वार्ड नंबर 9 से 9 महिला उम्मीदवार जिला परिषद प्रमुख की दावेदार

वार्ड  9 मे 3 महिला उम्मीदवारों की रही है राजनीतिक पारिवारिक पृष्ठभूमि

मतदान से पहले दावेदारों सहित समर्थकों के द्वारा झोंकी गई पूरी ताकत

फतह सिंह उजाला

गुरुग्राम ।   हरियाणा प्रदेश के खजाने में सबसे अधिक राजस्व देने के लिए पहचान बनाए हुए जिला गुरुग्राम में जिला परिषद प्रमुख पद अनुसूचित महिला वर्ग के लिए आरक्षित होने के साथ ही यहां वार्ड 9 पूरे राज्य में राजनीतिक नजरिए से महत्वपूर्ण और चर्चा का केंद्र बना हुआ है । गुरुग्राम नगर परिषद चुनाव पर सभी राजनीतिक पार्टियों सहित पार्टियों के वरिष्ठ नेताओं की भी नजरें टिकी हुई है, कि आखिर परिणाम क्या और किसके पक्ष में होगा ? अंतिम दिन तक समीकरण सूर्य के समान उदय होने और दोपहर में चमकने के साथ संध्या को अस्त होने के साथ इधर से उधर होते हुए महसूस किए गए ।

लेकिन फिर भी अभी तक जिस प्रकार से राजनीतिक माहौल यहां उम्मीदवारों को लेकर दिखाई दे रहा है । ऐसे में सभी के बीच यही जिज्ञासा बनी हुई है कि वार्ड नंबर 9 से पतंग उड़ेगी , टेलीफोन की घंटी बजेगी या फिर कमल का फूल और अधिक फैलेगा , अब यह बात तो राम जाने ।  विजेता का फैसला लोकतंत्र में सबसे मजबूत कड़ी कहे जाने वाले आम मतदाता समर्थकों के द्वारा ही किया जाना है। राजनीतिक दृष्टिकोण से भारतीय जनता पार्टी के द्वारा पार्टी चुनाव चिन्ह पर अपने उम्मीदवार उतारे गये।  लेकिन जो तस्वीर सामने निकल कर आई उसमें कहीं ना कहीं भाजपा संगठन सहित नेताओं को इस बात का भी एहसास हो गया की उम्मीदवार की अपनी व्यक्तिगत पहचान और व्यक्तिगत पकड़ निर्वाचन वार्ड 9 क्षेत्र के गांवों में उतनी नहीं है , जितनी होनी चाहिए यही । कारण रहा कि बीते कई दिनों से भाजपा के कार्यकर्ता और पदाधिकारी विशेष रुप से मानेसर नगर निगम क्षेत्र के भाजपा पदाधिकारी और कार्यकर्ता पटौदी बेल्ट में अधिक दिखाई दे रहे हैं । इसका मुख्य कारण भी यही है कि जब जब यहां पटौदी के एमएलए एडवोकेट जरावता सहित पूर्व पीडब्ल्यूडी मंत्री राव नरबीर सिंह पहुंचे , उसी समय ही इन चेहरों को सबसे अधिक देखा गया ।

दूसरी ओर भाजपा के अलावा अन्य किसी भी पार्टी के द्वारा पार्टी सिंबल पर अपना उम्मीदवार इस चुनाव में नहीं उतारा गया है और ना ही पार्टी का कोई भी बड़ा नेता या चेहरा प्रचार सहित समर्थन के लिए सामने आया है । वार्ड नंबर 9 से मुख्यतः तीन राजनीतिक परिवारों से संबंध रखने वाली महिला उम्मीदवार अपनी किस्मत आजमा रही हैं । यहां कुल मिलाकर 9 महिला उम्मीदवार जिला परिषद प्रमुख पद की दावेदारी को लेकर चुनाव मैदान में है । जिनमें मधु सारवान, अनु पटौदी, पर्ल चौधरी, दीपाली, प्रीति, रानी , राजबाला,  शकुंतला , सुनील देवी और संगीता देवी के नाम शामिल हैं। चुनाव के लिए नामांकन करने के बाद से लेकर मतदान होने की पूर्व संध्या तक चुनाव के मैदान में उतरे सभी उम्मीदवारों परिजनों सहित समर्थकों के द्वारा बुधवार को होने वाले मतदान के लिए अपने अपने तरीके से मतदाताओं को अपने पक्ष में मतदान करने के लिए रणनीति बनाने का भी कार्य जारी रहा।

जिला परिषद के लिए और जिला परिषद प्रमुख के पद तक पहुंचने के वास्ते सबसे हॉट सीट बन चुके पटौदी विधानसभा क्षेत्र में शामिल वार्ड नंबर 9 से अनुसूचित वर्ग की महिला उम्मीदवार कमल के फूल के निशान , गैस सिलेंडर, पतंग ,टेलीफोन, अंगूठी ,मटका ,वायुयान तथा जग जैसे चुनाव चिन्ह को लेकर अपना चुनाव प्रचार अभियान समर्थकों के साथ जारी रखे हुए हैं । मंगलवार को उम्मीदवारों और उनके समर्थकों के द्वारा इस बात को सबसे अधिक प्राथमिकता प्रदान की गई गांव गांव में व्यक्तिगत रूप से संपर्क किया जाए तथा विभिन्न ग्रामीण क्षेत्र में मतदान के लिए बनाए गए बूथ पर अपने-अपने एजेंट को भेजना सुनिश्चित किया जाए । अब देखना यह है कि मंगलवार को दिन ढले चंद्रग्रहण के उपरांत बुधवार को मतदाताओं के द्वारा अपना अपना समर्थन किस उम्मीदवार को देकर जिला परिषद प्रमुख पद पर पहुंचाने के लिए दिया जाएगा।  इस बात का खुलासा आगामी 24 नवंबर को मतगणना के बाद ही सभी के सामने हो सकेगा । तब तक परिषद के सभी 10 वार्डों में जहां-जहां भी भारतीय जनता पार्टी के सिंबल पर उम्मीदवार चुनाव लड़ रहे हैं और जो प्रतिद्वंदी निकटतम मुकाबले में है , उनके बीच कौन विजेता होगा और किस वार्ड में कितने उम्मीदवारों की जमानत जप्त होगी ? इन्हीं सब बातों को लेकर जिज्ञासा भी अपने चरम पर पहुंचते चली जा रही है ।

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