प्रदेश में 3 लाख 6 हजार मीट्रिक टन डीएपी खाद की हो चुकी है बिक्री – कृषि मंत्री जेपी दलाल

प्रदेशभर में डीएपी की कोई कमी नहीं और गेंहू की बिजाई के लिए पर्याप्त उपलब्धता
केंद्र सरकार द्वारा हरियाणा में हर रोज 2 से 3 हजार मीट्रिक टन डीएपी व एनपीके करवाया जा रहा है उपलब्ध : कृषि मंत्री जेपी दलाल
किसान की एक इंच भूमि भी डीएपी व अन्य उर्वरकों की कमी से बिजाई के बिना नहीं रहने दी जाएगी : कृषि मंत्री

लोहारू/बहल/सिवानी मंडी। प्रदेश के कृषि एवं पशुपालन मंत्री जेपी दलाल ने कहा है कि हरियाणा में डीएपी की कोई कमी नहीं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में रबी सीजन के लिए 3.06 लाख मी.टन यानि 61 लाख 20 हजार बैग डीएपी एलोकेट हो चुकी है, विभाग ने उर्वरकों के भंडार के लिए पुख्ता इंतजाम किए हैं। कृषि मंत्री ने कहा कि किसान की एक इंच भूमि भी डीएपी व अन्य उर्वरकों की कमी से बिजाई के बिना नहीं रहने दी जाएगी।

उन्होंने कहा कि किसानों को पर्याप्त मात्रा में उर्वरक खाद उपलब्ध करवाई जा रही है । केंद्र सरकार द्वारा हरियाणा में हर रोज 2 से 3 हजार मीट्रिक टन डीएपी व एनपीके उपलब्ध करवाया जा रहा है।

कृषि मन्त्री ने बताया कि प्रदेश में गत वर्ष सितंबर, अक्टूबर व 30 नवंबर तक 2 लाख 78 हजार मीट्रिक टन डीएपी० की बिक्री हुई थी जबकि इस वर्ष सितंबर, अक्टूबर व नवंबर माह में आज 21 नवंबर 2022 तक राज्य में 3 लाख 6 हजार मीट्रिक टन डीएपी की बिकी हो चुकी है, जबकि राज्य सरकार द्वारा भारत सरकार से डीएपी की अतिरिक्त उपलब्धता बारे लगातार प्रयास किये जा रहे हैं। कृषि मन्त्री ने बताया की आगामी तीन चार दिनों में ओर कई रेलवे रैक में हजारों बैग डीएपी और उपलब्ध हो जायेगी। उन्होनें बताया की इसके अलावा प्रदेश के किसानो को रबी फसल के लिए यूरिया कोई कमी नहीं रहने दी जाएगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश में यूरिया भी पर्याप्त में एलोकेट हो चुकी है। आगामी दो-तीन दिनों में भी 8 रेलवे रैक यूरिया अतिरिक्त हमें प्राप्त हो जाएगी जिससे यूरिया पर्याप्त मात्रा में किसानों के लिए उपलब्ध रहेगी।

कृषि मंत्री ने बताया कि भारत सरकार द्वारा खाद की बिकी पीओएस मशीन से की जानी सुनिश्चित की गई है इसलिए किसान भाईयों से अपील है कि जिस भी जिले में खाद के रेक की उपलब्धता हो। उस जिले में किसी प्रकार की अव्यवस्था न फैलने दे और खाद की खरीद के समय सयंम रखे व शांतिपूर्वक तरीके से खाद की खरीद करें।

कृषि मंत्री ने बताया कि चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय, हिसार की सिफारिश अनुसार एक बैग डीएपी या 3 बैग एसएसपी या 1.5 बैग एनपीके का प्रयोग करके फास्फोरस की आपूर्ति पूर्ण कर सकते हैं।

उन्होंने बताया कि हरियाणा में आज के दिन 23 हजार मीट्रिक टन डीएपी, 52 हजार मीट्रिक टन नएसपी व 7 हजार मीट्रिक टन एनपीके उपलब्ध है।

उन्होनें बताया की जिला भिवानी के किसानो के लिए को चालू सीजन में आज तक 25149 मिट्रिक टन डीएपी जिले के किसानों को वितरीत कर दी गई है। वर्तमान में करीब 1036 मिट्रिक टन डीएपी का स्टाक उपलब्ध है। उन्होने बताया कि व भिवानी में आगामी 2 या 3 दिन में और रैक आ जायेगा जिससे डीएपी की कोई कमी नही रहेगी। किसानों से अपील की है कि वे जरूरत के अनुसार ही डीएपी व अन्य रासायनिक खाद खरीदें। किसान खाद का स्टॉक न करें।

उर्वरक कंपनी के अधिकारियों को दिए हैं निर्देश कि समय पर उपलब्ध करवाएं खाद

कृषि मंत्री ने उर्वरक कंपनियो के अधिकारियों को भी निर्देश दिए हैं कि समय पर खाद उपलब्ध करवाएं ताकि किसानों को किसी भी प्रकार की परेशानी का सामना न करना पड़े। उन्होंने सभी किसानों से अपील की कि गेहूं की फसलों की बिजाई में एनपीके खाद का प्रयोग करें, जिसके तीन मुख्य तत्व नाइट्रोजन फास्फोरस पोटाश मौजूद होते हैं। इससे भूमि की उर्वरा शक्ति बढ़ती है तथा पैदावार भी अधिक होती है।

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