4 झुलसे दिल्ली सफदरजंग किए रैफर, दो गुरूग्राम एडमिट

धमाके से तीन कमरों की छते उड़ी, कई मकानों में दरारें

दिवाली से पहले बनाए जा रहे थे अवैध रूप से पटाखे

मानेसर के गांव नखडौला में बुधवार शाम को हुई घटना

धमाके में झुलसने वालो में 12 वर्षीय लड़की व एक युवक

फतह सिंह उजाला

गुरूग्राम। दिवाली से पहले प्रदूषण की चिंता से परेशान विभिन्न अथारिटी के द्वारा पटाखे-आतिशबाजी बनाने-रखने सहित सेल और परचेज पर पाबंदी लगाई जा चुकी है। लेकिन साइबर सिटी गुरुग्राम के गांव नखडोला में उस समय सारे सरकारी तंत्र की पोल खुल गई जब यहां अवैध रूप से मकान में बनाए जा रहे पटाखों के दौरान बारूद में ब्लास्ट हो गया। इस ब्लास्ट में 6 लोग बुरी तरीके से घायल होकर झुलस  गए, जिनको दिल्ली के सफदरजंग और गुरूग्राम के अस्पताल उपचार के लिये भेजा गया है।

जानकारी  के मुताबिक गुरुग्राम के मानेसर क्षेत्र के गांव नखड़ौला में बुधवार देेर सायं को अवैध रूप से पटाखा बनाने वाले मकान रूपी फैक्ट्री में जादार धमाका हो गया। जिस घर में अवैध रूप से यह फैक्ट्री बनाई गई थी , ब्लास्ट के कारण उस घर सहित आसपास के घरों की छत के परखच्चे उड़ गए। धमाका इतना जोरदार था कि आवाज करीब 1.5 किलो मीटर दूर तक सुनी गई और आसपास के घरों के लोग बुरी तरह से सहम गए। कुछ घरों में दरार भी आ गई। इस घटना में छह लोग बुरी तरह से झुलस कर जख्मी हुए हैं जिनकी हालत गंभीर है। इन सभी को इलाज के लिए दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल रैफर किया गया है। घायलों में 12 साल की बच्ची भी शामिल है। गनीमत यह रही कि इस धमाके के कारण घर में रखे दो घरेलू सिलेंडर बच गए। यदि यह भी धमाके की चपेट में आते तो एक बड़ा हादसा हो सकता था।

ग्रामीण बबल, उदय सिंह, सूर्यदेव व अअन्य के मुताबिक जिस घर में अवैध रूप से यह फैक्ट्री चल रही थी , कथित बीते10-12 वर्ष से उसमें ही शादी-विवाह-पार्टी के लिए आतिशबाजी बनाई जाती थी। दिवाली का त्यौहार नजदीक होने के कारण फैक्ट्री संचालक फैक्ट्री में ज्यादा से ज्यादा बम बनवा रहा था ताकि इन्हें बेचकर बड़ा मुनाफा कमाया जा सके। जिस वक्त यह धमाका हुआ उस वक्त मकान मालिक समेत उनकी 12 साल की बेटी, 21 साल का बेटा, रिश्तेदार समेत इस अवैध फैक्ट्री में काम कर रहे वर्कर मौजूद थे , जो सभी घायल हो गए। जिस समय यह घटना हुई उस वक्त परिवार के कुछ सदस्य किसी काम से घर से बाहर गए हुए थे।

सिविल डिफेंस के धर्मेंद्र फौजी, के मुताबिक सूचना मिलने के बाद जब पुलिस, दमकल और सिविल डिफेंस की टीमें मौके पर पहुंची तो हर तरफ चीख पुकार मची हुई थी। मौके पर पहुंचकर पुलिस ने घायलों को अस्पताल पहुंचाया, जहां सभी की हालत गंभीर बनी हुई है। पुलिस को यहां काफी अधिक मात्रा में विस्फोटक सामग्री के साथ ही बम बनाने के खांचे भी मिले हैं। मौके पर पहुंचे एसीपी सुरेश कुमार, का कहना है कि इस मामले में सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी।  खास बात यह है कि शहर में हर वक्त नजर रखने वाले प्रशासनिक व पुलिस अधिकारियों की नजर अवैध रूप से चल रही इस अवैध फैक्ट्री पर क्यों नहीं पड़ी। यदि यह घटना न होती तो इस अवैध फैक्ट्री के बारे में किसी को न पता लग पाता। ऐसी न जाने कितनी और फैक्ट्रियां व पटाखा गोदाम हैं जो नियमों को ताक पर रखकर व अवैध रूप से चलाए जा रहे हैं। इस घटना के बाद चार दिन के लिए प्रशासन सक्रिय जरूर होगा, लेकिन कार्रवाई कितनों पर हो पाती है यह तो आने वाला समय ही बताएगा।

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