पर्यटन योजना से बढेंगे रोजगार के अवसर

चण्डीगढ, 10 नवंबर – हरियाणा के मुख्य सचिव श्री संजीव कौशल ने कहा कि राज्य में पर्यटन को बढावा देने के लिए पंचकूला, यमुनानगर, महेन्द्रगढ, फरीदाबाद व कुरुक्षेत्र सहित 5 जिलों को पर्यटन हब में शामिल किया गया है। इसकेे अलावा पंचकूला जिले में पर्यटन के लिए संरचनात्मक ढांचा तैयार करने के लिए विस्तृत परियोजना रिपोर्ट तैयार की जा रही है।

मुख्य सचिव आज यहां पर्यटन मंत्रालय भारत सरकार की स्वदेश दर्शन-2.0 योजना के अंतर्गत पर्यटन आधारभूत संरचना के विकास के लिए आयोजित प्रथम राज्य संचालन कमेटी की बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। उन्होंने कहा कि यह पर्यटन को बढावा देने के लिए यह बेहतर कारगर योजना है। इस पर अधिक ध्यान देकर कार्य किया जाए ताकि राज्य में पर्यटन को विकसित करके रोजगार के अवसर भी बढाए जा सकें। 

उन्होंने कहा कि पंचकूला में मोरनी हिल्स, यादविन्द्रा गार्डन, कौशल्या डैम, नाडा साहिब जैसे 55 पर्यटन स्थल हैं। महेंद्रगढ़ व फरीदाबाद जिले को भी इस योजना में शामिल करने के प्रस्ताव को पर्यटन मंत्रालय को भेजा जाएगा ताकि इन जिलों में भी पर्यटन को बढ़ावा मिल सके। उन्होंने कहा कि महेंद्रगढ़ में माधोगढ़ का किला, बीरबल का छत्ता, जलमहल, ढोसी पर्वत जैसे अनेक प्राचीन स्मारक स्थल हैं जिनको पर्यटन के लिए विकसित किया जा रहा है। 

उन्होंने कहा कि फरीदाबाद में ऐतिहासिक सूरजकुंड, दमदमा लेक, अरावली गोल्फ क्लब, सोहना का झरना आदि 17 पर्यटन स्थल हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल के निर्देशानुसार सूरजकुंड में आधुनिक स्तर का विशेष पर्यटन खण्ड बनाने पर भी कार्य किया जाए ताकि यह पर्यटकों के लिए और अधिक आकर्षण का केन्द्र बन सके। यमुनानगर में आदि बद्री, लोहागढ़, हथनी कुण्ड बैराज, कलेसर नेशनल पार्क, चन्हेटी पिल्लर आदि कई पर्यटक स्थल हैं। 

मुख्य सचिव ने कहा कि स्वदेश दर्शन योजना 2.0 के तहत पर्यटन एवं सम्बद्ध बुनियादी ढांचा, पर्यटन सेवाएं, मानव एवं पूंजी विकास, स्थल प्रबंधन एवं प्रोत्साहन आदि पर कार्य किया जाना है। सांस्कृतिक एवं हेरिटेज पर्यटन, साहसिक गतिविधियां, ग्रामीण एवं वेलनेस पर्यटन जैसी सुविधाओं और सेवाओं पर भी कार्य किया जाएगा। इसके अलावा बैठकें, सम्मेलन एवं प्रदर्शनी स्थल एवं पर्यटन प्रोत्साहनों को भी बढ़ावा देने के लिए स्थानों का चयन करना है। 

उन्होंने बताया कि  स्वदेश दर्शन 1.0 योजना के तहत पर्यावरण पर्यटन, वन्य जीव, बुद्विष्ठ, अध्यात्मक, पहाड़ी दुर्गम क्षेत्र, तीर्थान्कार आदि स्थलों का चयन किया गया। इस योजना में हरियाणा के कुरुक्षेत्र में कृष्णा सर्किट परियोजना को शामिल कर 97.34 करोड़ रुपए की लागत से टूरिस्ट इन्फ्रास्ट्रक्चर विकसित किया जा रहा है। इनमें बहुउद्वेशीय पर्यटन सूचना केन्द्र, सरोवर की रैलिंग, अभिमन्यु घाट, लाईट एण्ड साउण्ड शो जैसी 5 योजनाओं पर कार्य किया जा रहा है जिसे नवम्बर माह में पूरा कर संचालित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि कुरुक्षेत्र के थानेसर शेख चिल्ली महल को भी इस योजना में शामिल कर विकसित किया जाए।  

बैठक में स्वदेश दर्शन 2.0 योजना पर प्रजेंटेशन भी दिखाई गई। अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री अनिल कुमार, अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री अपूर्व कुमार सिंह, पर्यटन विभाग के प्रधान सचिव एम डी सिन्हा, पर्यटन विभाग निदेशक पंकज, कला एवं सांस्कृतिक कार्य विभाग के सचिव एवं पंचकूला के उपायुक्त महावीर कौशिक सहित कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे। 

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