राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू 29 नवंबर को गीता पूजन और यज्ञ के साथ करेंगी अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव का आगाज।
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला व मुख्यमंत्री मनोहर लाल 19 नवंबर को करेंगे मुरारी बापू की श्रीराम कथा।
सरस व शिल्प मेले का उदघाटन, नेपाल महोत्सव में पार्टनर देश और मध्य प्रदेश पार्टनर राज्य के रुप में करेगा शिरकत।
19 नवंबर से 6 दिसंबर तक चलेगा शिल्प और सरस मेला।
29 नवंबर से 4 दिसंबर तक होंगे मुख्य कार्यक्रम।जनसंपर्क विभाग की राज्यस्तरीय प्रदर्शनी बनेंगी आकर्षण का केंद्र। हरियाणा पैवेलियन में नजर आएगी प्रदेश की संस्कृति।
18 हजार बच्चों का वैश्विक गीता पाठ भी रहेगा मुख्य कार्यक्रम।
48 कोस के 75 तीर्थों पर होंगे कार्यक्रम।
2 से 4 दिसंबर तक प्रत्येक जिले में मनाई जाएगी गीता जयंती।

वैद्य पण्डित प्रमोद कौशिक

कुरुक्षेत्र 17 नवंबर : अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव के नोडल अधिकारी एवं केडीबी के सदस्य सचिव विजय दहिया ने कहा कि गीता स्थली कुरुक्षेत्र से एक बार फिर पवित्र ग्रंथ गीता के श्लोक और महोत्सव की गूंज विश्व के कोने-कोने में सुनाई देगी। इस महोत्सव को देश ही नहीं विदेशों में भी एक पहचान मिली है। इस बार भी कुरुक्षेत्र की पावन धरा पर अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव-2022 का भव्य और हर्षोल्लास के साथ 19 नवंबर से 6 दिसंबर तक आयोजन किया जाएगा। इस महोत्सव के मुख्य कार्यक्रम 29 नवंबर से 4 दिसंबर तक चलेंगे। इस महोत्सव का आगाज राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और मुख्यमंत्री मनोहर लाल गीता पूजन और यज्ञ के साथ 29 नवंबर को करेंगे। इससे पहले लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला और मुख्यमंत्री मनोहर लाल 19 नवंबर को मेला क्षेत्र में मुरारी बापू की श्रीराम कथा और ब्रह्मसरोवर के पावन तट पर परम्परा अनुसार शिल्प और क्राफ्ट मेले का उदघाटन करेंगे।

केडीबी सदस्य सचिव विजय दहिया वीरवार को कुरुक्षेत्र विकास बोर्ड के सभागार में अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव को लेकर पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू 29 नवम्बर को ही कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय में तीन दिवसीय अन्तर्राष्ट्रीय गीता संगोष्ठी का भी शुभारम्भ करेंगी। श्रीमद्भगवद्गीता की प्रेरणा से विश्व शान्ति और सद्भाव विषयक इस संगोष्ठी में देश-विदेश के गीता मर्मज्ञ, विद्वान एवं शोधार्थी अपने शोधपत्र प्रस्तुत करेंगे। निश्चय ही इस संगोष्ठी से गीता के संदेश की महत्ता विश्व में फैलेगी। देशभर से आए मूर्तिकारों द्वारा महाभारत और गीता विषय पर आधारित 21 प्रस्तर मूर्तियों का निर्माण किया गया है। इस महोत्सव के दौरान देश-विदेश से आए शिल्पकारों को अपनी प्रतिभा दिखाने का सुनहरा अवसर मिलेगा।

अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव-2022 में 19 नवंबर से 27 नवंबर तक संत मुरारी बापू जी द्वारा ब्रह्म सरोवर पर श्री राम कथा का आयोजन किया जा रहा है। इसमें देश भर से हजारों श्रद्धालु आएंगे। यह हमारे लिए हर्ष का विषय है कि इस बार अन्तर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव ऐसे समय में आयोजित किया जा रहा है, जब पूरा देश आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है। कुरुक्षेत्र में पवित्र ब्रह्म सरोवर के तट पर आयोजित किए जा रहे गीता के इस पावन उत्सव में लोगों को एक बार फिर से राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त कलाकारों एवं शिल्पकारों का संगम देखने का अवसर मिलेगा।

उन्होंने कहा कि वर्ष 2019 में अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव देश से बाहर मॉरीशस तथा लन्दन में भी मनाया गया। इस साल सितम्बर माह में कनाडा में भी यह महोत्सव आयोजित किया गया। इस महोत्सव में पहली बार 101 संस्थाएं शिरकत कर रही है। उपायुक्त शांतनु शर्मा ने पत्रकारों और मेहमानों का स्वागत करते हुए कहा कि प्रशासन की तरफ से अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव-2022 की तैयारियां पूरी कर ली है और इसके लिए अलग-अलग कमेटियों का गठन किया गया है। इस महोत्सव में पहली बार संस्थाओं की भागीदारी बढ़ी है। इस महोत्सव को आमजन का महोत्सव बनाने का प्रयास किया जा रहा है। इस मौके पर अतिरिक्त उपायुक्त अखिल पिलानी, केडीबी के मानद सचिव मदन मोहन छाबड़ा, सीईओ केडीबी चंद्रकांत कटारिया, केडीबी सदस्य सौरभ चौधरी, विजय नरुला, केसी रंगा सहित अन्य अधिकारी और केडीबी सदस्य मौजूद थे।

मल्टीमीडिया शो का उद्घाटन।
गीता जन्मस्थली ज्योतिसर में श्रीकृष्ण के विराट स्वरूप की 50 फुट ऊंची प्रतिमा का निर्माण किया गया है, जिस पर 3डी मैपिंग टैक्नॉलोजी के माध्यम से गीता पर आधारित मल्टीमीडिया शो का उद्घाटन किया जाएगा।

पार्टनर देश नेपाल व पार्टनर स्टेट मध्यप्रदेश
इस बार अन्तर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव-2022 में नेपाल पार्टनर देश एवं मध्यप्रदेश पार्टनर राज्य की भूमिका में रहेगें। उन्होंने बताया कि पुरुषोत्तमपुरा बाग, ब्रह्म सरोवर पर मध्य प्रदेश सरकार द्वारा पवेलियन लगाया जा रहा है, जिसमें उनकी संस्कृति, शिल्प, खान-पान इत्यादि से सम्बन्धित स्टॉल आकर्षण का केन्द्र रहेंगे।

हरियाणा पवेलियन से राज्य की संस्कृति से रूबरू होंगे पर्यटक
अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव में हरियाणा के लोकनृत्य, शिल्प, लघुउद्योग, खान-पान इत्यादि से सम्बन्धित हरियाणा पैवेलियन लगेगा, जिससे महोत्सव में आने वाले पर्यटक एवं तीर्थयात्री हरियाणा की संस्कृति से रूबरू हो सकेंगे। विभिन्न विभागों द्वारा हरियाणा के विकास एवं उन्नति विषयक प्रदर्शनियां भी लगाई जा रही हैं, जिससे लोगों को सरकार द्वारा चलाई जा रही जनकल्याणकारी योजनाओं एवं प्रदेश में हो रहे विकास कार्यों की जानकारी मिलेगी।

प्रतिदिन होगी भजन संध्या व भव्य गीता आरती
19 नवम्बर से 6 दिसम्बर 2022 तक ब्रह्म सरोवर के पावन तट पर भजन संध्या और उसके पश्चात भव्य गीता आरती का आयोजन किया जाएगा। यह आरती देश के अन्य तीर्थों पर संध्याकाल को होने वाली भव्य आरती के ही समान होगी।

