प्रदेश में खाद की कमी नही तो 1350 रूपये मिलने वाला डीएपी का कट्टा 1600 रूपये में क्यों मिल रहा : विद्रोही

मंत्री-संतरी मीडिया में बयान बहादुर बनकर जुमला उछालते है कि रबी सीजन की बिजाई के लिए हरियाणा में खाद की कोई कमी नही है, लेकिन जमीन पर वास्तविकता सरकार के दावों से मेल नही खाती : विद्रोही
मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर भाजपा-जजपा के नेता मंडियों के सामने तो किसान हित में लम्बे-चौड़े दमगज्जे मारते है, लेकिन जमीन पर कुछ नही करते : विद्रोही

15 नवम्बर 2022 – स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष एवं हरियाणा प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता वेदप्रकाश विद्रोही ने मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर से सवाल किया कि यदि प्रदेश में खाद की कमी नही तो अहीरवाल, मेवात सहित प्रदेश के विभिन्न स्थानों पर किसानों को आवश्यकता अनुसार खाद क्यों नही मिल रहा और 1350 रूपये  प्रति कट्टा मिलने वाला डीएपी का कट्टा 1600 रूपये में क्यों मिल रहा है।

विद्रोही ने कहा कि भाजपा-जजपा सरकार के मंत्री-संतरी मीडिया में बयान बहादुर बनकर जुमला उछालते है कि रबी सीजन की बिजाई के लिए हरियाणा में खाद की कोई कमी नही है, लेकिन जमीन पर वास्तविकता सरकार के दावों से मेल नही खाती। किसान बिजाई के लिए खाद पाने मंडिया में मारा-मारा फिर रहा, पर उसे आवश्यकता अनुसार खाद मिल नही रहा। वहीं यही खाद बाजार में ब्लैक में आसानी से मिल जाता है। सवाल उठता है कि खाद कीे कालाबाजारी करके किसान को लूटने वाले लुटेरों के सरंक्षक कौन है? विद्रोही ने पूछा कि क्या सत्ताधारी संघीयों के सरंक्षण के बिना खाद की कालाबाजारी संभव है?

इसी तरह सरकार ने दमगज्जा ठोका था कि किसान की बाजरा फसल का एक-एक दाना न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीदा जायेगा, लेकिन सरकार ने किसानों का तो बाजरा एमएसपी पर खरीदा नही उल्टा किसानों का बाजरा अनाज व्यापारियों ने कौडियों के भाव में लूट लिया और भाजपा-जजपा सरकार इस लूट के प्रति आंखे मूंदे रही। मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर भाजपा-जजपा के नेता मंडियों के सामने तो किसान हित में लम्बे-चौड़े दमगज्जे मारते है, लेकिन जमीन पर कुछ नही करते। 

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