बाँड पालिसी के अंदर जो शर्तें रखी गई हैं वो किसी भी रूप में छात्रों के हक में नहीं हैं
पीजीआई की ओपीडी में मीडिया की एंट्री पर बैन बेहद निंदनीय
पीजीआई में ओपीडी बंद होने से पूरे मैडिकल संस्थान में अफरा तफरी का माहौल बना हुआ है, मरीज इलाज के लिए भटक रहे हैं लेकिन मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के कानों पर जूं तक नहीं रेंग रही है

चंडीगढ़, 24 नवंबर: इनेलो के प्रधान महासचिव एवं ऐलनाबाद के विधायक अभय सिंह चौटाला ने भाजपा गठबंधन सरकार द्वारा मेडिकल में दाखिला लेने के लिए लागू की गई बाँड पालिसी के विरोध में एमबीबीएस छात्रों द्वारा की जा रही भूख-हड़ताल का समर्थन किया और मेडिकल छात्रों की मांग को जायज बताते हुए कहा कि मेडिकल में दाखिला लेने के लिए बाँड पॉलिसी की शर्त को तुरंत वापिस ले भाजपा गठबंधन सरकार। साथ ही हेल्थ यूनिवर्सिटी के उप-कुलपति द्वारा पीजीआई की ओपीडी में मीडिया की एंट्री पर बैन लगाए जाने की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि भाजपा सरकार हिटलरशाही पर उतर आई है।

अभय सिंह चौटाला ने कहा कि प्रदेश के एमबीबीएस छात्र बाँड पालिसी के विरोध में पिछले 24 दिन से धरने पर बैठे हैं और आज पीजीआई में ओपीडी भी बंद कर दी गई है जिस कारण से पूरे मैडिकल संस्थान में अफरा तफरी का माहौल बना हुआ है, मरीज इलाज के लिए भटक रहे हैं लेकिन मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के कानों पर जूं तक नहीं रेंग रही है।

इनेलो नेता ने कहा कि बाँड पालिसी के अंदर जो शर्तें रखी गई हैं वो किसी भी रूप में छात्रों के हक में नहीं हैं। बाँड पालिसी के अनुसार एमबीबीएस पूरी करने के बाद छात्रों को राज्य सरकार कोई जॉब सिक्योरिटी नहीं दे रही, दूसरा पीजी कोर्स करने के लिए अभी तक भाजपा सरकार की तरफ से किसी भी प्रकार के दिशा-निर्देश नहीं दिए गए हैं, तीसरा 7 साल के लिए बाँड भरवाना किसी भी रूप में न्यायसंगत नहीं है, इससे एमबीबीएस कर रहे छात्रों के उच्चतम शिक्षा पर असर पड़ेगा साथ ही उनकी उन्नति और माईग्रेशन का भी नुकसान होगा। बाँड में कांट्रैक्चुअल एम्पलॉयमेंट वाली शर्त भी आपत्तिजनक है। भाजपा सरकार एमबीबीएस करने वाले छात्रों से बाँड की आड़ में जबरदस्ती लाखों में फीस की वसूली कर रही है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर अपनी हठधर्मिता को छोड़े और मेडिकल छात्रों की जो मांगें हैं, उनको तुरंत माने।

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