संघी सरकार रबी फसल की बिजाई के लिए किसानों को पर्याप्त मात्रा में डीएपी व यूरिया खाद तक उपलब्ध नही करवा पाई : विद्रोही
हरियाणा के पडौसी राज्य पंजाब में गन्ने का समर्थन मूल्ये 380 रूपये प्रति क्विंटल है जबकि हरियाणा में 362 रूपये प्रति क्विंटल है? विद्रोही

20 नवम्बर 2022 – स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष एवं हरियाणा प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता वेदप्रकाश विद्रोही ने आरोप लगाया कि भाजपा-जजपा सरकार किसानों को ठगने के लिए जुमले तो उछालती है, पर न तो किसानों की पूरी फसल घोषित न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीदती है और न ही नष्ट फसलों का पूरा मुआवजा देती है और न ही सरकारी कामों के लिए जमीन अधिग्रहण करने पर भूमि अधिग्रहण कानून 2013 के तहत मुआवजा देती है। विद्रोही ने कहा कि भाजपा का किसानों की आय दोगुना करने का जुमला जब जमीन पर औंधे मुंह गिर गया तब अब हरियाणा के किसानों को ठगने प्रदेश के कृषि मंत्री जेपी दलाल ने नया जुमला उछाला कि झींगा मछली उत्पादन के माध्यम से भाजपा सरकार किसानों को करोड़पति बनाएगी। जो संघी सरकार रबी फसल की बिजाई के लिए किसानों को पर्याप्त मात्रा में डीएपी व यूरिया खाद तक उपलब्ध नही करवा पाई, ऐसी किसान विरोधी मानसिकता से ग्रस्त भाजपा-संघी सरकार किसानों को करोड़पति बनाएगी, यह अपने आप में क्रूर मजाक है। 

विद्रोही ने कहा कि एक वर्ष पूर्व किसानों की व्यापक एकता व मजबूत किसान आंदोलन के चलते 19 नवम्बर 2021 को तीन काले कृषि कानून तो मोदी जी ने घुटने टेककर वापिस ले लिए, लेकिन काले कृषि कानून वापिस लेते हुए मगरमच्छी आंसू बहाकर किसान हितैषीे होने की नौटंकी करके किसान हित में मोदी जी ने जो घोषणाएं की थी, वे वादे भी एक साल के बाद पूरे होना तो दूर उल्टा सरकार की उनको पूरा करने की मंशा तक नही है। एमएसपी गारंटी कानून बनाने की दिशा में मोदी सरकार ने एक कदम भी नही उठाया। उल्टा एमएसपी चर्चा पर जो कथित कमेटी बनाई, उनमें आंदोलनकारी किसानों के प्रतिनिधियों को सदस्य बनाने की बजाय काले कृषि कानूनों को समर्थन करने वाले सत्ता की दलाली मेें लिप्त रहने वाले कथित किसान नेताओं व किसान के वेश में संघीयों को सदस्य बनाकर किसानों के साथ धोखाधडी की। यहां तक वादे अनुसार किसान आंदोलन के दौरान किसानों पर लादे गए सभी मुकदमे भी अभी तक वापिस नही लिए गए है।

व्रिदोही ने आरोप लगाया कि भाजपा खट्टर सरकार तो इतनी किसान विरोधी है कि गन्ने का भाव बढ़ाने को तैयार नही। हरियाणा के पडौसी राज्य पंजाब में गन्ने का समर्थन मूल्ये 380 रूपये प्रति क्विंटल है जबकि हरियाणा में 362 रूपये प्रति क्विंटल है? हरियाणा के किसानों के साथ ऐसा अन्याय क्यों? विद्रोही ने मांगा की कि गन्ने का न्यूनतम समर्थन मूल्य हरियाणा में 425 रूपये प्रति क्विंटल किया जाये। 

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