पटोदी खंड में 65 पंचायतों में से 33 में चुनी जाएंगी महिला सरपंच

अनुसूचित वर्ग की महिलाओं के लिए आधा दर्जन पंचायतें आरक्षित

इसके अलावा बीसी-ए वर्ग महिलाओं के लिए भी 5 पंचायतें आरक्षित

घर की महिलाएं बने सरपंच पति सहित परिजन कई दिनों से सक्रिय

फतह सिंह उजाला

पटौदी । देश की आधी आबादी महिला वर्ग की है , हरियाणा में गठबंधन सरकार के द्वारा वादा किया गया था कि पंचायती राज चुनाव में महिलाओं को 50 प्रतिशत आरक्षण दिया जाएगा । इसी कड़ी में पहली बार अब एक लंबे अंतराल और इंतजार के उपरांत शनिवार को देहात की सरकार के लिए मतदान होना है ।

पटौदी खंड में शामिल कुल 65 पंचायतों में से आधी पंचायतें अर्थात 33 पंचायतों के लिए महिला सरपंचों का चुना जाना निश्चित है । क्योंकि 33 पंचायतें महिलाओं के लिए आरक्षित की गई है । इनमें से आधा दर्जन पंचायतें अनुसूचित वर्ग की महिलाओं के लिए आरक्षित हैं , वही 5 पंचायतें बीसी-ए वर्ग की महिलाओं के लिए आरक्षित है। इनके अलावा अन्य जो भी महिला पंचायतों की संख्या है , उन सभी पर सामान्य वर्ग की महिलाओं का सरपंच चुना जाना निश्चित है । उपलब्ध जानकारी के मुताबिक अनुसूचित वर्ग की महिलाओं के लिए आरक्षित पंचायतों में गांव डाडावास, गांव गदाईपुर , गांव जसात, गांव खेतीयावास , गांव मुमताजपुर और गांव पड़ासोली के नाम शामिल हैं । इन सभी गांवों में शनिवार को चुनाव संपन्न होने के उपरांत गांव की सरकार की लगाम पूरी तरह से महिलाओं के हाथ में आ जाएगी । इसके अलावा बीसी-ए महिला वर्ग के लिए आरक्षित 5 पंचायतों मे गांव दारापुर, गांव गोरियावास, गांव ग्वालियर, गांव खोड़ और गांव घिलनावास की पंचायतें शामिल है ।

इसके अतिरिक्त सामान्य महिला वर्ग के लिए जिन गांवों की पंचायतें आरक्षित हैं उनमें गांव बपास , गांव बस्तपुर, गांव भोकरका, गांव भूड़खा, गांव बिलासपुर कला, गांव ब्रह्मणवास, गांव चांदला , गांव गुढाना , गांव हकदार पुर, डूंगरवास , गांव ढाणी चित्रसेन , गांव ढाणी शंकर वाली, गांव हुसैनका, गांव लांगरा, गांव लोकरा, गांव मोहनियावास , गांव मोजाबाद , गांव नानू कला , गांव नूरपुर , गांव पथरेड़ी, गांव राठीवास, गांव जट शाहपुर , गांव सिधरावली , गांव तेल पुरी और गांव ऊंचा माजरा के नाम शामिल हैं । इन सभी गांवों में शनिवार को ग्रामीण मतदाताओं के द्वारा गांव की सरकार की लगाम के लिए चुनावी मैदान में उतरी हुई विभिन्न महिला उम्मीदवारों में से अपनी अपनी पसंद की महिला सरपंच का चुनाव किया जाएगा । अब देखना यह है कि किस महिला का सौभाग्य होगा, जिसके पक्ष में ग्रामीणों के द्वारा मतदान कर देहात की अपनी छोटी सरकार की जिम्मेदारी पूरी तरह से 5 वर्ष के लिए सौंपने का काम किया जाएगा ।

इन महिला आरक्षित पंचायतों के अलावा सामान्य वर्ग पुरुषों और बीसीए वर्ग के लिए जिन जिन गांव में अपनी देहात की सरकार के मुखिया के लिए चुनाव किया जाना है उनमें मुख्य रूप से पटौदी और जिला गुड़गांव के सबसे बड़े गांव बोहड़ाकला, फखरपुर , इंछा पुरी , खलीलपुर , मऊ, नूरगढ़ , रणसीका , बलेवा , रहनवा, बास पदमका , बोहराकला खुर्द, बिलासपुर, बिनोला ,बृजपुरा छिल्लरकी , दौलताबाद, ढाणी कुंभावास , दिनोंकरी , गोरिया वास , ग्वालियर , हालियाकी , लोहचाब , लोकरी , मंगवाकी , मुजफ्फरा-मदपुरा , नानू खुर्द , पहाड़ी,  राजपुरा, सैयद शाहपुर, शेरपुर, ततारपुर , तुर्कापुर और ऊंचा माजरा के नाम शामिल हैं । इन गांवों में शनिवार को ग्रामीण मतदाताओं के द्वारा गांव की सरकार की जिम्मेदारी अपनी अपनी पसंद के पुरुष उम्मीदवारों को सौंपने का काम किया जाएगा । अब यह भी भविष्य के गर्भ में छिपा है किस गांव में किस दावेदार को ग्रामीणों के द्वारा कितना समर्थन देकर गांव के विकास के लिए 5 वर्ष तक की जिम्मेदारी सौंपी जाएगी।

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