्र काला मांडोठी मनजीत बोहरा रामपुरा, संदीप हसनपुर, भाजपा जिला महामंत्री कप्तान बिरधाना, सहित अन्य गणमान्य जन मौजूद रहे।

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