भाजपा-जजपा सरकार सत्ता अंहकार में सफाई व अग्निशमन कर्मचारियों से वार्ता करके उनकी हडताल को समाप्त करने की पहल करने की बजाय उनकी उपेक्षा करके आग में घी डालने का काम कर रही है : विद्रोही
सफाई कर्मचारियों की हडताल खत्म करवाने खातिर उनकी जायज मांगों के समाधान के लिए भाजपा सरकार के मंत्री, सासंद, विधायक, नगर निकाय चेयरमैन, नगर पार्षद आगे क्यों नही आ रहे? विद्रोही

28 अक्टूबर 2022 – स्वयंसेवी संस्था ग्रामीण भारत के अध्यक्ष एवं हरियाणा प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता वेदप्रकाश विद्रोही नेे आरोप लगाया कि भाजपा-जजपा सरकार के सत्ता अहंकार के चलते नगर निकाय के 40 हजार से ज्यादा सफाई व अग्निशमन कर्मचारियों की हड़ताल ने विगत एक सप्ताह से हरियाणा को गंदगी के ढेर पर बैठा दिया है। विद्रोही ने कहा कि सफाई कर्मियों की हडताल से पूरे प्रदेश के शहरी नागरिक बदबू व गदंगी में जीने को मजबूर है। भाजपा-जजपा सरकार सत्ता अंहकार में सफाई व अग्निशमन कर्मचारियों से वार्ता करके उनकी हडताल को समाप्त करने की पहल करने की बजाय उनकी उपेक्षा करके आग में घी डालने का काम कर रही है। दीपावली अवसर पर लोगों ने अपने-अपने घरों की सफाई करके स्वच्छता अभियान चलाया, वहीं भाजपा सरकार ने सफाई कर्मचारियों की मांगों की उपेक्षा करके दीपावली अवसर पर शहरी नागरिकों को गदंगी के ढेर पर बैठा दिया।

विद्रोही ने सवाल किया कि स्व्वच्छता अभियान के नाम पर बडी-बडी झाडू लेकर मीडिया में सफाई करने के पोज देने वाले भाजपा-संघ नेता अब किस बिल में छिप गए? प्रदेश के शहरों में गदंगी की भरमार है और सफाई अभियान की नौटंकी करने वाले संघी कहीं भी हडताल को समाप्त करवाने के लिए कदम नही उठा रहे। सत्ता व धन बल, खरीद-फरोख्त से प्रदेश की अधिकांश नगर निकायो के चेयरमैन पदों पर भाजपा ने कब्जा कर रखा है, पर नागरिकों को आवश्यक नागरिक सुविधाएं देने की बजाय संघी भ्रष्टाचार व कमीशनखोरी से अपनी तिजौरियां भरने में लगे हुए है। जनता की सुविधाओं व शहरों की सफाई पर ध्यान देने की बजाय अपने बिलों में छुपे हुए है। 

विद्रोही ने सवाल किया कि सफाई कर्मचारियों की हडताल खत्म करवाने खातिर उनकी जायज मांगों के समाधान के लिए भाजपा सरकार के मंत्री, सासंद, विधायक, नगर निकाय चेयरमैन, नगर पार्षद आगे क्यों नही आ रहे? नगरपालिका सफाई व अग्निशमन कर्मचारियों को नियमित क्यों नही किया जा रहा? वहीं बढ़ती शहरी जनसंख्या अनुसार नई भर्ती कयों नही हो रही? वहीं विद्रोही ने कहा कि कमीशनखोरी के चलते रेवाडी में डोर टू डोर कूड़ा उठाने का कार्य विगत भी विगत दस दिनों से बंद है। एक ओर सफाईकर्मी हडताल पर है, दूसरी ओर भ्रष्टाचार के कारण रेवाडी में डोर टू डोर कूडा उठाने का ठेका अटका पडा होने के कारण यहां के नागरिकों पर दोहरी मार पड रही है। लेकिन भाजपा खट्टर सरकार के मंत्री-संतरी कूड़ा उठाने का कोई प्रबंध नही कर रहे है। विद्रोही ने मांग की कि रेवाडी में घर-घर कूडा उठाने के लिए ठेके की प्रक्रिया तत्काल पूरी की जाये, वहीं प्रदेशभर में हड़ताल पर बैठे सफाई व अग्निशमन कर्मचारियों की जाजय मांगों को मानते हुए तत्काल हड़ताल को समाप्त करवाकर शहरों को गंदगी के ढेर बनने से बचाया जाये।