एससी एसटी एक्ट का सहारा ना ले सरकार, सीधा सामना करे – नवीन जयहिंद
खट्टर की नियत में खोट, सोटे की मारेंगे चोट – जयहिंद

रौनक शर्मा

रोहतक :- बीते रविवार को एससी एसटी मामले में दर्ज हुई एफआईआर को लेकर नवीन जयहिंद ने रोहतक में प्रेसवार्ता कर सरकार और प्रशासन पर निशाना साधा।

जयहिंद ने कहा कि मुझे समझ नही आता सरकार ऐसे झूठे आरोप कैसे लगा देती हैं, मैं लोगों की परेशानियों की आवाज उठाता हूं और सरकार की गलत नीतियों का विरोध करता हूं। इसलिए सरकार और प्रशासन मुझ पर लोगों की आवाज उठाने के लिए झूठे आरोप लगा रही हैं। लेकिन मैं झूठे आरोप लगाने वालों को सुप्रीम कोर्ट तक लेकर जाऊंगा।

वही सिंचाई विभाग से जुड़े एससी एसटी मामले पर नवीन जयहिंद ने कहा कि मेरे पास किसानों के फोन आ रहे थे कि उन्हें सिंचाई विभाग में कामों में समस्याएं आ रही हैं। जब हम वहां गए तो देखा कि अधिकारी राकेश मालिक के दफ्तर पर एक्शन रामनिवास ने ताला लगा रखा था, पूछने पर पता लगा की एक्शन वहा पर नहीं था, जिस पर हमने एससी से बात की तो पता चला की अधिकारी पर भी एससी एसटी एक्ट पहले से लगा रखा हैं। जिसपर हमने वहा किसानों की समस्याओं को उठाते हुए एक्शन रामनिवास के दफ्तर को भी गमछा बांध कर बंद किया।

इस बीच हमने किसी जाति विशेष के विरोध में कोई भी जाति सूचक शब्दों का प्रयोग नहीं किया। यह सब मीडिया की मौजूदगी में हुआ, फिर यह सरकार और प्रशासन किस आधार पर एससी एसटी एक्ट का आरोप लगा सकती हैं।

वही सरकारी काम में बाधा डालने पर लगने वाली धारा 186 पर नवीन जयहिंद ने कहा कि जब अधिकारी राकेश मालिक के दफ्तर पर ही ताला लगा था और एक्शन भी वहा नही था तो काम तो वहा वैसे भी नही हो रहा था तो इस पर धारा 186 लगाना कहा तक सही हैं। धारा 3(1)(U) पर नवीन जयहिंद ने कहा कि हम वहा इतने लोग नही थे की समूह की बात हो और ना ही हमने किसी पर किसी प्रकार की टिप्पणी की तो इस धारा का लगाना कहा सही हुआ। ये सब झूठे आरोप हैं । मेरा सब 37 बिरादरियों में भाईचारा हैं।

नवीन जयहिंद ने कहा कि एससी एसटी एक्ट का गलत प्रयोग किया जा रहा हैं। प्रशासन और सरकार अपने कुछ चाटुकारों की असामाजिक सोच को बढ़ावा दे रही हैं। बाबा साहब ने कहा था संघर्ष करो दलाली मत करो। हमने पेंशन बहाली को लेकर, बुजुर्गों, विकलांगों की पेंशन को लेकर, बेरोजगारों की वेकेंसी को लेकर, दलितों के घरों को गिराने को लेकर, सरकार द्वारा अवैध कब्जे करने के विरोध में, खिलाड़ियों का कोटा खत्म करने के विरोध में सोटा उठा कर आवाज उठाई। यह सब किसी विशेष जाति के लिए नही बल्कि सभी 37 बिरादरियों के लिए हैं।

नवीन जयहिंद ने कहा की ऐसे झूठे 1 नही सरकार बेशक 100 केस लगा ले, जयहिंद ने कहा मेरा नाम नवीन जयहिंद हैं झंडू नही, हम लोगों के लिए लड़ाई लड़ रहे हैं, हम ऐसे झूठे केसों से नही डरते। हम जो मुददे उठा रहे हैं वो सरकार के लिए सिर दर्द बने हुए हैं इस लिए सरकार ऐसे झूठे केस लगा रही हैं

ये आरोप नवीन जयहिंद पर नहीं लगाए,बल्कि ये इसलिए लगाए हैं क्योंकि जयहिंद हर दिन किसी न किसी विषय को लेकर सरकार का विरोध करता हैं, ये एक्ट उन लाखों बुर्जगों, विधवाओं व विकलांगों पर लगाया हैं जिनकी पेंशन इन्होंने रोक रखी थी। ये इसलिए लगाया हैं की हम बेरोजगारों के लिए वेकेंसी निकालने की बात करते हैं,भर्तियों में हो रहे भ्रष्टाचार का विरोध करते हैं। ये इसलिए लगाया हैं की जब प्रशासन और सरकार दलितों के घर गिराने जाते हैं तो नवीन जयहिंद उसके लिए खड़ा होता हैं, ये इसलिए लगा गया हैं की हम किसानों की जमीन के मामलो के लिए खड़े होते है, सरकार द्वारा अवैध कब्जों का विरोध करने के लिए, खिलाड़ियों के खेल कोटे को खत्म करने के विरोध में उठाए गए सोट के लिए ये केस लगाए हैं।

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