हरियाणा की जनता के सवालों का जवाब दे खट्टर साहब – जयहिंद रौनक शर्मा रोहतक- बीते बुधवार नवीन जयहिंद ने रोहतक में प्रेस वार्ता कर मुख्यमंत्री मनोहर लाल जी से जनता के सवालों के जवाब मांगे। नवीन जयहिंद ने कहा की मुख्यमंत्री द्वारा की गयी प्रेस वार्ता में उन्होंने किसी भी मुद्दे पर बात नहीं की। जयहिंद ने कहा की सीएम साहब ने पढ़ी लिखी पंचायतों की बता तो कह दी पर उन्होंने ये तो नहीं कहा की क्यों हरियाणा में दो साल तक पंचायती चुनाव नहीं करवाए गए, गांव का विकास तो हुआ ही नहीं। नवीन जयहिंद ने कहा की हरियाणा रेप और मर्डर में मामलों में देश में दूसरे नंबर पर हैं और बेरोजगारी में पहले नंबर पर हैं, हरियाणा में देश मे सबसे ज्यादा 34 प्रतिशत बेरोजगारी क्यो हो गई। हरियाणा में बीस लाख बच्चे बेरोजगार हैं। तो प्रेस वार्ता में सीएम साहब ने इन पर बात क्यों नहीं की। हरियाणा का क्राइम रेट दिनों दिन बढ़ता जा था हैं, महिलाएं अब बिल्कुल भी सुरक्षा महसूस नहीं करती हैं उन्होंने आभूषण तक पहनना छोड़ दिया हैं इस पर सीएम साहब ने कुछ क्यों नही बोल। जयहिंद ने कहा की जब खट्टर सीएम बने तब हरियाणा पर सत्तर करोड़ का कर्जा था जो अब 2 लाख 43 हजार करोड़ रूपये का हो गया हैं इस पर सीएम साहब क्या कहेंगे। पेंशन स्कीम पर सीएम से पूछते हुए नवीन जयहिंद ने कहा की परिवार पहचान पत्र के नाम पर पौने दो लाख लोगों की पेंशन काट दी गयी। लोग विभागों के चक्कर काट काट कर पागल हो गए हैं।इस विषय पर तो सीएम साहब ने कुछ नही कहा। उन्हे बताना चाहिए की प्रदेश की आर्थिक हालत क्या हैं। मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री अपने मैनिफेस्टो में 5100 रुपए की घोषणा कर रहे हैं परंतु मुर्दों को जिंदा और जिंदों को मुर्दा दिखा रखे हैं। नवीन जयहिंद ने कहा की हरियाणा की भर्तियों के पर्ची खर्ची नही पर्चा और खर्चा चल रहा हैं, इनके खुद के विधायक और कार्यकर्ता दलाली करते पकड़े जा रहे हैं। जयहिंद ने कहा की प्रेस वार्ता में मुख्यमंत्री ने ना तो तीन साल में दी नौकरियों की बात की, ना स्कूल में शिक्षकों की और ना ही पुलिस में कितनी भर्ती की, हॉस्पिटल के डॉक्टरों और नर्सों की कमियों की बात की। बताएंगे तभी न जब कही कुछ किया हो। नवीन जयहिंद ने कहा की तीन साल में सरकार ने क्या कुछ किया हैं इसकी जानकारी मुख्यमंत्री को मंत्रियों से लेनी चाहिए थी की शिक्षा मंत्री ने शिक्षा के क्षेत्र में क्या किया, गृह मंत्री ने सुरक्षा के क्षेत्र में क्या काम किए, परंतु अगर कुछ किया हो तभी तो बताए , इन्होंने काम नही कांड किए हैं । मुखमंत्री ने कहा की हमने आयुष्मान कार्ड बनवाए, उनसे कितनो के उपचार करवाए वो तो बताओ। कितने सरकारी हस्पताल और प्राइवेट हस्पताल बनाए ये तो बताते। वही नवीन जयहिंद ने कहा की मुख्यमंत्री जी एसवाईएल पर बिल्कुल भी गंभीर नहीं हैं और ये तो तब है जब सुप्रीम कोर्ट तक का आदेश आ चुका हैं। मुख्यमंत्री तो एसवाईएल के नाम पर बस चाय समोसे की मीटिंग की कर रहे हैं। इससे एसवाईएल का क्या समाधान होगा ये सबको दिख ही रहा हैं। नवीन जयहिंद ने कहा की ये कह रहे थे की कर्मचारियों को पक्का कर देंगे , परंतु सब कर्मचारियों ने काली दिवाली बनाई हैं, सफाई कर्मचारी हड़ताल कर रहे हैं जिनमे कुछ तो ऐसे हैं जो 30-30 साल से कच्चे हैं और ये सरकार उनका वेतन तक नही दे रही हैं। Post navigation गजेंन्द्र फौगाट को इंग्लैंड में मिला अंतरराष्ट्रीय अवार्ड नवीन जयहिंद के सफाई कर्मचारियो के धरने में शामिल होने से पहले नगरपालिका के अधिकारी हुए गायब