ऑनलाईन गीता प्रश्नोत्तरी का आयोजन
इस महोत्सव के अवसर पर इस वर्ष 1 नवंबर से ऑनलाइन गीता प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता चल रही है, जो 18 नवम्बर तक चलेगी। इसमें विद्यार्थियों सहित अनेक श्रद्धालु भाग ले रहे हैं। इस ऑनलाईन प्रतियोगिता में भारत सहित अमेरिका, कनाडा और कुवैत जैसे अनेक देशों के नागरिकों ने भी अपना पंजीकरण करवाया है। अब तक इस प्रतियोगिता में 55 हजार से अधिक लोग अपना पंजीकरण करवा चुके हैं। इसके अलावा, महोत्सव के दौरान 18 नवंबर को कुरुक्षेत्र में गीता मैराथन का आयोजन किया जाएगा।

अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव में शामिल होंगे विभिन्न देशों के राजदूत
अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव 2022 में अजरबैजान, इथोपिया, वियतनाम आदि देशों के राजदूत भी शामिल होंगे। इसके अतिरिक्त, अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव 2022 के प्रारम्भ होने से पहले ही अमेरिका, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया, ब्रिटेन, पोलैंड, चीन सहित 25 से ज्यादा देशों के 4 लाख से अधिक लोग सोशल मीडिया के जरिए महोत्सव के साथ जुड़ चुके हैं। इस महोत्सव की वेबसाइट के पेज पर 3 लाख 80 हजार से ज्यादा लोग विजिट कर चुके हैं। यह निश्चय ही इस महोत्सव की लोकप्रियता के प्रमाण हैं। इस महोत्सव में इस बार 48 कोस कुरुक्षेत्र भूमि के 75 तीर्थों पर सांस्कृतिक कार्यक्रम, आरती एवं गीता जयंती के दिन 4 दिसम्बर को दीपोत्सव का आयोजन किया जाएगा।

3 दिसंबर को होगा संत सम्मेलन।
3 दिसम्बर को महोत्सव के दौरान पुरुषोत्तमपुरा बाग में संत सम्मेलन का आयोजन होगा। इसमें देश के प्रख्यात संत मिलकर गीता एवं अध्यात्म विषय पर चर्चा करेंगे। संतों का यह मिलन इस समारोह की गरिमा को एक नया स्वरुप प्रदान करेगा, 4 दिसम्बर को कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय में 48 कोस कुरुक्षेत्र के तीर्थों पर एक सम्मेलन आयोजित किया जाएगा, जिसमें श्रद्धालु तथा सामाजिक कार्यकर्ताओं की उपस्थिति रहेगी।

18 हजार विद्यार्थियों द्वारा होगा वैश्विक गीता पाठ।
गीता जयंती के दिन 4 दिसंबर को कुरुक्षेत्र में 18 हजार विद्यार्थियों द्वारा वैश्विक गीता पाठ किया जाएगा। इस अवसर पर प्रदेशभर से 75 हजार विद्यार्थी तथा देश-विदेश से लाखों गीता प्रेमी एवं श्रद्धालु ऑनलाईन माध्यम से जुड़ेंगे। महोत्सव के अवसर पर इस बार भी धार्मिक एवं सामाजिक संस्थाओं द्वारा प्रदर्शनियों का आयोजन किया जा रहा है, जिनमें 48 कोस कुरुक्षेत्र, सन्त कबीर, सन्त रविदास, महर्षि वाल्मीकि, दिव्य ज्योति, चिम्य मिशन, इस्कॉन आदि की प्रदर्शनियां होंगी। इसके अलावा, गीता पुस्तक मेले का आयोजन भी किया जाएगा, जिसमें देश के 25 से अधिक संस्थाएं एवं प्रमुख प्रकाशक अपनी सहभागिता देकर इस महोत्सव को ज्ञान का महोत्सव बनाने में सहयोग करेंगे।